चंडीगढ़। पंजाब में बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। शुक्रवार को मोहाली के दो पोल्ट्री फार्मों के सैंपलों को बर्ड फ्लू का संदिग्ध माना गया है, वहीं फाजिल्का जिले के अबोहर इलाके में 21 कौवे मृत पाए गए हैं। इसके बाद पशुपालन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर इन पक्षियों को मिट्टी में दफन कर दिया है, वहीं इलाके के लोगों में दहशत का माहौल है। अभी तक जालंधर से जानकारी मिली है कि यहां नॉर्दर्न रिजनल डिजीज डायग्नोस्टिक लैबोरेटेरी (NRDDL) में पंजाब से रोज करीब 800 सैंपल पहुंच रहे हैं। इनमें से रोज 125 सैंपलों का बर्ड फ्लू के लिए टेस्ट किया जा रहा है। अब यह पहली बार है कि पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू के सैंपल पॉजिटिव आए हैं।
मोहाली जिले के गांव बेहड़ा स्थित अल्फा पोल्ट्री फार्म और रॉयल पोल्ट्री फार्म कुछ समय पहले मुर्गियां मरी थी। इनके सैंपल लेकर जालंधर स्थित लैब में भेजे गए थे। इन सैंपलों को NRDDL ने बर्ड फ्लू के RT-PCR टेस्ट में पॉजिटिव पाया है। हालांकि, लैब ने इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है। लैब के ज्वाइंट डायरेक्टर डॉक्टर मोहिंदरपाल सिंह ने कहा कि तय प्रोटोकॉल के मुताबिक सैंपलों को फाइनल कन्फर्मेशन के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हाई सिक्योरिटी एनिमल डिजीज (NIHSAD) भोपाल भेजा जा रहा है।
इनकी जांच के बाद रिजल्ट पॉजीटिव आते ही इसके बारे में राज्य सेहत विभाग को सूचना भेज दी गई है। इन फार्मों में करीब एक लाख मुर्गियां होने की बात कही जा रही है, अगर भोपाल लैब बर्ड फ्लू की आधिकारिक पुष्टि कर देता है तो इन सब मुर्गियों पर भी मौत का खतरा मंडरा रहा है।
ढींगावाली गांव में पशुपालन विभाग ने मिट्टी में दबाए कौवे
फाजिल्का जिले के अबोहर इलाके में पड़ते गांव ढींगावाली में शुक्रवार को खेतों में सुबह किसानों ने 21 कौवे मृत पड़े देखे। इसकी सूचना उन्होंने तुरंत जंगलात विभाग को दी। बाद दोपहर पशुपालन विभाग की टीम पहुंची और मृत पड़े पक्षियों की जांच-पड़ताल शुरू की। इस बारे में डॉ. विशाल सिंह शेखावत ने बताया कि उनकी टीम को सूचना मिली तो वह गांव में पहुंचकर जांच कर रही है। मृत कौवों को मिट्टी में दबा दिया गया है। लोगों को डर से निकालने के लिए टीम मुर्गियों के सैंपल लेंगी और रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पंजाब में अलर्ट, बाहर से चिकन लाने पर रोक
इसी बीच पड़ोसी राज्यों में बर्ड फ्लू के केस सामने आने के बाद पंजाब में पहले ही अलर्ट किया जा चुका है। इसको लेकर पंजाब सरकार बाहरी राज्यों से चिकन समेत पोल्ट्री से जुड़े सभी प्रोडक्ट लाने पर रोक लगा चुकी है। कुछ दिन पहले पंजाब के एनिमल हसबैंडरी के डायरेक्टर डाॅ. HS काहलों ने भी यहां अधिकारियों से बैठक करते हुए इसके बारे में अलर्ट रहने के लिए कहा था।
पोल्ट्री फार्मर्स ने किया था दावा, नहीं बर्ड फ्लू का खतरा
कुछ दिन पहले पंजाब पोल्ट्री फार्मर्स एसोसिएशन की अगुवाई में पोल्ट्री फार्मर्स ने दावा किया था कि अभी तक चिकन या अंडे में बर्ड फ्लू के कोई मामले नहीं मिले हैं। बर्ड फ्लू को लेकर पोल्ट्री उत्पाद के लिहाज से सिर्फ अफवाह फैलाई जा रही है। इस वजह से करीब 1500 पोल्ट्री फार्मों को रोजाना 50 फीसदी यानि 250 करोड़ का नुकसान हो रहा है। पोल्ट्री फार्मर्स ने यह भी सफाई दी थी कि WHO के मुताबिक अगर किसी चीज को 70 डिग्री तक गर्म करो तो वायरस खत्म हो जाता है, जबकि खाना पकाने पर हम उसे उबालते हैं तो तापमान 100 डिग्री तक पहुंच जाता है। ऐसे में चिकन या अंडे को ढंग से पकाकर खाने से बर्ड फ्लू का खतरा नहीं रहेगा।