सिराज पर नस्लीय टिप्पणी:6 दर्शकों को पुलिस ने स्टेडियम से बाहर किया, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने टीम इंडिया से माफी मांगी
सिडनी टेस्ट में लगातार दूसरे दिन मोहम्मद सिराज ने ऑस्ट्रेलियाई दर्शकों की ओर से नस्लीय टिप्पणी किए जाने की शिकायत की। सिराज ने कप्तान अजिंक्य रहाणे और बाकी प्लेयर्स के साथ मिलकर फील्ड अंपायर पॉल राफेल से इसकी शिकायत भी की। इसके बाद अंपायर ने मैच रेफरी और टीवी अंपायर से बातचीत कर पुलिस को बुलाया।
इस दौरान कुछ मिनट के लिए खेल को रोक भी दिया गया था। पुलिस ने 6 दर्शकों को स्टेडियम से बाहर किया। इसके बाद मैच को दोबारा चालू किया जा सका। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने इस मामले पर टीम इंडिया से माफी भी मांगी है।
Awaiting ICC's investigation in racial abuse matter, strongest measure to be taken: CA
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— ANI Digital (@ani_digital) January 10, 2021
ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी के 86वें ओवर की घटना
यह घटना ऑस्ट्रेलियाई पारी के 86वें ओवर की है। सिराज बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे थे। इसके बाद दर्शकों की ओर से टिप्पणी किए जाने के बाद उन्होंने अंपायर से इसकी शिकायत की। अंपायर ने पुलिस को बुलाया और बाउंड्री रोप के पास के स्टैंड में शिनाख्त की। इसके बाद कुछ लोगों को स्टेडियम से बाहर भी किया गया।
CA ने कहा- एक्शन लिया जाएगा
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने टीम इंडिया से माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि नस्लीय टिप्पणी को लेकर हमारी जीरो टॉलरेंस पॉलिसी है। हम इस प्रकार की घटना को बिलकुल बर्दाश्त नहीं करेंगे और मामले पर एक्शन जरूर लिया जाएगा।
Cricket Australia has reaffirmed its zero-tolerance policy towards discriminatory behaviour in all forms following the alleged racial abuse of members of the Indian cricket squad by a section of the crowd at the Sydney Cricket Ground on Saturday: Cricket Australia pic.twitter.com/FCyXtNQR0y
— ANI (@ANI) January 10, 2021
तीसरे दिन शनिवार को BCCI ने की थी शिकायत
इससे पहले मैच के तीसरे दिन शनिवार को टीम इंडिया के दो प्लेयर्स पर नस्लीय टिप्पणी का मामला सामने आया था। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, एक दर्शक ने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज के खिलाफ अभद्र और नस्लीय कमेंट्स किए। BCCI ने इसकी शिकायत मैच रेफरी डेविड बून से की थी।
सिराज को मंकी यानी बंदर कहा गया
BCCI सूत्रों ने न्यूज एजेंसी को बताया कि सिराज जब बाउंड्री लाइन पर फील्डिंग कर रहे थे, तब उन्हें एक दर्शक ने मंकी यानी बंदर कहा। यह दर्शक सिडनी क्रिकेट ग्राउंड के स्टैंड्स में पूरे वक्त मौजूद था। इस सूत्र ने कहा- हमने इस बारे में ICC के मैच रेफरी डेविड बून के पास शिकायत दर्ज कराई है। आरोपी दर्शक नशे में था। डेविड बून ऑस्ट्रेलियाई टीम के पूर्व ओपनर रह चुके हैं।
हालांकि, बुमराह पर किस तरह की नस्लीय टिप्पणी की गई, इसको लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है। जानकारी के मुताबिक, सिराज और बुमराह के साथ हुई घटना के बाद कप्तान अजिंक्य रहाणे और दूसरे सीनियर प्लेयर्स ने मीटिंग भी की। इस दौरान सिक्योरिटी ऑफिसर्स और अंपायर्स भी मौजूद थे।
वॉर्न-हसी ने कहा-ऐसे दर्शकों पर लाइफटाइम बैन लगे
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर शेन वॉर्न और माइक हसी ने सिराज वाली घटना पर बयान देते हुए कहा कि ऐसे दर्शकों पर लाइफटाइम बैन लगा देना चाहिए। कमेंटेटर मार्क हावर्ड ने भी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से ऐसी घटनाओं पर सख्त एक्शन लेने की मांग की।
13 साल पुरानी कहानी
2007-08 में भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर हरभजन सिंह और एंड्र्यू सायमंड्स की झड़प हो गई थी। तब भी मैदान सिडनी का ही था। साइमंड्स का आरोप था कि भज्जी ने उन्हें मंकी कहा। इस घटना को ‘मंकीगेट’ कहा जाता है। सिडनी टेस्ट में सायमंड्स बैटिंग कर रहे थे। हरभजन सिंह से उनकी नोंक-झोंक चल रही थी। इस दौरान दोनों के बीच जुबानी जंग भी हुई। बाद में सायमंड्स ने आरोप लगाया कि भज्जी ने उन्हें मंकी कहा।
ICC के नियमों के मुताबिक, यह नस्लीय टिप्पणी थी। तब पूरी सीरीज ही खतरे में पड़ गई थी। मैच रेफरी के सामने सुनवाई हुई। हरभजन को क्लीन चिट मिल गई। इसके बावजूद यह मामला आज भी कभी-कभार उठाया ही जाता है।