कोरोना के टीके पर सवाल:पुर्तगाल में फाइजर की वैक्सीन लगाने के दो दिन बाद नर्स की मौत; जांच के आदेश
सोनिया एजेवेडो पुर्तगाल के पोर्तो में इंस्टीट्यूटो पोर्तुगीज डी ओंकोलोजिया (IPO) में सर्जिकल असिस्टेंट के तौर पर काम करती थी।
पुर्तगाल में एक 41 वर्षीय नर्स की फाइजर का वैक्सीन लगने के दो दिन बाद मौत हो गई। पुर्तगाल के स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। जब वैक्सीन लगाई गई, तब नर्स पूरी तरह से स्वस्थ थी और उसे किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं हुआ था।
दो बच्चों की मां सोनिया एजेवेडो पुर्तगाल के पोर्तो में इंस्टीट्यूटो पोर्तुगीज डी ओंकोलोजिया (IPO) में सर्जिकल असिस्टेंट के तौर पर काम कर रही थी। बीते बुधवार को 538 हेल्थ वर्कर्स को वैक्सीन लगी थी, उनमें सोनिया भी शामिल थी। उसने 31 दिसंबर को अपने परिवार के साथ डिनर किया और अगली सुबह मृत पाई गई।
मौत की वजह अब तक तय नहीं
सोनिया के पिता एबिलियो का कहना है कि मैं जानना चाहता हूं कि मेरी बेटी की मौत कैसे हुई? वह एक खुशमिजाज और स्वस्थ महिला थी। उसने न तो कभी शराब पी और न ही कभी कोई ऐसी चीज खाई जो नहीं खानी चाहिए।
वैक्सीन लगने पर खुश थी सोनिया
सोनिया इस बात को लेकर बहुत खुश थी कि उसे वैक्सीन लग रही है। उसने सोशल मीडिया पर अपनी प्रोफाइल फोटो भी बदली थी और फेस मास्क वाली सेल्फी के साथ लिखा था, ‘मैं कोविड-19 वैक्सीनेट हो चुकी हूं।’
बेटी वानिया का कहना है कि सबकुछ अचानक हो गया। हम तो कुछ समझ ही नहीं सके। रात तक सब ठीक था और सुबह तक सब बदल गया। वैक्सीन लगने के बाद मैंने मां में कोई बदलाव नहीं देखा था। जहां वैक्सीन लगी थी, वहां उसे दर्द हो रहा था।
WHO से अप्रूवल पाने वाली पहली वैक्सीन है फाइजर
फाइजर की कोरोना वैक्सीन दुनिया की पहली वैक्सीन है जिसे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने इमरजेंसी अप्रूवल दिया है। इसका मतलब यह है कि UN की एजेंसियां और अन्य ट्रांसनेशनल स्वास्थ्य संगठन इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।