लुधियाना में विदेशी ताकतों के साथ जुड़े होने की जानकारी के बाद गिरफ्तार किए गए 3 आरोपियों से पिछले 5 दिन में पुलिस कोई राज नहीं उगलवा सकी। सोमवार को इन तीनों को फिर से कोर्ट में पेश करके दोबारा 3 दिन के रिमांड पर लिया है। हालांकि इससे पहले कोर्ट में आरोपी पक्ष के वकील ने दलील दी कि पुलिस इन लोगों से सभी तरह की पूछताछ कर चुकी है। कुछ बाकी नहीं रहने के चलते अब इनका रिमांड और नहीं बढ़ाना चाहिए।
यह है आरोपियों की पहचान
बता दें कि 30 दिसंबर 2020 को लुधियाना पुलिस ने विदेशी ताकतों के साथ मिले तीन लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें से एक की आरोपी की पहचान हलवारा एयरबेस में डीजल मैकेनिक के तौर पर कार्यरत रामपाल सिंह के रूप में हुई। DSP गुरबंस सिंह ने बताया था कि पुलिस को गांव टूसा के रामपाल के संबंध में कुछ बरस कुवैत में रहकर आने की सूचना मिली थी। यह भी जानकारी मिली थी कि वह गांव के ही अपने साथी सुखकिरण सिंह उर्फ सुक्खा और हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के गांव लाल पीपल निवासी साबिर अली समेत कट्टरपंथी संगठनों के साथ मिला हुआ है। गैरकानूनी गतिविधियां चलाकर पंजाब में माहौल खराब करने के लिए पाकिस्तान में बैठे ISI एजेंट अदनाल के साथ संपर्क में है। वह उन्हें एयरबेस की अंदरूनी खुफिया जानकारी और फोटो भेजता है। इन तीनों को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश किया गया था। सोमवार को रिमांड खत्म होने के बाद पुलिस ने इन्हें कोर्ट में पेश किया।
कोर्ट में दी दोनों पक्षों ने ये दलीलें
इस दौरान रामपाल के वकील ने कोर्ट में दलील दी कि पुलिस इन लोगों से सभी तरह की पूछताछ कर चुकी है और कुछ बाकी नहीं रहा। ऐसे में अब इनका रिमांड और नहीं बढ़ाया जाना चाहिए। इसके अलावा वकील ने कहा कि जब 30 दिसंबर को इनका रिमांड हासिल किया था तो इन्हें अमृतसर स्थित इंटेरोगेशन सेंटर भेजे जाने की बात कही गई थी। वहां भेजने के गहराई से पूछताछ हो चुकी है।
उधर अदालत ने पुलिस अधिकारी से और रिमांड मांगने का कारण पूछा तो अधिकारी सिर्फ यह ही कह सका कि सुक्खा से पहले .315 बोर का पिस्तौल ही बरामद किया था। इसके इन लोगों से देश की सुरक्षा के संबंध में और गहराई से पूछताछ की जानी है, इसलिए इनकी पुलिस हिरासत में पूछताछ जरूरी है। पहले फैसला सुरक्षित रखते हुए कोर्ट ने दोपहर बाद तीनों को फिर से 3 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
मुख्य मास्टरमाइंड है सुखकिरण
उधर, पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस मामले में मुख्य सूत्रधार सुखकिरण सिंह उर्फ सुक्खा है। इसका पहले भी आपराधिक रिकॉर्ड है। वह पाठी सिंह है। सोशल मीडिया के माध्यम से इसके संबंध साबिर अली के साथ बने और इसने रामपाल को हलवारा एयरबेस की जानकारी देने के बदले में मोटी रकम दिलाने का झांसा दिया था। इसके अलावा यह भी सामने आया है कि गर्मखयाली होने के कारण इसके संबंध सोशल मीडीया के माध्यम से ही आतंकियों के साथ बने हुए थे।