जवानों और कंट्रोल रूम से अहम जानकारियां हासिल करने के लिए नई साजिश रच रहे पाकिस्‍तानी जासूस, अलर्ट जारी

Pakistani spies trying to call Indian jawans: खुफिया अधिकारियों का दावा है कि पाकिस्‍तानी जासूस यह तरीका अपनाकर जवानों की आवाजाही, वीवीआईपी और महत्‍वपूर्ण प्रतिष्‍ठानों की जानकारी जुटाने में लगे हैं. इस इनपुट के आधार पर सुरक्षा बलों के सभी कार्यालयों को अलर्ट जारी किया गया है ताकि कोई जवान या कंट्रोल रूम पाक जासूसों के जाल में ना फंसे.

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नई दिल्‍ली. भारत (India) की जोरदार चुनौतियों से घबराया पाकिस्‍तान (Pakistan) अब कायराना हरकत पर उतर आया है. न्‍यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्‍तानी जासूस भारतीय जवानों को अपने जाल में फंसाकर सेना से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां निकालने की कोशिश कर रहे हैं. देश की खुफिया एजेंसियों ने इस नापाक हरकत का भंडाफोड़ करते हुए जवानों को चेताया है. वरिष्‍ठ अधिकारियों के अनुसार, खुफिया इनपुट बताते हैं कि पाकिस्‍तानी जासूस फोन पर खुद को सेना के वरिष्‍ठ अधिकारी होने का भरोसा दिलाकर जवानों या कंट्रोल रूप से गोपनीय जानकारियां हासिल करने की कोशिश कर सकते हैं.

खुफिया अधिकारियों का दावा है कि पाकिस्‍तानी जासूस यह तरीका अपनाकर जवानों की आवाजाही, वीवीआईपी और महत्‍वपूर्ण प्रतिष्‍ठानों की जानकारी जुटाने में लगे हैं. इस इनपुट के आधार पर सुरक्षा बलों के सभी कार्यालयों को अलर्ट जारी किया गया है ताकि कोई जवान या कंट्रोल रूम पाक जासूसों के जाल में ना फंसे. सूत्रों के अनुसार, कई सुरक्षा एजेंसियों के सहयोग से जुटाई गई सूचनाओं के आधार पर नया इनपुट तैयार किया गया है. जिसमें कहा जा रहा है कि पाकिस्‍तानी जासूस सेना के कर्मचारियों और जवानों से संपर्क साधने की कोशिश कर रहे हैं.

सभी बलों को दी गई है यह हिदायत

इनपुट में कहा गया है कि पाकिस्‍तानी जासूस खुद को सेना के अधिकारी के तौर पर पेश कर रहे हैं और फोन के माध्‍यम से बल के वीआईपी मूवमेंट, महत्‍वपूर्ण प्रतिष्‍ठान और संवेदनशील तैनाती संबंधी अहम जानकारी हासिल करने में लगे हैं. इस इनपुट को सभी पैरा मिलिट्री फोर्सेज पर शेयर करके सभी बलों को निर्देश दिया गया है कि वह किसी भी तरह की संवेदनशील और गोपनीय जानकारियां फोन कॉल पर शेयर ना करें.

खुफिया सुरक्षा एजेंसियों का यह भी कहना है कि पाकिस्‍तानी जासूस महत्‍वपूर्ण जानकारियां हासिल करने के लिए सोशल मीडिया का भी सहारा ले सकते हैं. वह जवानों को सोशल मीडिया पर फ्रेंड रिक्‍वेस्‍ट भेजकर अहम जानकारियां हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं. जबकि कुछ समाज विरोधी तत्‍व भी ऐसी हरकत कर सकते हैं. वह ऐसी जानकारी निकालने के लिए लगातार जवानों के संपर्क में रह सकते हैं. सभी बलों को इसके लिए सतर्क रहने के लिए कहा गया है.

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