पंजाब /देश का माहौल खराब करने का आरोपी सुख भिखारीवाल गिरफ्तार, शुरू से जानें क्राइम हिस्ट्री

गुरदासपुर जिले के गांव भिखारीवाल का रहने वाला है सुखमीत पाल सिंह उर्फ सुख उर्फ सोनी फरवरी 2012 में हत्या के प्रयास का पहला मामला दर्ज हुआ, 2017 में आया मोस्ट वांटेड में पहले नंबर पर

चंडीगढ़। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए पंजाब में टारगेट किलिंग करवाने वाला गैंगस्टर सुख भिखारीवाल दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के हत्थे चढ़ गया है। हालांकि गुप्त सूत्रों के मुताबिक 9 दिसंबर को इसे दुबई पुलिस ने हिरासत में ले लिया था और इसके बाद से उसे भारत सौंपने की प्रक्रिया चल रही थी। गुरुवार को दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने एयरपोर्ट पर ही इसे गिरफ्तार कर लिया। फिलहाल पुलिस उससे पूछताछ में जुटी है। माना जा रहा है कि वह पूछताछ के दौरान कई अहम खुलासे कर सकता है। इसी के साथ दैनिक भास्कर इसकी पूरी हिस्ट्री बता रहा है कि किस तरह नाम का भिखारीवाल यह शख्स पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बन गया…

यह है असली नाम और पहले केस की डिटेल
पंजाब पुलिस के लिए सिरदर्द बने सुख भिखारीवाल का असली नाम सुखमीत पाल सिंह उर्फ सुख उर्फ सोनी है। वह गुरदासपुर जिले के गांव भिखारीवाल का रहने वाला है। इसके खिलाफ फरवरी 2012 में हत्या के प्रयास के आरोप में पहला आपराधिक मामला गुरदासपुर जिले के थाना तिब्बड़ में दर्ज किया गया था। इसके चार माह बाद ही पुरानाशाला में हत्या की वारदात को अंजाम दे दिया।

नाभा जेल ब्रेक में भी है नामजद, 2017 में आया मोस्ट वांटेड में पहले नंबर पर
दिसंबर 2017 में सुख भिखारीवाल ने दिनदहाड़े गैंगस्टर विक्की गौंडर, ज्ञान खरलांवाल, हरी चठ्ठा मजीठिया, गोपी के साथ मिलकर औजलां मोड़ पर पेशी भुगतकर लौट रहे गैंगस्टर हरप्रीत सिंह सूबेदार और सुखचैन सिंह जट्ट की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उस पर कांग्रेसी नेता ओंकार सिंह उर्फ सोनू के घर में अपने गुर्गों से गोली चलवाने समेत कई मामले दर्ज हैं। पटियाला जिले के नाभा के थाना कोतवाली में भी नाभा जेल ब्रेक में लिप्त होने का केस दर्ज है। वहीं अमृतसर में भी NDPS एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं। 2017 में सुख भगोड़ा करार दिया गया, जिसके बाद से यह मोस्ट वांटेड में पहले स्थान पर आ गया।

शिवसेना नेता की हत्या के बाद खुला बाहरी ताकतों से जुड़ने का राज
फरवरी 2020 में धारीवाल के डडवां रोड पर अंधाधुंध फायरिंग कर शिवसेना नेता हनी महाजन पर अपने गुर्गों से गोलियां चलवाई थी। इसमें शिवसेना नेता हनी महाजन के पड़ोसी अशोक कुमार की मौत हो गई थी। हालांकि पंजाब के DGP ने इस मामले को शराब कारोबार से जोड़ा था। उस वक्त जांच में सुक्खा के लिंक आतंकी हैप्पी PHD से मिले थे। हैप्पी खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स KLF का सरगना था। जांच में सामने आया कि भिखारीवाल आतंकी हैप्पी PHD से मिलकर KLF के लिए काम कर रहा था। PHD की मौत के बाद अपने गुर्गों के जरिये पंजाब का माहौल खराब करने का रास्ता अख्तियार कर चुका था।

19 मामले है भिखारीवाल पर दर्ज, 8 की करवा चुका हत्या
पुलिस सूत्रों के मुताबिक KLF के प्रमुख हैंडलर भिखारीवाल के खिलाफ पंजाब और विभिन्न जगह 19 मामले दर्ज हैं। अब तक आठ से ज्यादा लोगों की हत्या करवा चुका है, जिनमें 16 अक्टूबर को तरनतारन के शौर्य चक्र विजेता बलविंदर सिंह संधू की हत्या भी शामिल है।

हुलिया बदलकर दुबई में रह रहा था सुख
मिली जानकारी के मुताबिक सुख भिखारीवाल लंबे समय से अपना हुलिया बदलकर दुबई में रह रहा था। उसने अपनी दाढ़ी भी बढ़ा ली थी और पगड़ी भी बांध ली। करीब 22 दिन पहले दिल्ली में पकड़े गए आतंकियों के खुलासे के बाद दुबई स्थित सुख भिखारीवाल के फ्लैट पर छापेमारी की गई, इसके बाद उसे हिरासत में लिया गया था। आज यह एयरपोर्ट पर ही स्पेशल सेल के हाथ आ गया।

पंजाब लाए जाने की तैयारियां शुरू

दिल्ली में पूछताछ का क्रम शुरू हो चुका है, वहीं पंजाब पुलिस भी इसे प्रोडक्शन वारंट पर लाने की तैयारी कर रही है। इस बारे में जेल ब्रेक केस को शुरुआत से हैंडल कर रहे ऑर्गेनाइज्ड क्राइम कंट्रोल यूनिट (OCCU) के एनकाउंटर स्पेशलिस्ट DSP विक्रमजीत सिंह बराड़ ने सुख भिखारीवाल की गिरफ्तारी की पुष्टि करते कहा कि सुख अपने साथियों के साथ मिलकर नाभा पहुंचा था। यहां हार्डकोर गैंगस्टर्स के साथ मिलकर नाभा जेल ब्रेक को अंजाम दिया था। इस आतंकी और हार्डकोर गैंगस्टर पर कई थानों में दर्जनभर से ज्यादा अनलॉफुल एक्टिविटी, लूटपाट और हत्या के मामले दर्ज हैं। कई रााज्यों की पुलिस को इसकी तलाश थी। इसके रिमांड के दौरान कई संगीन मामलों में कई तरह के खुलासे होंगे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.