पटना में बवाल:किसानों के समर्थन में राजभवन की ओर बढ़ रहे किसान महासभा और लेफ्ट के कार्यकर्ता, पुलिस का लाठीचार्ज
इससे पहले भाकपा(माले) के विधायक महबूब आलम ने कहा कि सरकार विरोध-प्रदर्शन को खत्म करना चाहती है। राजभवन तक मार्च नहीं करने देना दमन है, यह नहीं चलेगा। अखिल भारतीय किसान महासभा के बिहार प्रदेश सचिव रामाधार सिंह ने सोमवार को कहा था, "राजभवन मार्च में बटाईदार किसानों का भी बड़ा हिस्सा शामिल रहेगा।
पटना। किसान आंदोलन के समर्थन में पटना में किसान महासभा और वामदलों से जुड़े 10 हजार लोग डाकबंगला चौराहे के पास पहुंचे। वे बैरिकेड तोड़ राजभवन की तरफ बढ़ने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने समझाने की कोशिश की, लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने। ऐसे में उनकी पुलिस से धक्कामुक्की हो गई और पुलिस ने लाठीचार्ज किया।
बिहार: पटना में लेफ्ट पार्टियों ने कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया। pic.twitter.com/N3pNbCCQy5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 29, 2020
बाकी जिलों से भी किसान पटना पहुंचे
इससे पहले भाकपा(माले) के विधायक महबूब आलम ने कहा कि सरकार विरोध-प्रदर्शन को खत्म करना चाहती है। राजभवन तक मार्च नहीं करने देना दमन है, यह नहीं चलेगा। अखिल भारतीय किसान महासभा के बिहार प्रदेश सचिव रामाधार सिंह ने सोमवार को कहा था, “राजभवन मार्च में बटाईदार किसानों का भी बड़ा हिस्सा शामिल रहेगा। पूर्णिया, अररिया, सीमांचल के अन्य जिलों, चंपारण, सीवान, गोपालगंज सहित कई जिलों के किसान इसके लिए सोमवार को ही पटना रवाना हो गए। भगत सिंह का पंजाब और स्वामी सहजानंद की किसान आंदोलन की धरती बिहार में किसानों की एकता कायम होने लगी है, इससे भाजपाई बेहद डरे हुए हैं।”
10 नंबर गेट से मार्च निकालना था, प्रशासन ने वहां ताला लगाया
अखिल भारतीय किसान महासभा ने पहले कहा था कि मार्च गांधी मैदान के 10 नंबर गेट से निकाला जाएगा, लेकिन 10 नंबर गेट पर प्रशासन ने ताला लगा दिया। प्रशासन का कहना है कि भीड़ बढ़ने से लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही थी। इस बात से गुस्साए लोग 6 नंबर गेट पर छोटे गेट का ताला तोड़ कर डाक बंगले की तरफ बढ़ गए।