देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो:मोदी ने दिल्ली में शुरुआत की; 2 ट्रेनें एक ट्रैक पर आईं तो अपने आप रुक जाएंगी

DMRC के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (कम्युनिकेशन), अनुज दयाल के मुताबिक मैजेंटा लाइन के बाद 57 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन पर ड्राइवरलेस मेट्रो की शुरुआत की जाएगी। अनुज दयाल ने बताया कि जब पिंक और मैजेंटा लाइन तैयार की गई थीं तो इन्हें कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिग्नलिंग सिस्टम से लैस किया गया था।

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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की पहली ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन की शुरुआत दिल्ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की। इस इवेंट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हैं। जनकपुरी पश्चिम से बॉटनिकल गार्डन तक मेट्रो की 37 किलोमीटर लंबी मैजेंटा लाइन पर यह सुविधा शुरू की गई है। इससे मेट्रो के संचालन में इंसानी भूल की आशंका खत्म हो जाएगी। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) के सूत्रों के मुताबिक ड्राइवरलेस मेट्रो में कुछ समय तक निगरानी के लिए ड्राइवर बिठाया जाएगा, लेकिन बाद में उसे हटा लिया जाएगा।

ड्राइवरलेस मेट्रो की 3 प्रमुख खूबियां
1.
 इसका सिस्टम इतना सेफ है कि कभी दो मेट्रो एक ही ट्रैक पर आ जाएं तो एक तय दूरी पर अपने आप रुक जाएंगी।
2. मेट्रो में सफर के दौरान कई बार झटके जैसा जो अनुभव होता है, वह ड्राइवरलेस ट्रेन में नहीं होगा।
3. ट्रेन में चढ़ने-उतरने के दौरान पैसेंजर्स को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।

इसका सिस्टम कैसे काम करता है?

  • ड्राइवरलेस मेट्रो का सफर कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिग्नलिंग सिस्टम (CBTC) से लैस है।
  • यह सिस्टम एक वाई-फाई की तरह काम करता है। यह मेट्रो को सिग्नल देता है जिससे वह चलती है।
  • मेट्रो ट्रेन में लगे रिसीवर सिग्नल मिलने पर मेट्रो को आगे बढ़ाते हैं। विदेश की कई मेट्रो में इस सिस्टम को यूज किया जाता है।

बाद में मेट्रो के पूरे तीसरे फेज की सभी लाइन पर चलेगी
DMRC के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर (कम्युनिकेशन), अनुज दयाल के मुताबिक मैजेंटा लाइन के बाद 57 किलोमीटर लंबी पिंक लाइन पर ड्राइवरलेस मेट्रो की शुरुआत की जाएगी। अनुज दयाल ने बताया कि जब पिंक और मैजेंटा लाइन तैयार की गई थीं तो इन्हें कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल सिग्नलिंग सिस्टम से लैस किया गया था।

दुनिया के 46 शहरों में ऑटोमेटेड मेट्रो ट्रेनें चल रहीं
द इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ पब्लिक ट्रांसपोर्ट (UITP) के मुताबिक 2019 तक दुनिया के 46 शहरों में 64 ऑटोमेटेड मेट्रो ट्रेनें चल रही थीं।

नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड की शुरुआत भी होगी
मोदी एयरपोर्ट मेट्रो पर पूरी तरह संचालित होने वाले नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड का उद्घाटन भी करेंगे। पिछले डेढ़ सालों में 23 बैंकों की तरफ से जारी रुपे डेबिट कार्ड से कोई भी व्यक्ति इस कार्ड के जरिए एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर सफर कर सकेंगे। यह सुविधा 2022 तक पूरे दिल्ली मेट्रो नेटवर्क पर मिलने लगेगी। इसके बाद स्मार्ट कार्ड के साथ ही डेबिट कार्ड से भी यात्री मेट्रो में सफर कर सकेंगे।

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