कोरोना के नए स्ट्रेन का खौफ:लंदन से अमृतसर पहुंची फ्लाइट, टेस्ट के लिए रोके 242 यात्री; हंगामे पर उतरे लोग बोले- पहले से रिपोर्ट है तो अब टेस्ट क्यों

अजनाला के SDM दीपक भाटिया ने बताया- लंदन से पहुंचे या‍त्रियों को RT-PCT से गुजरना पड़ेगा, जिसमें 6-8 घंटे लग सकते हैं काफी संख्‍या में लोग लंदन से आए अपने जानकारों और रिश्‍तेदारों को लेने तड़के ही हवाई अड्डे के बार पहुंचे, नाराज दिखे

अमृतसर के हवाई अड्‌डे पर मंगलवार को एक विशेष विमान लैंड हुआ। इसमें 242 यात्री सवार थे, जिन्हें उतरते ही रोक लिया गया। कहा जा रहा है कि उन्हें कोविड टेस्‍ट के बाद ही बाहर जाने दिया जाएगा। इस प्रक्रिया में 6 से 8 घंटे का वक्त लग सकता है, जिसके चलते यहां हंगामा खड़ा हो गया। यात्रियों के परिजन एयरपोर्ट के बाहर खड़े हैं और वहां ट्रैफिक जाम भी लग चुका है। उनका कहना है कि भारत सरकार की तरफ से इस संबंधी पहले सूचित नहीं किया गया था।

मिली जानकारी के अनुसार, राजासांसी स्थित में श्री गुरु रामदास अंतरराष्‍ट्रीय हवाई अड्डे पर लंदन से एक विशेष विमान मंगलवार सुबह पहुंचा है। इस फ्लाइट के यहां पहुंचने के कुछ ही देर बाद यहां हंगामा खड़ा हो गया, क्योंकि इन यात्रियों को कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के खौफ के चलते टेस्टिंग के लिए रोक लिया गया। इसके बाद अंदर विदेश से आए यात्री तो बाहर उनके परिजन हंगामे पर उतर आए। उनका कहना है कि भारत सरकार को इस बारे में पहले जानकारी देनी चाहिए थी।

इस बारे में अजनाला के SDM दीपक भाटिया ने बताया कि लंदन में इस विशेष विमान में कुल 242 यात्री सवार हुए। विदेश से भारत पहुंचने पर कोरोना प्रोटोकॉल के तहत विमान यात्रियों को कोविड-19 टेस्‍ट ये गुजरना होता है। ऐसे में लंदन से पहुंचे यात्रियों को RT-PCT से गुजरना पड़ेगा, जिसमें 6-8 घंटे लग सकते हैं और इसके लिए यात्री को हवाई अड्डे पर रहने की आवश्यकता होती है।

सरकारी निर्देश के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराते पीड़ित यात्री।
सरकारी निर्देश के खिलाफ आपत्ति दर्ज कराते पीड़ित यात्री।

दूसरी ओर, ठंड के बावजूद काफी संख्‍या में लोग लंदन से आए अपने जानकारों और रिश्तेदारों को लेने तड़के ही हवाई अड्डे के बार पहुंच गए। वे लोग अमृतसर एयरपोर्ट के बाहर इंतजार कर रहे हैं। हवाई अड्डे के बाहर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया कि अधिकारी लंदन से पहुंचे यात्रियों को COVID-19 परीक्षण से गुजरने के लिए कह रहे हैं। भले ही उन्हें उड़ान भरने से ठीक पहले परीक्षण किया गया हो। उनके साथ टेस्‍ट की रिपोर्ट पहले से ही है और लंदन में उनकी जांच हो चुकी है तो यहां राेकने का कोई औचित्य नहीं है। उन्हें घर जाने की अनुमति दी जानी चाहिए।

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