ASSOCHAM फाउंडेशन वीक में बोले प्रधानमंत्री मोदी- सुधारों का असर है ‘Why India’ से ‘Why Not India’ तक का सफर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने ASSOCHAM के फाउंडेशन वीक में मुख्य भाषण दिया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि अब आने वाले वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी है.
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार को ASSOCHAM के फाउंडेशन वीक में मुख्य भाषण दिया. कार्यक्रम में टाटा इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष रतन टाटा भी मौजूद थे. इस दौरान पीएम ने कहा कि बीते 100 सालों से आप सभी देश की अर्थव्यवस्था को, करोड़ों भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाने में जुटे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब आने वाले वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी है इस समय दुनिया चौथी औद्योगिक क्रांति की तरफ तेज़ी से आगे बढ़ रही है. नई टेक्नॉलॉजी के रूप में चुनौतियां भी आएंगे और अनेक समाधान भी.इसलिए आज वो समय है, जब हमें प्लान भी करना है और एक्ट भी करना है. हमें हर साल के, हर लक्ष्य को राष्ट्र निर्माण के एक बड़े लक्ष्य के साथ जोड़ना है.
पीएम ने कहा कि आने वाले 27 साल भारत की वैश्विक भूमिका को ही तय नहीं करेंगे, बल्कि ये हम भारतीयों के सपने और समर्पण दोनों को टेस्ट करेंगे. ये समय भारतीय इंडस्ट्री के रूप में आपकी क्षमता, प्रतिबद्धता और साह, को दुनिया भर को दिखा देने का है.
मोदी ने कहा कि हमारा चैलेंज सिर्फ आत्मनिर्भरता ही नहीं है। बल्कि हम इस लक्ष्य को कितनी जल्दी हासिल करते हैं, ये भी उतना ही महत्वपूर्ण है.एक जमाने में हमारे यहां जो परिस्थितियां थीं, उसके बाद कहा जाने लगा था- Why India. अब जो सुधार देश में हुए हैं, उनका जो प्रभाव दिखा है, उसके बाद कहा जा रहा है- ‘Why not India’
नया भारत, अपने सामर्थ्य पर भरोसा करते हुए, अपने संसाधनों पर भरोसा करते हुए आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ा रहा है. और इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मैन्युफेक्चरिंग पर हमारा विशेष फोकस है. मैन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हम निरंतर सुधार कर रहे. देश आज करोड़ों युवाओं को अवसर देने वाले उद्यम और धन सृजन के साथ है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि निवेश का एक और पक्ष है जिसकी चर्चा आवश्यक है. ये है रिसर्च एंड टेवलपमेंट पर होने वाला निवेश. भारत में रिसर्च एंड टेवलपमेंट पर निवेश बढ़ाए जाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि 21 वीं सदी की शुरुआत में अटल जी ने भारत को राजमार्गों को जोड़ने की का लक्ष्य रखा था. आज देश में भौतिक और डिजिटल बुनियादी सुविधाओं पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.