Kisan Andolan: 22 किसानों की मौत पर राहुल गांधी बोले- और कितने लोगों को क़ुर्बानी देनी होगी
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को एक बार फिर घेरा है.
नई दिल्ली. कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने किसान आंदोलन (Kisan Andolan) के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार को एक बार फिर घेरा है. राहुल ने एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से दावा किया है कि किसान आंदोलन में अब तक 22 किसानों की मौत हो चुकी है. राहुल ने अखबार की एक कटिंग साझा कर लिखा- ‘और कितने अन्नदाताओं को क़ुर्बानी देनी होगी? कृषि विरोधी क़ानून कब ख़त्म किए जाएंगे?’
राहुल की साझा की गई मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बठिंडा के जय सिंह, जतिंदर सिंह, नवांशहर के गुरप्रीत सिंह, सुरिंदर सिंह, राजकुमार, लुधियाना के भाग सिंह, अजनाला के बलवीर सिंह, मोगा के मक्खन सिंह, मेवा सिंह, सनौर के लाभ सिंह, गुरजिंदर सिंह, फतेहगढ़ साहिब के सुखदेव सिंह, नाभा के पाल सिंह, मानसा के गुरजंट सिंह, धन्ना सिंह, तलवंडी साबो के लखबीर सिंह, होशियारपुर के कुलबिंदर सिंह, समाना के भीम सिंह और खन्ना के रविंदर पाल की मौत हो चुकी है.
और कितने अन्नदाताओं को क़ुर्बानी देनी होगी?
कृषि विरोधी क़ानून कब ख़त्म किए जाएँगे? pic.twitter.com/ODdgUwLaLZ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 18, 2020
इससे पहले कांग्रेस ने दिल्ली के निकट किसानों के विरोध प्रदर्शन वाले स्थान के करीब सिख संत बाबा राम सिंह के कथित तौर पर खुदकुशी करने को लेकर बुधवार को सरकार पर निशाना साधा और कहा कि उसे अपनी जिद छोड़कर तत्काल ‘कृषि विरोधी’ कानूनों को वापस लेना चाहिए.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘हे राम, यह कैसा समय ! ये कौन सा युग !! जहां संत भी व्यथित हैं. संत राम सिंह जी सिंगड़े वाले ने किसानों की व्यथा देखकर अपने प्राणों की आहुति दे दी. ये दिल झकझोर देने वाली घटना है. प्रभु उनकी आत्मा को शांति दे.’ उन्होंने आरोप लगाया, ‘संत की मृत्यु, मोदी सरकार की क्रूरता का परिणाम है.’