Farmers Protest Live: दिल्ली के सभी एंट्री पॉइंट पर आज अन्नदाताओं की भूख हड़ताल, जिलों में धरना

Farmers Protest 19th Day Live Updates: किसान संगठनों के सभी अध्यक्ष सोमवार को एक दिन का भूख हड़ताल पर हैं. किसानों का ये अनशन सुबह 8 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक चलेगा. इस दौरान सभी ज़िला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन भी किया जाएगा.

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Farmers Protest 19th Day Live Updates: मोदी सरकार के नए कृषि कानूनों (New Agriculture Laws 2020) की वापसी की मांग को लेकर किसानों के आंदोलन का सोमवार को 19वां दिन है. एक तरफ सरकार कृषि कानूनों में संशोधन को लेकर किसानों को मनाने में लगी है, दूसरी ओर किसान अपनी सभी मांगों को लेकर अड़े हुए हैं. किसान संगठनों के सभी अध्यक्ष सोमवार को एक दिन का भूख हड़ताल पर हैं. किसानों का ये अनशन सुबह 8 बजे से लेकर शाम पांच बजे तक चलेगा. इस दौरान सभी ज़िला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन भी किया जा रहा है.

किसान नेता संदीप गिड्डे ने बताया कि 19 दिसंबर से प्रस्तावित किसानों की अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल रद्द कर दी गई है. इसके बजाय सोमवार को दिनभर की भूख हड़ताल की जाएगी. वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा, ‘अगर सरकार बातचीत का एक और प्रस्ताव रखती है तो हमारी कमेटी उसपर विचार करेगी. हम सभी से प्रदर्शन के दौरान शांति बरकरार रखने की अपील करते हैं.’

किसान आज 5 बजे तक भूख हड़ताल पर हैं. इस बीच भारतीय किसान यूनियन के जनरल सेक्रेटरी हरिंदर सिंह लोखवाल ने कहा, ‘हम सरकार को नींद से जगाना चाहते हैं. इसलिए यूनाइटेड फार्मर्स फ्रंट के 40 किसान नेता आज सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल पर हैं. इनमें से 25 किसान नेता सिंघु बॉर्डर पर, 10 टिकरी बॉर्डर पर और 5 यूपी बॉर्डर पर अनशन करेंगे.

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उत्तर प्रदेश में विभिन्‍न स्‍थानों पर आज से किसान सम्‍मेलन आयोजित करने जा रही है. केंद्र द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन को देखते हुए पार्टी ने यह कदम उठाया है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने जारी एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयक को लेकर किसानों में भ्रम फैलाया जा रहा है.

केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों (Farm Laws) के खिलाफ किसान दिल्‍ली से सटी सीमाओं पर आंदोलन (Farmer Protest) कर रहे हैं. आज उनके आंदोलन का 19वां दिन है. ये किसान नए कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर अड़े हैं. वहीं सरकार इन कृषि कानूनों को किसानों का हितैषी बता रही है. अब मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh) ने एक खास जानकारी दी है. उनके अनुसार होशंगाबाद के एक किसान के लिए कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग बेहद अच्‍छी साबित हुई. उसे 24 घंटे में न्‍याय मिला और कंपनी ने उससे अधिक मूल्‍य पर धान खरीद भी की. इसका एक वीडियो शिवराज सिंह चौहान के आफिस के ट्विटर हैंडल पर डाला गया है.

यह मामला मध्य प्रदेश के होशंगाबाद का है. वहां किसान कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग करते हैं. जानकारी दी गई है कि पहले दिल्ली की एक कंपनी फॉर्चून राइस लिमिटेड ने वहां के किसानों से बाजार के अधिक मूल्य पर धान खरीदने के लिए कॉन्ट्रैक्ट किया था. लेकिन जब धान की कीमत 3 हजार रुपये प्रति क्विंटल पहुंची तो कंपनी ने खरीद बंद दी. कंपनी की ओर से किसानों से भी संपर्क नहीं रखा गया. इसके बाद गांव के दो किसानों पुष्पराज पटेल और बृजेश पटेल ने 10 दिसंबर को उपजिलाधिकारी को शिकायत की और न्‍याय मांगा. इसके बाद नए कृषि कानून के तहत बातचीत के लिए सुलह बोर्ड का गठन किया गया.

जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लिया और दिल्‍ली की कंपनी फॉर्चून राइस लिमिटेड को 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा गया. एसडीएम कोर्ट ने समन जारी कर दिया था. इस पर कंपनी के डायरेक्टर अजय भलोटिया कोर्ट में हाजिर हुए और उन्होंने कॉन्शुलेशन बोर्ड के सामने 9 दिसंबर के उच्चतम दर पर धान खरीद स्वीकार की.

उप जिलाधिकारी पिपरिया नितिन टाले ने बताया कि किसानों से मंडी के उच्चतम मूल्य पर धान खरीदी के कॉन्ट्रैक्ट के बावजूद कंपनी ने 9 दिसंबर को मंडी में 3000 रुपये प्रति क्विंटल पर धान नहीं खरीदी. दावा किया गया है कि नए कृषि कानून का इस्‍तेमाल करके शिकायत मिलने के 24 घंटे के अंदर किसानों को कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार उच्चतम बाजार मूल्य दिलाए जाने की कार्रवाई हुई.

मध्‍य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस मामले पर कई ट्वीट किए. सीएम शिवराज ने लिखा, ”अन्नदाता के हितों की रक्षा ही नए कृषि कानून का ध्येय है. मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता हो रही है कि होशंगाबाद के किसानों को इस कानून के कारण 24 घंटे के भीतर न्याय मिला है.’

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