4 घंटे चक्काजाम के बाद अमित शाह मैदान में:गृह मंत्री आज पहली बार किसान नेताओं से मिलेंगे, प्रदर्शनकारी बोले- हां या ना में जवाब चाहिए
Bharat Bandh Live Updates: भारत बंद का देश भर के अलग-अलग राज्यों में मिलाजुला असर है. छत्तीसगढ़, पंजाब और राजस्थान सरीखे कांग्रेस शासित प्रदेशों में जहां बंद का ठीक-ठाक असर देखने को मिला वहीं यूपी, बिहार, गोवा में जनजीवन सामान्य रहा. दूसरी ओर किसान आंदोलन की वजह से हरियाणा की बीजेपी - जेजेपी सरकार पर संकट के बादल दिखाई दे रहे है
छठे दौर की वार्ता से पहले गृह मंत्री अमित शाह भारतीय किसान यूनियन के 13-14 प्रतिनिधि से कुछ ही देर में मुलाकात करेंगे. इन किसान नेताओं में राकेश टिकैत, गुरनाम सिंह चढूनी, हनन मुला, शिव कुमार कक्का जी और बलवीर सिंह राजेवाल समेत तमाम नेता शामिल हैं.
कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 13वां दिन है। किसानों की सरकार के साथ बुधवार को छठे राउंड की चर्चा होगी। इससे पहले एक बड़ा डेवलपमेंट हुआ है। गृह मंत्री अमित शाह ने आज शाम 7 बजे किसानों को मिलने के लिए बुलाया है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने यह जानकारी दी।
शाह पहली बार सीधे किसानों से बात करेंगे। मीटिंग में 15 किसान नेता शामिल होंगे। उधर, टिकरी बॉर्डर पर जुटे किसानों ने कहा है कि उन्हें कानून वापसी से कम कुछ मंजूर नहीं। किसान नेता रुद्र सिंह मनसा ने कहा कि कोई बीच का रास्ता नहीं है। हमें गृह मंत्री से हां या ना में जवाब चाहिए।
हरियाणा के CM ने कृषि मंत्री से मुलाकात की
इससे पहले हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के घर जाकर मुलाकात की है। दोनों के बीच क्या बातचीत हुई, यह अभी पता नहीं चल पाया है।
किसान अड़े- तीनों कानून रद्द हों
टिकरी बॉर्डर पर किसानों के मंच के पास भारी भीड़ है। दिल्ली को रोहतक से जोड़ने वाले इस हाईवे पर कई किलोमीटर तक ट्रैक्टर ट्रॉलियां खड़े हैं। सड़क के दोनों ओर किसान अपनी यूनियन के झंडे लिए नारेबाजी करते हुए चल रहे हैं। सभी किसानों का यही कहना है कि तीनों कानून रद्द करने से कम वो किसी बात पर नहीं मानेंगे।
हरियाणा के 1.20 लाख किसानों ने सरकार का समर्थन किया
सरकार से चर्चा से पहले हरियाणा के किसान दो गुटों में बंट गए हैं। 1.20 लाख किसानों ने सरकार को चिट्ठी लिखकर कृषि कानूनों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा है कि नए कानूनों को वापस नहीं लेना चाहिए। हरियाणा के फार्मर्स प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशंस (FPOs) से जुड़े किसानों ने यह बात कही है। हालांकि, उन्होंने किसानों के सुझावों के मुताबिक कानूनों में संशोधन करने की सिफारिश की है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, ‘मैंने योजना बनाई थी कि आज मैं सीएम के रूप में नहीं बल्कि किसानों के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करने के लिए एक आम आदमी के रूप में दिल्ली बॉर्डर पर जाऊंगा. मुझे लगता है कि उन्हें मेरी योजना के बारे में पता चला और उन्होंने मुझे जाने नहीं दिया.’
I had planned that today I would go to the border not as CM but as a common man to express my solidarity with the farmers. I think they came to know about my plan and they did not let me go: Delhi CM Arvind Kejriwal https://t.co/6TOwmcOP4Z pic.twitter.com/vp7YY7QFww
— ANI (@ANI) December 8, 2020
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष जयंत पाटिल के नेतृत्व में मंगलवार को भारत बंद का समर्थन किया. केंद्र सरकार के नये कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर बंद का आयोजन किया गया. महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री पाटिल ने आंदोलनकारी किसानों से एकजुटता दिखाने के लिए काली पट्टी बांधी. पाटिल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘मैं आज काली पट्टी बांध रहा हूं ताकि किसानों का समर्थन कर सकूं.’
केंद्र के तीन कृषि कानून के विरोध में किसानों के ‘भारत बंद’ के आह्वान पर जिले के गांव उझाना तथा गढ़ी के बीच धरने पर बैठे एक किसान की कथित तौर पर हृदय गति रुकने से मौत हो गई. गढ़ी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है. गांव उझाना निवासी किसान किताब सिंह (60) मंगलवार सुबह गांव के निकट गढ़ी मार्ग पर चल रहे धरने की अगुवाई कर रहे थे. दोपहर को किताब सिंह की तबीयत खराब हो गए और वह बेसुध होकर गिर गए. साथी किसान सिंह को उपचार के लिए नरवाना सामान्य अस्पताल लेकर गए. वहां चिकित्सकों ने सिंह को मृत घोषित कर दिया. सिंह के बेटे जितेंद्र ने बताया, ‘मेरे पिता धरने के लिए पहुंचे थे वहां दोपहर को हृदय गति रुकने से उनकी मौत हो गई.’
ट्रांसपोर्टरों के प्रमुख संगठन ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस (एआईएमटीसी) ने मंगलवार कहा कि किसानों के ‘भारत बंद’ को उनका समर्थन सफल, शांतिपूर्ण और स्वैच्छिक रहा. एआईएमटीसी 95 लाख ट्रक ऑपरेटरों तथा अन्य इकाइयों का प्रतिनिधित्व करता है. एआईएमटीसी ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के भारत बंद के आह्वान का समर्थन करते हुए परिचालन स्थगित करने की घोषणा की थी. एआईएमटीसी के महासचिव नवीन गुप्ता ने कहा, ‘ट्रांसपोर्टर समुदाय द्वारा भारत बंद को समर्थन सफल, शांतिपूर्ण और स्वैच्छिक रहा.’
किसान नेताओं ने मंगलवार को ‘भारत बंद’ सफल होने का दावा करते हुए कहा कि जब वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे तो अपनी मांगों पर केवल ‘हां’ या ‘नहीं’ में जवाब मांगेंगे. किसान नेताओं का एक समूह मंगलवार शाम को शाह से मुलाकात करेगा. एक दिन बाद बुधवार को उनकी केंद्रीय मंत्रियों के साथ छठे दौर की वार्ता होगी. किसान नेता आर.एस. मनसा ने सिंघु बॉर्डर पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘बीच का कोई रास्ता नहीं है. हम आज की बैठक में गृह मंत्री अमित शाह से केवल ‘हां’ या ‘नहीं’ में जवाब देने को कहेंगे.’ मनसा ने दावा किया कि केंद्र सरकार ‘भारत बंद’ के सामने झुक गयी है. एक अन्य नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि ‘भारत बंद’ सफल रहा और केंद्र सरकार को अब पता है कि उसके पास कोई रास्ता नहीं है.
We do not want to cause any inconvenience to anyone from Delhi or Haryana, we should be allowed to hold protest at Ramlila Ground: RS Mansa, Punjab Kisan Union at Singhu (Haryana-Delhi border) pic.twitter.com/S0EpkjknBR
— ANI (@ANI) December 8, 2020
केंद्र सरकार हमारे ‘भारत बंद’ के आगे झुकी: किसान नेता रुरदू सिंह मनसा ने सिंघु बॉर्डर पर मीडिया से बातचीत में कहा. उन्होंने कहा कि हम बुराड़ी नहीं जाना चाहते, हमें रामलीला मैदान जाने की अनुमति दी जाए क्योंकि हम दिल्ली और हरियाणा के लोगों को परेशान नहीं करना चाहते. किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज हमें बैठक के लिए बुलाया है, हम इसमें भाग लेंगे.