किसानों का भारत बंद LIVE: जयपुर में भिड़े BJP-कांग्रेस कार्यकर्ता, जमकर चले पत्थर, किसान बोले- 2 घंटे से ज्यादा जाम में फंसे लोगों को पानी और फल देंगे; 11 बजे से 3 बजे तक चक्काजाम

कृषि कानून के खिलाफ किसानों का भारत बंद जारी है. दिल्ली से लेकर बंगाल और यूपी से लेकर कर्नाटक तक भारत बंद का असर दिख रहा है. कई राजनीतिक दल इस बंद के समर्थन में हैं और सड़कों पर उतरे हैं. दिल्ली में आम आदमी पार्टी का आरोप है कि सरकार ने अरविंद केजरीवाल को नजरबंद कर दिया है.

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नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ 13 दिन से प्रदर्शन कर रहे किसानों से दिल्ली चौतरफा घिर चुकी है। आज भारत बंद की अपील की है। 20 सियासी दल और 10 ट्रेड यूनियंस भारत बंद का सपोर्ट कर रही हैं। इसका असर दिखना शुरू हो गया है। भारत बंद का असर देश के कई राज्यों में दिख रहा है. राजस्थान के जयपुर में इसी दौरान बीजेपी और कांग्रेस के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए. जयपुर बीजेपी दफ्तर के बाहर बीजेपी-कांग्रेस कार्यकर्ताओं में पत्थरबाजी हो गई. दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर अब महिला किसानों ने मोर्चा संभाल लिया है.भारतीय किसान यूनियन की प्रदेश महिला विंग ने यहां प्रदर्शन किया और कहा कि सरकार को यह तीनों कानून वापस लेना पड़ेगा.

देश के अलग-अलग हिस्सों में भारत बंद का असर

भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनें रोक दीं। महाराष्ट्र के बुलढ़ाना जिले के मलकापुर में स्वाभिमानी शेतकारी संगठन के लोगों ने एक ट्रेन रोक दी। हालांकि, पुलिस ने कुछ ही देर में इन्हें ट्रैक से हटाकर हिरासत में ले लिया।

बिहार के अलग-अलग शहरों में किसानों के भारत बंद के समर्थन में राजद कार्यकर्ता सड़क पर उतरे. मुजफ्फरपुर में प्रदर्शन के दौरान एक एम्बुलेंस फंस गई, जिसे बाद में राजद कार्यकर्ताओं ने आगे जाने दिया. एम्बुलेंस चालक ने कहा कि वो अस्पताल जा रहे थे, लेकिन प्रदर्शन के कारण बीच में ही फंस गए.

किसानों के भारत बंद का असर शुरू हो गया है. गाजीपुर बॉर्डर के पास चक्का जाम कर दिया गया है, तो वहीं बंगाल में कई ट्रेनों पर असर पड़ा है. आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली का दीनदयाल उपाध्याय मार्ग ब्लॉक कर दिया है, यहां पुलिस तैनात की गई है. इसी रोड पर बीजेपी का नया दफ्तर है.

फोटो महाराष्ट्र के बुलढ़ाना जिले के मलकापुर की है।
फोटो महाराष्ट्र के बुलढ़ाना जिले के मलकापुर की है।

किसानों ने कहा- आम आदमी को परेशान नहीं होने देंगे
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करेंगे। जो लोग 2-3 घंटे के लिए बंद में फंस जाएंगे, हम उन्हें पानी और फल पहुंचाएंगे।

11 बजे से चक्काजाम
किसानों का कहना है कि बंद सुबह से शाम तक और चक्का जाम सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक रहेगा, ताकि ऑफिस आने-जाने वालों को दिक्कत नहीं हो। हालांकि, एंबुलेंस जैसी जरूरी सेवाओं और शादियों में लगी गाड़ियों को नहीं रोका जाएगा। उधर, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों को कानून व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।​​​

राजस्थान में डेयरी-अस्पताल और दवा दुकानें खुली रहेंगी
दूध की सप्लाई, अस्पताल, मेडिकल स्टोर और एंबुलेंस जैसी जरूरी सेवाएं चालू रहेंगी।
फल-अनाज: 247 कृषि उपज मंडियां बंद रहेंगी। मुहाना मंडी में हरी सब्जी का ब्लॉक बंद रहेगा, आलू-फल ब्लॉक खुलेगा।
ट्रांसपोर्ट: ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रदेश संयोजक और जयपुर ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर्स चेंबर के प्रदेशाध्यक्ष गोपाल सिंह राठौड़ ने बताया कि ट्रांसपोर्ट ऑपरेटर बंद में हिस्सा लेंगे। राजस्थान के सभी 7 लाख ट्रक ट्रेलर और सभी तरह के कमर्शियल वाहन नहीं चलेंगे। बंद में करीब 13 हजार ट्रांसपोर्ट कंपनियां शामिल होंगी। जयपुर में 1400 लो फ्लोर-मिनी बसें और 20 हजार ऑटो-रिक्शा नहीं चलेंगे।

हरियाणा में 14.5 लाख वाहन नहीं चलेंगे
चक्काजाम के दौरान राज्य के करीब 14.5 लाख से ज्यादा कमर्शियल वाहन नहीं चल पाएंगे। मंडियां भी बंद रहेंगी। किसानों ने फल, दूध और सब्जियों की सेवा रोकने का फैसला किया है। फिर भी किसान संगठनों ने अपील की है कि किसी को बंद में शामिल होने के लिए मजबूर न किया जाए। राज्य सरकार ने बंद को देखते हुए सुरक्षा बलों की 14 कंपनियां तैनात की हैं।

पंजाब में पेट्रोल पंप भी बंद रहेंगे
मेन बाजार, दुकानें, शॉपिंग मॉल, पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। बैंक और सरकारी दफ्तर खुले रहेंगे। प्राइवेट बसें बंद रहेंगी। सरकारी बसें 11 से 3 बजे तक नहीं चलाई जाएंगी।

पूरे गुजरात और नोएडा में धारा 144 लागू
गुजरात, मध्य प्रदेश, यूपी में जबरदस्ती बंद कराने पर कार्रवाई होगी। गुजरात और नोएडा में धारा 144 लागू है। हरियाणा में खाप पंचायतें बंद कराएंगी। राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब और दक्षिण के कई राज्यों में भी बंद रहेगा। कानूनों को केरल सरकार सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी।

किसान आंदोलन के समर्थन में आज (मंगलवार 8 दिसंबर) भारत बंद किया गया है। भाजपा शासित 17 में से 15 राज्यों में इसका ज्यादा असर दिखने के आसार नहीं हैं। हालांकि, दिन बढ़ने के साथ तस्वीर ज्यादा साफ हो पाएगी। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार शाम अफसरों की मीटिंग में साफ कर दिया था कि बंद के चलते लोगों को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। यह प्रशासन हाई अलर्ट पर है। हरियाणा के किसान आंदोलन में शामिल हैं। पंजाब के बाद हरियाणा में किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया था। यहां बंद का असर नजर आ सकता है। राज्य के 3400 पेट्रोल पंप बंद रहेंगे। बिहार में महागठबंधन के दलों ने बड़े पैमाने पर बंद को सपोर्ट करने की तैयारी कर ली है।

देश के 17 राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकार है। छह केंद्र शासित प्रदेश भी हैं, जिनमें से जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रपति शासन लागू है। इस तरह इन 23 राज्यों में देश की 50% आबादी रहती है। यहां 6.25 करोड़ किसान परिवार हैं।

मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार चाहती है कि मंडियां चलती रहें

मध्यप्रदेश में बंद का ज्यादा असर देखने को नहीं मिलेगा। शिवराज सरकार चाहती है कि प्रदेश की सभी 255 मंडियां चलती रहें। मध्यप्रदेश में सोमवार शाम तक किसी भी व्यापारी संगठन ने भारत बंद का समर्थन नहीं किया था। उधर, कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के प्रवक्ता विवेक साहू ने बताया कि मध्यप्रदेश में भारत बंद का असर नहीं होगा। हालांकि, कांग्रेस बड़े पैमाने पर प्रदर्शन की तैयारी में है।

हरियाणा के 3400 पेट्रोल पंप दोपहर 3 बजे तक बंद रहेंगे

हरियाणा में किसानों का पेट्रोलियम डीलर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान संजीव चौधरी ने कहा कि किसानों के समर्थन में प्रदेश के 3400 से ज्यादा पेट्रोल पंप सुबह 8 से दोपहर 3 बजे तक बंद रहेंगे। सब्जी मंडियों में भी बंद का ऐलान किया गया है। रोडवेज निगम के अधिकारियों का कहना है कि यात्री मिलेंगे तो बसें चलाएंगे।

राज्य में मेडिकल स्टोर खुले रहेंगे। बाजारों के खुलने या बंद रहने पर देर शाम तक कारोबारी संगठनों के बीच एक राय नहीं बन सकी।

बिहार में महागठबंधन का बंद को समर्थन

बिहार में लेफ्ट पार्टियों के साथ ही राजद और कांग्रेस के कार्यकर्ता भी भारत बंद के समर्थन में सड़कों पर उतरेंगे। इनकी सड़क और रेल मार्ग को रोकने की तैयारी है। इसके लिए सोमवार को लेफ्ट पार्टियों और कांग्रेस ने किसान संगठनों के साथ पटना में बैठक भी की।

भाकपा माले की रणनीति है कि पहले नेशनल हाईवे बंद किया जाए। इसलिए पटना आने वाले रास्तों पर असर पड़ सकता है। NH 30 पटना-बख्तियारपुर, NH30A फतुहा से नालंदा के साथ ही पटना- गया और पटना-बख्तियारपुर स्टेट हाईवे भी प्रभावित हो सकते हैं।

उत्तर प्रदेश में भी व्यापारी संगठन बंद के समर्थन में नहीं

भाजपा शासित सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में किसान संगठनों के भारत बंद का थोड़ा असर देखने को मिल सकता है। राजधानी लखनऊ में किसान संगठन के पदाधिकारी जगह-जगह प्रदर्शन करेंगे। सपा ने भी किसानों का समर्थन देने का ऐलान किया है। हालांकि, राज्य में किसी भी व्यापारी संगठन ने भारत बंद का समर्थन करने का ऐलान नहीं किया है।

शहर में सभी मार्केट खुलेंगे। ट्रांसपोर्ट के सभी साधन भी चलते रहेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफसरों से कहा है कि राज्य में आम लोगों को दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

गुजरात में असर के आसार नहीं

भारत बंद के मद्देनजर गुजरात सरकार ने पुख्ता इंतजाम किए हैं। अहमदाबाद में पुलिस कमिश्नर ने एक जगह पर चार या इससे ज्यादा लोगों के इकट्‌ठा होने पर रोक लगा दी है। गुजरात के सीएम विजय रूपाणी ने कहा कि गुजरात के किसान और APMC मंडियां भारत बंद के सपोर्ट में नहीं हैं। हमारे राज्य में बंद सफल नहीं रहेगा।

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