सियासत से किसान थोडे़ दूर, थोड़े पास:किसान नेता बोले- कल पूरे दिन शांतिपूर्ण बंद रहेगा, हमारे मंच पर किसी राजनेता को जगह नहीं मिलेगी
नई दिल्ली। तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों के आंदोलन का आज 12वां दिन है। शाम को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसान नेताओं ने कहा- कल पूरा दिन बंद रहेगा। यह पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा। हमारे मंच पर किसी राजनेता को जगह नहीं मिलेगी। इस बीच, राजनीतिक दलों के नेताओं का आंदोलन स्थल पर पहुंचने का सिलसिला जारी रहा।
जैसा पब्लिक सपोर्ट मिल रहा है चार घंटों के संपूर्ण बंद में सफलता की उम्मीद है। आम जनता ड्यूटी के लिए 10 बजे से पहले ऑफिस जा सकती है। जो जहां संभव हो वहां बंद करे, लोग अपना गांव अपनी सड़क के तहत NH पर बैठें। दुकानदार लंच के बाद दुकानें खोलें: सिंघु बॉर्डर से किसान नेता राकेश टिकैत pic.twitter.com/nOJVjzQoqy
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 7, 2020
दिल्ली-हरियाणा-सिंघु बॉर्डर पर किसान नेता डॉ. दर्शन पाल ने कहा कि हमारा बंद पूरे दिन रहेगा। दोपहर 3 बजे तक चक्का जाम होगा। यह एक शांतिपूर्ण बंद रहेगा। हम हमारे मंच पर किसी भी राजनीतिक नेता को जगह नहीं देंगे।
उन्होंने तब राज्यों को पत्र लिखकर चेतावनी भी दी थी कि जो इन्हें लागू नहीं करेगा उनकी आर्थिक सहायता बंद कर दी जाएगी। अब अचानक सारी पार्टियां इन कानूनों से सहमत नहीं है। ये विपक्षी दल का घटिया काम और दोगलापन है इसकी निंदा की जानी चाहिए: शरद पवार के 2010 में लिखे पत्र पर हरियाणा CM pic.twitter.com/udHOU5DQE0
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वहीं, किसान नेता निर्भय सिंह धुड़िके ने कहा- हमारा प्रदर्शन केवल पंजाब तक सीमित नहीं है। दुनियाभर के नेताओं का इसे समर्थन मिल रहा है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भी हमें सपोर्ट कर रहे हैं। हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्ण है। इससे पहले, किसानों के समर्थन में आज पंजाब के 30 एथलीट्स अवॉर्ड लौटाने राष्ट्रपति भवन की ओर बढ़े, लेकिन पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया।
सपा ने शांतिपूर्ण रैली निकालने का फैसला लिया था जिसे सरकार ने जानबूझकर रोका। जगह-जगह से लोगों के घायल होने की सूचना मिली है। पूरे प्रदेश में समाजवादी कार्यकर्ता गिरफ्तार हुए हैं। हमारी पार्टी किसानों के भारत बंद का समर्थन करती है: सपा प्रमुख अखिलेश यादव #FarmLaws pic.twitter.com/CO7XvYAWLO
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कल सुबह 11 बजे से 3 बजे तक किसानों का भारत बंद
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम शांति से प्रदर्शन करते रहेंगे। हम आम आदमी को परेशान नहीं करना चाहते। मंगलवार को भारत बंद का समय 11 बजे से 3 बजे तक इसीलिए रखा है, क्योंकि 11 बजे तक ज्यादातर लोग ऑफिस पहुंच जाते हैं और 3 बजे छुट्टी होनी शुरू हो जाती है।
पहले भी अवार्ड वापिस हुए थे। ये जितने भी अवार्डी हैं उन्हें अवार्ड कैसे मिले हैं? भारत माता को गाली दो, देश के टुकड़े करो। ये तथाकथित बुद्धिजीवी, तथाकथित अवार्डी ये देशभक्त नहीं हैं!: किसान आंदोलन के समर्थन में अवार्ड वापसी पर म.प्र. कृषि मंत्री कमल पटेल https://t.co/eRByAD7BNa
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एयर इंडिया ने पैसेंजर्स को दी छूट
एयर इंडिया ने कहा कि अगर कोई पैसेंजर भारत बंद की वजह से एयरपोर्ट नहीं पहुंच पाता है तो उसे नो शो चार्ज नहीं देना होगा। साथ ही कंफर्म टिकट होने पर किसी दूसरे दिन किसी भी एयरपोर्ट से सफर करने की छूट दी जाएगी।
न ही हम और न ही किसान मंडियां बंद होने देंगे। किसान कहीं नहीं जा रहे हैं। किसान भाजपा के साथ हैं वो कृषि कानूनों के साथ हैं: कांग्रेस द्वारा कल मंडियां बंद करवाने पर म.प्र. के कृषि मंत्री कमल पटेल pic.twitter.com/km6fq2MNZP
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नेशनल अवॉर्ड और किसान आंदोलन दो अलग-अलग चीजें- एसोसिएशन
खिलाड़ियों के अवॉर्ड वापसी के बीच इंडियन ओलिंपिक असोसिएशन ने सोमवार को बयान जारी कर कहा कि नेशनल अवॉर्ड और किसान आंदोलन दो अलग-अलग चीजें हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द मामले को सुलझा लिया जाएगा। किसान हमारे अन्नदाता है, हम सभी उनके साथ हैं। लेकिन हमें सरकार और किसानों पर भरोसा करना होगा, जो मामले को सुलझाने के लिए एक-दूसरे के संपर्क में हैं।
भारत बंद हमारा शांतिपूर्ण आह्वान है, सबसे अपील है कि इसे ज़ोर-ज़बरदस्ती से न करें। राजनीतिक दलों ने जो हमारा समर्थन किया है उसके लिए उनका धन्यवाद, उनसे अपील है कि जब किसान आंदोलन में शामिल होने के लिए आएं तो अपना झंडा घर छोड़कर आएं: सिंघु बॉर्डर से किसान नेता डॉ. दर्शन पाल pic.twitter.com/claOH7INGe
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अखिलेश यादव लखनऊ में हिरासत में लिए गए
किसानों को समर्थन देने के लिए सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने समर्थकों के साथ लखनऊ से कन्नौज जाने के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें लखनऊ में ही रोक दिया। इसके बाद अखिलेश वहीं धरने पर बैठ गए। पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। अखिलेश के समर्थक पुलिस से उलझते नजर आए। पुलिस को हल्का लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने किसानों के समर्थन में 8 दिसंबर को चक्का जाम करने का फैसला किया है। परिवहन संघ, ट्रक यूनियन, टेंपो यूनियन सभी ने बंद को सफल बनाने का फैसला किया है। यह बंद पूरे भारत में होगा: लुधियाना से चरणजीत सिंह लोहारा प्रधान पंजाब ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन pic.twitter.com/Z0A5BKGVTh
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केजरीवाल बोले- केंद्र ने 9 स्टेडियमों को जेल बनाने का दबाव डाला था
इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल किसानों से मिलने सिंघु बॉर्डर पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘किसानों का मुद्दा और संघर्ष जायज है। हम किसानों के संघर्ष में शुरू से ही साथ रहे हैं। केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस ने हमसे 9 स्टेडियमों को जेल बनाने की परमिशन मांगी थी। हम पर खूब दबाव बनाया गया, लेकिन हमने परमिशन नहीं दी। केंद्र सरकार चाहती थी कि किसानों दिल्ली आएं और उन्हें जेल में डाल दें।’
मुंबई पुलिस की तरफ से रेगुलर पेट्रोलिंग की जाएगी और पूरी सतर्कता रहेगी। अगर किसी ने जबरदस्ती की तो हम कार्रवाई करेंगे। कोविड के कारण धारा 144 पहले से ही लागू है: भारत बंद की तैयारियों पर मुंबई पुलिस PRO DCP एस. चैतन्य #महाराष्ट्र pic.twitter.com/mEQBFDiYau
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सरकार का तंज- आप करें तो किसानों का कल्याण, हम करें तो सड़क पर आते हैं
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्ष पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन को लेकर आज विपक्ष का दोहरा चरित्र सामने आया है। यह खतरनाक है। कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में मंडी व्यवस्था खत्म करने की बात कही थी।
#WATCH | गुजरात में किसानों और APMC की तरफ से भारत बंद को सपोर्ट नहीं है। गुजरात में ऐसी कोई स्थिति नहीं है। कल ये बंद सफल नहीं रहेगा। सरकार ने भी पूरी व्यवस्था की है कि बंद के नाम पर कोई हिंसक घटना न घटे: गुजरात CM विजय रूपाणी pic.twitter.com/22vnTXfV4O
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शरद पवार ने इसके लिए दो मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी भी लिखी थी। आज विपक्ष सिर्फ विरोध करने के लिए विरोध कर रहा है। केजरीवाल ने पहले गजट पास किया, अब किसानों के पक्ष में खड़े हो गए हैं। आप कुछ करें तो वो किसानों का कल्याण है, हम करें तो आप सड़क पर उतर आते हैं।
#WATCH 2010-11 के केंद्रीय कृषि मंत्री ने सभी राज्य सरकारों को APMC एक्ट में संशोधन के लिए पत्र लिखा था। कांग्रेस और उसे समर्थन करने वाले राजनीतिक दल आज अपने वक्तव्यों से कैसे मुकर सकते हैं। ये किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर के देश में अराजकता फैलाने का प्रयास कर रहे हैं: यूपी CM https://t.co/AEKwFBTmGe pic.twitter.com/WzUweCgmPz
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8 दिसंबर के बंद से एम्बुलेंस और शादियों वाली गाड़ियों को छूट
किसानों के 8 दिसंबर के भारत बंद के समर्थन में कांग्रेस समेत 20 सियासी दल और 10 ट्रेड यूनियंस उतर आए हैं। विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने 9 दिसंबर को राष्ट्रपति से मिलने के लिए समय मांगा है।
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव को पुलिस ने हिरासत में लिया। #FarmersProtest https://t.co/1ipLU4fGnz pic.twitter.com/hSfUHQUwVO
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बसपा प्रमुख मायावती ने भी आज किसान आंदोलन को समर्थन का ऐलान किया। उधर, किसान नेता बलदेव सिंह निहालगढ़ ने बताया कि मंगलवार को बंद के दौरान एम्बुलेंस और शादियों वाली गाड़ियां आ-जा सकेंगी।
लंगरों में इतना अनाज कि दान देने वालों को मना करना पड़ रहा
प्रदर्शन करने वालों किसानों के लिए अनाज दान देने वालों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि लंगर लगाने वालों को दान देने वालों से हाथ जोड़कर मना करना पड़ रहा है। हर लंगर पर कई दिनों की जरूरत का अनाज जमा है।
#WATCH | नोएडा: कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए एक व्यक्ति ने भैंस के आगे बीन बजाई। #FarmersProtest pic.twitter.com/h8PdluagHj
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किसानों का अगला टारगेट- बदरपुर बॉर्डर पर डालना है डेरा
किसानों और सरकार के बीच हुई 5 दौर की बातचीत के बाद भी कोई रास्ता नहीं निकल सका है। अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के कई बॉर्डर पर किसान डेरा डाले हुए हैं। 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान भी कर चुके हैं। उनका अगला टारगेट बदरपुर बॉर्डर को बंद करने का है। इसे लेकर पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां भी हरकत में आ चुकी हैं। पुलिस भी अपने स्तर पर किसानों की स्ट्रैटजी पता लगाने की कोशिश में लगी है।
दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में राष्ट्रपति भवन की ओर जा रहे खिलाड़ियों को सुरक्षाबलों ने रोका। पूर्व रेसलर करतार सिंह ने बताया, "आज हम राष्ट्रपति जी को अपने सारे अवार्ड वापस करने जा रहे हैं और उनसे अनुरोध करेंगे कि कृषि कानून को वापस लें।" pic.twitter.com/U4wPKG8j2W
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