किसान आंदोलन का 11वां दिन:भारत बंद को पूरे विपक्ष का समर्थन, सोनिया समेत 11 नेताओं ने कहा- किसानों की मांगें माने सरकार
Farmers Protest: रविवार को कश्मीर में तैयार हुए गुपकार गठबंधन, वाम दलों, आरएसपी, डीएमके, आरजेडी, एसपी, तृणमूल कांग्रेस, तेलंगाना राष्ट्र समिति और दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी भी किसानों के समर्थन में आ गईं हैं.
नई दिल्ली. अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की सरहदों पर डटे किसानों ने आगामी 8 दिसंबर को भारत बंद (Bharat Band) का आह्वान किया है. खास बात है कि सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों में किसानों को 18 विपक्षी दलों का भी साथ मिल गया है. हाल ही में NCP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने भी चेतावनी दी थी कि मांगों पर विचार नहीं किया, तो पूरे देश के लोग आंदोलन में किसानों के साथ खड़े हो जाएंगे. किसानों और सरकार के बीच पांच दौर की मुलाकात बेनतीजा रही हैं. वहीं, 9 दिसंबर को सरकार और किसान एक बार फिर चर्चा करेंगे. हालांकि, सरकार कृषि कानूनों (Farm Laws) में संशोधन करने के संकेत दे चुकी है.
नए किसान कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के 11वें दिन रविवार को कई रंग दिखाई दिए। एक तरफ हजारों किसान दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर डटे रहे। दूसरी तरफ, भारत बंद को समर्थन देने के लिए विपक्षी पार्टियों में होड़ मच गई। एक के बाद एक पार्टी के प्रवक्ताओं के बयान आते रहे। सभी ने एक सुर में कहा कि हम किसानों के भारत बंद को समर्थन देते हैं। शाम को सभी विपक्षी दलों का जॉइंट स्टेटमेंट भी आ गया।
विपक्ष के साझा बयान में सोनिया गांधी समेत 11 बड़े नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की मांगें पूरी करे। इनमें NCP नेता शरद पवार, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, DMK के चीफ एमके स्टालिन और PAGD के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, RJD के तेजस्वी यादव, भाकपा के महासचिव डी राजा, भाकपा (ML) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, AIFB के महासचिव देवव्रत विश्वास और RSP के महासचिव मनोज भट्टाचार्य शामिल हैं।
सरकार ने शुरू की 9 दिसंबर की बैठक की तैयारी
वहीं, आगे की रणनीति को लेकर किसान संगठनों के बीच सिंघु बॉर्डर पर अहम बैठक हुई। सरकार भी नौ दिसंबर को होने वाली बैठक की तैयारी करती रही। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और कैलाश चौधरी ने आपस में बात की। वहीं, NCP चीफ शरद पवार बोले कि वे इस मसले पर 9 दिसंबर को राष्ट्रपति से मिलेंगे।
शिवसेना सांसद संजय राउत का ट्वीट
देश के किसानों द्वारा पुकारे गए राष्ट्रव्यापी बंद को शिवसेना का समर्थन!
किसान अन्नदाता हैं,इसलिए उनके प्रति हमारी नैतिक जिम्मेदारी के नाते देश की जनता को भी किसानों के बंद में स्वेच्छा से हिस्सा लेना चाहिए।शिवसेना किसानों की मांगों और 8 दिसंबर के भारत बंद में उनके साथ है
जय हिंद! pic.twitter.com/lcgVcLEIqJ— Sanjay Raut (@rautsanjay61) December 6, 2020
किसान कानूनों के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन के 11वें दिन रविवार को कई रंग दिखाई दिए। एक तरफ हजारों किसान दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर डटे रहे। दूसरी तरफ, भारत बंद को समर्थन देने के लिए विपक्षी पार्टियों में होड़ मच गई। एक के बाद एक पार्टी के प्रवक्ताओं के बयान आते रहे। सभी ने एक सुर में कहा कि हम किसानों के भारत बंद को समर्थन देते हैं। शाम को सभी विपक्षी दलों का जॉइंट स्टेटमेंट भी आ गया।
विपक्ष के साझा बयान में सोनिया गांधी समेत 11 बड़े नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की मांगें पूरी करे। इनमें NCP नेता शरद पवार, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, DMK के चीफ एमके स्टालिन और PAGD के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव, RJD के तेजस्वी यादव, भाकपा के महासचिव डी राजा, भाकपा (ML) के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य, AIFB के महासचिव देवव्रत विश्वास और RSP के महासचिव मनोज भट्टाचार्य शामिल हैं।
सरकार ने शुरू की 9 दिसंबर की बैठक की तैयारी
वहीं, आगे की रणनीति को लेकर किसान संगठनों के बीच सिंघु बॉर्डर पर अहम बैठक हुई। सरकार भी नौ दिसंबर को होने वाली बैठक की तैयारी करती रही। कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और कैलाश चौधरी ने आपस में बात की। वहीं, NCP चीफ शरद पवार बोले कि वे इस मसले पर 9 दिसंबर को राष्ट्रपति से मिलेंगे.
इन पार्टियों ने दिया बंद को खुला समर्थन
कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, भाकपा, माकपा,शिरोमणि अकाली दल TRS, VCK, MMK, IJK, KNMNK, DMK, MDMK और IUML के साथ -साथ जम्मू-कश्मीर के पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकार डिक्लेरेशन ने भी बंद को खुला समर्थन दिया है। इस अलायंस में नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और माकपा की जम्मू-कश्मीर इकाई शामिल है।
बेनीवाल बोले, 8 दिसंबर को तय करेंगे NDA में रहना है या नहीं
किसान आंदोलन के कारण भाजपा की अगुवाई वाले नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस (NDA) में फूट पड़ने लगी है। बंद के समर्थन में आए राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और राजस्थान से सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री को कृषि कानून वापस लेने चाहिए। हम एनडीए में रहेंगे या नहीं इस पर आठ दिसंबर के बाद ही फैसला लिया जाएगा।
कृषि राज्य मंत्री का विपक्ष पर वार
इस बीच कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने विपक्ष को आड़े हाथों लिया। उन्होंने विपक्ष पर किसानों को भड़काने का आरोप लगाते हुए कहा कि देश के किसानों को नए कानून से फायदा ही होगा, लेकिन कांग्रेस शासित राज्यों की सरकारें उन्हें भड़का रही हैं। राजनीतिक लोग आग में ईंधन डाल रहे हैं।
लंदन में इंडियन हाई कमीशन के बाहर नारेबाजी
#WATCH: London Police in full force giving protection to Indian High Commission while protestors raise anti-India slogans and some pro-farmer slogans. pic.twitter.com/AfFbZdhLbX
— ANI (@ANI) December 6, 2020
किसान आंदोलन के समर्थन में विदेश में भी प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। रविवार को लंदन और अमेरिका में लोगों ने प्रदर्शन किया। लंदन में इंडियन हाई कमीशन के बाहर कुछ लोगों ने नारेबाजी की। इसे देखते हुए हाई कमीशन के बाहर पुलिस तैनात कर दी गई।
8 दिसंबर को पूरे देश में होने वाली हड़ताल में कांग्रेस समेत 18 बड़े विपक्षी दलों ने किसानों का साथ देने का फैसला किया है. रविवार को कश्मीर में तैयार हुए गुपकार गठबंधन (गुपकार गठबंधन में 7 पार्टियां शामिल हैं), वाम दलों (Left Parties), आरएसपी (RSP), डीएमके (DMK), आरजेडी (RJD), तृणमूल कांग्रेस (TMC), तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) और दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) भी किसानों के समर्थन में आ गईं हैं. वहीं, एक ओर सरकार के मंत्रियों के बीच बैठकों का दौर जारी है और सिंघु सीमा (Singhu Border) पर किसान संगठन भी आंदोलनों को लेकर चर्चा कर रहे हैं. इनके अलावा VCK, MMK, IJK, KNMNK, MDMK, IUML पार्टियों ने किसानों का साथ देने का फैसला किया है.
नेशनल हाईवे दोनों ओर से बंद
आंदोलन के कारण दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सिंघु, औचंडी, पियो मनियारी, मंगेश बॉर्डर बंद कर दिया है। नेशनल हाईवे-44 दोनों ओर से बंद है। लोगों से अपील की गई कि वे लामपुर, साफियाबाद, सबोली, भोपरा, अप्सरा बॉर्डर या पैरिफेरल एक्सप्रेस-वे से जाएं। NH-24 बंद होने से कुछ बच्चे उस पर क्रिकेट खेलते देखे गए।
सिंघु बॉर्डर पर चल रहे लंगर
सिंघु बॉर्डर पर किसानों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। कोई भूखा न ने रहे, इसके लिए कई लंगर चल रहे हैं। दूध, बादाम और किशमिश मुफ्त में बांटे जा रहे हैं। DSGMC,संयुक्त सिख, खालसा एड जैसे कई संगठन सेवा कर रहे हैं। ट्रैक्टर और ट्रॉलियां किसानों के अस्थायी घर बन गए हैं। इलाज के लिए डॉक्टर मौजूद हैं।
अपडेट्स
- गुरुदासपुर से बीजेपी के सांसद सनी देओल ने कहा कि यह किसानों और सरकार के बीच का मामला है। दोनों मिलकर कोई हल निकाल लेंगे। कई लोग इसका फायदा उठाना चाहते हैं। वे किसानों का फायदा नहीं सोच रहे। उनका अपना स्वार्थ है।
- सिंघु बॉर्डर पर किसान नेता बलदेव सिंह ने कहा कि 8 दिसंबर को होने वाले भारत बंद में सभी शामिल हों। उन्होंने कहा कि गुजरात से 250 किसान दिल्ली आ रहे हैं।
- कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस किसानों के साथ है। हमारी सभी जिला इकाइयों को निर्देश दिया गया है कि वे किसानों के समर्थन में धरना-प्रदर्शन करें।
- ओलंपिक मेडलिस्ट विजेंदर सिंह ने सिंघु बॉर्डर पहुंचकर किसान आंदोलन का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अगर सरकार काला कानून वापस नहीं लेती, तो मैं अपना राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार वापस कर दूंगा।
- मुंबई में शिरोमणि अकाली दल के प्रतिनिधिमंडल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात की। मुलाकात के बाद प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि उद्धव ने आंदोलन के दौरान किसानों के सभी कार्यक्रमों में समर्थन करने का भरोसा दिलाया है। वे दो हफ्ते बाद दिल्ली में होने वाली बैठक में भी हिस्सा लेंगे। उन्होंने किसान आंदोलन के समर्थन की बात भी कही है।
- राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) शरद पवार ने कहा कि केंद्र सरकार को परिपक्वता दिखानी चाहिए। यह आंदोलन सिर्फ दिल्ली तक ही सीमित नहीं रहेगा। अगर सरकार ने किसानों की मांगों पर विचार नहीं किया, तो पूरे देश के किसान सरकार के खिलाफ खड़े हो जाएंगे।
- दिल्ली की आप सरकार में मंत्री गोपाल राय ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पार्टी अधिकारियों और कार्यकर्ताओं से किसानों के भारत बंद का समर्थन करने की अपील की है।
कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा ‘हमारे सभी जिला और प्रदेश हेडक्वार्टर्स इस बंद का साथ देंगे. वहीं, प्रदर्शनों के जरिए इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि बंद सफल रहा रहे.’ एक बयान के मुताबिक, तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस के मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा है कि पार्टी बंद में पूरी तरह से शामिल होगी और इसकी सफलता को सुनिश्चित करेगी. वहीं, तमिलनाडु में विपक्ष की भूमिका निभा रही डीएम ने भी कहा है कि किसानों की यह ‘मांग पूरी तरह जायज है’.
खबरें आ रहीं थीं कि पंजाब में शिरोमणी अकाली दल भी विपक्ष को एकजुट कर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है. इसके लिए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी, सपा के अखिलेश यादव से बात जारी थी. अकाली दल विपक्षी दलों को एकजुट कर अपनी अगुवाई में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखने की योजना बना रहा है. पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पद्मविभूषण लौटाने का फैसला किया था. उनके अलावा पंजाब के कई खिलाड़ी और कोच ने अवॉर्ड लौटाने की बात कही थी. प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे विजेंदर सिंह ने भी सरकार को खेल रत्न लौटाने की चेतावनी दी है.
विपक्ष के अलावा सेलेब्स का भी समर्थन
किसानों के इस आंदोलन में दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) समेत मनोरंजन जगत की कई हस्तियों ने अपना समर्थन जताया है. पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत ने किसानों के लिए गर्म कपड़ों की व्यवस्था करने एक करोड़ रुपए का दान दिया है. पंजाबी सिंगर गिप्पी ग्रेवाल ने किसान आंदोलनों में बॉलीवुड की तरफ से प्रतिक्रिया नहीं आने पर नाराजगी जताई थी. इसके बाद डायरेक्टर हंसल मेहता, एक्टर रितेश देशमुख इसके समर्थन में आए थे. इनके अलावा एक्टर सोनू सूद, पंजाबी सिंगर सुखबीर, गुरदास मान, एमी वर्क, जैजी बी समेत कई बड़े कलाकारों ने समर्थन किया था.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर लगातार रेल मंत्री पीयूष गोयल (Piyush Goyal) और राज्य मंत्री सोम प्रकाश के साथ मिलकर किसानों से चर्चा कर रहे हैं. इसी बीच उन्होंने कृषि राज्य मंत्रियों कैलाश चौधरी और पुरुषोत्तम रुपाला से मुलातात करने का फैसला किया है. तोमर आज दोनों मंत्रियों के साथ मीटिंग करेंगे. किसानों से बात कर रहे तीनों मंत्रियों ने जानकारी दी थी कि किसानों की मांगों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) से चर्चा की जाएगी. इसके बाद कैबिनेट कोई फैसला लेगी.