अंतरिक्ष में पहली बार उगाई गई मूली, 2021 में धरती पर लाई जाएगी, नासा ने शेयर की तस्‍वीर

बता दें कि अंतरिक्ष (Space) में मूली (Radish) उगाने का सबसे बड़ा कारण ये था कि मूली 27 दिन के अंदर तैयार हो जाती है. इसके साथ ही मूली की इस फसल में पोषक तत्व भी हैं और ये खाने लायक भी है.

0 1,000,185

नई दिल्‍ली. नासा (NASA) के वैज्ञानिकों ने पहली बार अंतरिक्ष में मूली (Radish) की फसल उठाने में सफलता हासिल की है. खबर है कि इस फसल को 2021 में धरती पर लाने की तैयारी है. नासा की अंतरिक्षयात्री  और फ्लाइट इंजीनियर केट रूबिन्स ने अंतरिक्ष (Space) में मूली के 20 पौधों को काट लिया है और पैक कर कोल्‍ड स्‍टोरेज में रख दिया है. मूली के पौधों को अब 2021 में धरती पर लाया जा सकेगा.

नासा ने अंतरिक्ष में मूली की फसल उगाए जाने की जानकारी शेयर करते हुए कहा कि वैज्ञानिकों ने इस फसल का नाम हेबिटेट-02 रखा है. बता दें कि अंतरिक्ष में मूली उगाने का सबसे बड़ा कारण ये था कि मूली 27 दिन के अंदर तैयार हो जाती है. इसके साथ ही मूली की इस फसल में पोषक तत्व भी हैं और ये खाने लायक भी है.

Nasa, plant, space, radish, nasa scientist, crop

अंतरिक्ष में नासा के वैज्ञानिकों ने उगाई मूली की फसल. फोटो : NASA

नासा की ओर से जानकारी दी गई है कि मूली को सोच समझकर अंतरिक्ष में उगाया गया है क्‍योंकि मूली का इस्‍तेमाल शोध में किया जाता है. मूल पौष्टिक और तेजी से उगने वाली फसल है. अंतरिक्ष यात्री और भी फसल उगा सकते थे लेकिन उन्‍होंने मूली को ही चुना क्‍योंकि वह जल्‍द से जल्‍द अंतरिक्ष में कोई फसल उगाना चाहते थे.

इसके साथ ही इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन की ओर से जानकारी दी गई है कि मूली को उगाने में काफी कम देखभाल की जरूरत होती है. स्पेस के जिस चैम्बर में इसे उगाया जाता है, वहां लाल, नीली और हरी और व्हाइट एलईडी लाइट की रोशनी डाली जाती है ताकि पौधे की ग्रोथ अच्छी हो. वैज्ञानिक अब अतंरिक्ष में उगने वाली मूल की तुलना फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर में उगाई गई मूली से करेंगे. इसके साथ ही वह धरती पर उगने वाली मूली से भी इसकी तुलना करेंगे.

Leave A Reply

Your email address will not be published.