कृषि कानूनों के विरोध का 10वां दिन:किसानों का 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान, अब पूरी दिल्ली को घेरेंगे

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कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का शुक्रवार को 9वां दिन था। सरकार के साथ शनिवार (10वें दिन) को होने वाली बैठक से पहले किसानों ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने 8 दिसंबर को भारत बंद करने का ऐलान किया है। किसानों ने सभी टोल प्लाजा पर कब्जा करने की चेतावनी भी दी।

उनका कहना है कि आने वाले दिनों में दिल्ली की बची हुई सड़कों को भी ब्लॉक करेंगे। यह जानकारी किसानों की मीटिंग के बाद उनके नेता हरविंदर सिंह लखवाल ने दी। किसान संगठन पहले ही कह चुके हैं कि 5 दिसंबर यानी शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पुतले जलाए जाएंगे।

किसानों को हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में अर्जी
पिटीशनर ने कहा कि किसानों को दिल्ली की सीमाओं से तुरंत हटाने के निर्देश दिए जाएं, क्योंकि प्रदर्शनकारियों की वजह से कोरोना का खतरा बढ़ सकता है। पिटीशनर के वकील ओम प्रकाश परिहार ने यह जानकारी दी। हालांकि, इस अर्जी पर सुनवाई का दिन तय नहीं हुआ है।

किसानों के समर्थन में TMC भी प्रदर्शन शुरू करेगी
इससे पहले, किसान भाइयों को शुक्रवार को दीदी यानी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी साथ मिल गया। ममता बनर्जी ने कई किसान नेताओं से फोन पर बात की और कहा कि केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ आपके आंदोलन में TMC पूरी तरह साथ है। किसानों के समर्थन में TMC अगले हफ्ते से बंगाल में प्रदर्शन शुरू करेगी।

किसानों के समर्थन में अवॉर्ड वापसी तेज
किसानों के सपोर्ट में अवॉर्ड वापसी का सिलसिला दूसरे दिन शुक्रवार को भी जारी रहा। लेखक डॉ. मोहनजीत, चिंतक डॉ. जसविंदर और पत्रकार स्वराजबीर ने अपने साहित्य अकादमी अवॉर्ड लौटा दिए। गुरुवार को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने अपना पद्मविभूषण अवॉर्ड लौटा दिया था। उनके अलावा राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा ने अपना पद्मभूषण वापस करने का ऐलान किया था। किसानों का कहना है कि 7 दिसंबर को खिलाड़ी भी अपने अवॉर्ड लौटाएंगे।

कनाडा के PM के बयान से विदेश मंत्रालय नाराज
किसान आंदोलन को लेकर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बयान पर विदेश मंत्रालय ने सख्त ऐतराज जताया। मंत्रालय ने कहा है कि भारतीय किसानों को लेकर कनाडा के नेताओं के बयान हमारे अंदरुनी मामलों में दखलंदाजी है, ऐसा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। यह जारी रहा तो दोनों देशों के रिश्तों को गंभीर नुकसान हो सकता है। भारत ने कनाडा के हाई कमिश्नर को भी तलब किया है।

बता दें कि ट्रूडो ने गुरुनानक जयंती के दिन भारत के प्रदर्शनकारी किसानों का समर्थन करते हुए कहा था कि हालात चिंताजनक हैं। हम हमेशा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के पक्ष में रहे हैं।

केंद्र सुधारों पर राजी, पर किसान नहीं

किसानों और केंद्र के बीच एक दिन पहले यानी गुरुवार को हुई बातचीत में साफ हो गया था कि आंदोलन अभी थमेगा नहीं। क्रांतिकारी किसान यूनियन के लीडर दर्शनपाल ने कहा कि केंद्र कानूनों में कुछ सुधार पर राजी है, पर हम नहीं। हमने उन्हें बता दिया है कि पूरे कानून में ही खामी है।

दिल्ली बॉर्डर पर 9 प्वाइंट बंद, किसान लगातार जमा रहे

आंदोलन के चलते दिल्ली बॉर्डर पर 9 प्वाइंट पर ट्रैफिक बंद रुका है। कुछ वैकल्पिक रास्ते दिल्ली में जाने के लिए हैं, लेकिन इन पर ट्रैफिक की स्थिति खराब है। हरियाणा और पंजाब के किसान लगातार बॉर्डर पर जमा हो रहे हैं। सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर हजारों युवा जमा होंगे। नौजवान भारत सभा ने बताया कि मोगा, फरीदकोट, मुक्तसर, जालंधर, अमृतसर, गुरदासपुर, नवानशहर, रोपड़, संगरूर और पटियाला से युवा बॉर्डर पर आ रहे हैं।

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