LIVE: किसान आंदोलन पर डटे, सरकार भी एक्टिव, शाह से मिलने पहुंचे कृषि मंत्री और पीयूष गोयल

अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान डटे हुए हैं. सरकार के साथ पहले दौर की बातचीत विफल होने के बाद किसानों ने आंदोलन जारी रखने की बात कही है. दूसरी ओर सरकार भी एक्टिव नजर आ रही है. गृह मंत्री अमित शाह के घर बुधवार सुबह कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और पीयूष गोयल पहुंचे. इन्हीं मंत्रियों ने किसानों से चर्चा की थी.

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नई दिल्ली। किसानों के आंदोलन के कारण नोएडा लिंक रोड पर स्थित चिल्ला बॉर्डर को बंद कर दिया गया है. यहां पर गौतम बुद्ध द्वार के पास किसानों का जमावड़ा है. लोगों से अपील की गई है कि वह नोएडा लिंक रोड की बजाए नोएडा जाने के लिए एनएच-24 और डीएनडी का इस्तेमाल करे. टिकरी, झारोदा, झटीकरा बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है.

बदुसराय बॉर्डर को सिर्फ टू-व्हीलर गाड़ियों के लिए खोला गया है. दिल्ली से हरियाणा में धनसा, दौराला, कापसहेड़ा, राजोकरी एनएच-8, बिजवासन/बाजघेरा, पालम विहार और दुंदाहेरा बॉर्डर से जाया जा सकता है. इसके अलावा सिंधु बॉर्डर भी बंद है. लामपुर, औचंडी समेत कई छोटे बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है.

कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल बुधवार सुबह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के घर पहुंचे हैं. बीते दिन इन दोनों मंत्रियों ने ही किसानों के साथ चर्चा की थी. आज किसानों को लिखित में अपनी शिकायतें देनी हैं, जिसके बाद कल फिर किसान-सरकार चर्चा करेंगे.

किसानों के प्रदर्शन के बीच फरीदाबाद बॉर्डर पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई है. अब यहां नाका लगाकर हर किसी की चेकिंग की जा रही है. बता दें कि पलवल में किसान आंदोलन को लेकर महापंचायत की जा रही है.

किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. रालोद नेता जयंत चौधरी भी अब सिंधु बॉर्डर पहुंचे हैं. उनका कहना है कि वो एक किसान के नाते यहां आए हैं. सरकार को बिना किसी शर्त के किसानों से चर्चा करनी चाहिए.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर एक बार फिर किसान आंदोलन के मसले पर सरकार को घेरा है. राहुल गांधी ने लिखा, ‘कहा- किसान की आय दुगनी होगी. किया- ‘मित्रों’ की आय हुई चौगुनी और किसान की होगी आधी. झूठ की, लूट की, सूट-बूट की सरकार’.

गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने बैरिकेड हटाने की कोशिश की

फिर धरने पर किसान, सरकार को आज देंगे बिल पर अपनी आपत्तियां, कल अगले दौर की बातचीत

कृषि कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरे किसान अबतक अपनी जंग लड़ रहे हैं. पिछले करीब एक हफ्ते से दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान जुटे हुए हैं. केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच बीते दिन जो बातचीत हुई, उसमें कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका. इस वजह से किसानों ने कहा है कि उनका आंदोलन तबतक जारी रहेगा, जबतक कि ये कानून वापस नहीं हो जाते हैं.

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अब आंदोलन का क्या हो रहा है?
किसानों ने अपनी मांगें मानने तक आंदोलन से पीछे हटने से इनकार कर दिया है. यानी सिंधु बॉर्डर, टिकरी बॉर्डर, गाजीपुर बॉर्डर समेत अन्य जगह जो किसानों का जमावड़ा है वो लगातार जारी रहेगा. इतना ही नहीं पंजाब और हरियाणा के किसानों ने अधिक संख्या में दिल्ली कूच की बात कही है. यानी आने वाले दिनों में किसानों की संख्या बढ़ सकती है. यूपी सीमा पर तैनात किसान पहले ही अस्थाई घर बनाने की बात कह चुके हैं.

सरकार और किसानों की बैठक में क्या हुआ?
करीब 35 किसान संगठनों और केंद्र सरकार के बीच मंगलवार को बैठक हुई. इसमें कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल समेत अन्य नेता शामिल रहे. किसानों को MSP पर प्रेजेंटेशन दी गई, साथ ही मंडी सिस्टम को लेकर जानकारी दी गई. हालांकि, किसानों का एक ही सवाल रहा कि क्या सरकार MSP को कानून का हिस्सा बनाएगी. जब बातचीत खत्म हुई तो कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका. तीन घंटे की चर्चा के बाद किसानों ने कहा कि उनका आंदोलन जारी रहेगा, वहीं सरकार ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही है, तीन दिसंबर को फिर से चर्चा होगी.

संयुक्त किसान मोर्चा आज केंद्र सरकार को कृषि कानून को लेकर अपनी आपत्तियां भेजेगा. भारतीय किसान यूनियन (सिद्धपुर जत्था) के अध्यक्ष जगजीत सिंह धालीवाल ने बताया कि हमने कल सरकार पर मीटिंग में सारी बातें रखी हैं, लेकिन आज हम उनको लिखित में सरकार को भेजेंगे. कल सरकार के साथ एक बार फिर बैठक होगी और हर बिंदु पर विस्तार से बातचीत होगी.

दिल्ली पुलिस ने बढ़ाई सीमाओं की सुरक्षा
सरकार के साथ किसी ठोस नतीजे पर किसान नहीं पहुंच पाए हैं, ऐसे में अब आंदोलन को धार मिल सकती है. पंजाब-हरियाणा से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली कूच करेंगे. जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस मुस्तैद हो गई है, पुलिस ने सीमाओं पर पहले ही सुरक्षा बढ़ाई हुई है जिसे और भी मजबूत किया जा रहा है. सीमाओं पर वाहनों की जांच में सख्ती बरती जा रही है, ताकि किसान किसी तरह राजधानी में ना घुस पाएं.

घर से निकलते हुए जरा संभलरकर…
किसानों ने सड़कों पर डेरा जमाया हुआ है तो साफ है कि जाम की स्थिति बरकरार है. दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, फरीदाबाद, गाजियाबाद, मेरठ के इलाकों में बीते कई दिनों से हर रोज लंबा जाम लग रहा है. बुधवार को भी नोएडा लिंक रोड पर स्थित चिल्ला बॉर्डर को बंद कर दिया गया है. नोएडा लिंक रोड की बजाए नोएडा जाने के लिए एनएच-24 और डीएनडी का इस्तेमाल किया जा सकता है.

कृषि कानून के खिलाफ किसानों की जंग जारी (PTI)

दिल्ली पुलिस की ताजा एडवाइजरी के मुताबिक, टिकरी, झारोदा, झटीकरा बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है. दिल्ली से हरियाणा में धनसा, दौराला, कापसहेड़ा, राजोकरी एनएच-8, बिजवासन/बाजघेरा, पालम विहार और दुंदाहेरा बॉर्डर से जाया जा सकता है. इसके अलावा सिंधु बॉर्डर भी बंद है. लामपुर, औचंडी समेत कई छोटे बॉर्डर को भी बंद कर दिया गया है. सिंधु बॉर्डर के ट्रैफिक को मुकरबा चौके और जीटीके रोड की ओर डायवर्ट किया गया है.

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