कश्मीर में DDC चुनाव LIVE:वोटर्स बोले- इस बार विकास के लिए वोट डाल रहे; गैर भाजपा प्रत्याशियों का आरोप- प्रचार से रोका जा रहा

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कड़ी सुरक्षा और कड़ाके की ठंड के बीच जम्मू-कश्मीर में डिस्ट्रिक्ट डेवलपमेंट काउंसिल (DDC) के चुनावों के लिए पहले फेज की वोटिंग हो रही है। कुछ जगहों पर वोटिंग की रफ्तार धीमी है, लेकिन दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले के करेरवा जैसे इलाकों में वोट डालने के लिए पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है। दूसरी तरफ अगले फेज में चुनाव लड़ने वाले कुछ गैर भाजपा कैंडिडेट आरोप लगा रहे हैं कि उन्हें बंधकों की तरह रखा जा रहा है और प्रचार नहीं करने दिया जा रहा।

पोलिंग बूथ के बाहर वोटर्स की लाइन।

पहले फेज की वोटिंग में आज करेरवा के एक वोटर ने कहा कि यह दूरदराज का इलाका है। हम अपने इलाके के विकास के लिए वोट डालने आए हैं। दूसरे वोटर ने कहा अब तक हमसे सिर्फ वादे किए जाते थे, लेकिन इस बार हम जमीनी स्तर पर विकास के लिए वोट डाल रहे हैं। पहली बार वोट डाल रहे शौकत अहमद ने कहा कि हमारी पहचान का सवाल है, इसलिए मैं सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ वोट डालूंगा।

DDC के चुनाव 8 फेज में होने हैं। 40 प्रत्याशियों को सिक्योरिटी के नाम पर श्रीनगर के सरहदी इलाके में स्थित एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (EDI) कॉम्प्लेक्स में रखा गया है। गुपकार डिक्लेरेशन गठबंधन के प्रत्याशियों उनका आरोप है कि उन्हें प्रचार करने और वोटर्स से मिलने के लिए बिल्डिंग से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा।

आज जम्मू कश्मीर में लोकतंत्र की नई इबारत लिखी जा रही है। आर्टिकल 370 हटने और केंद्र शासित राज्य बनने के बाद यहां पहली बार वोटिंग हो रही है। 11 बजे तक 22.12% वोटिंग हो चुकी है। कोरोना, आतंकवाद और ठंड की चुनौतियों के बीच लोकतंत्र का यह त्योहार जम्मू कश्मीर के लोगों के लिए कई मायनों में अहम है।

पहली बार करीब 1 लाख पाकिस्तानी रिफ्यूजी वोट डाल रहे
DDC, पंच और सरपंच चुनावों में पहली बार पश्चिमी पाकिस्तान के रिफ्यूजी को भी वोट करने का अधिकार दिया गया है। सात दशक में पहली बार ऐसा है कि जब ये रिफ्यूजी राज्‍य में पंचायत स्तरीय चुनाव में वोटिंग कर पाएंगे। जानकारी के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में पश्चिमी पाकिस्तान से आए शरणार्थियों के 22 हजार से अधिक परिवार हैं।

आबादी के लिहाज से इनकी संख्‍या 1.5 लाख से ज्यादा है। इनमें 1 लाख रिफ्यूजी को वोटिंग का अधिकार है। आर्टिकल 370 लागू रहने तक ये रिफ्यूजी केवल लोकसभा चुनाव में ही वोट कर पाते थे। इन्हें विधानसभा, स्थानीय निकाय चुनाव और पंचायती चुनाव में वोट डालने का अधिकार नहीं था।

DDC के लिए 296 प्रत्याशी मैदान में
पहले चरण की वोटिंग जारी है। यह दोपहर 2 बजे तक होगी। इन 7 घंटों में जिला विकास परिषद (DDC) के 43 सीटों के लिए 296 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला वोटर्स करेंगे। इनमें 25 सीटें कश्मीर और 18 जम्मू की हैं। पंच और सरपंच के उपचुनाव के लिए कुल 1179 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें 899 पंच और 280 प्रत्याशी सरपंच पद के लिए अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।

इसके अलावा 16 वॉर्ड के चुनाव भी होंगे। इनमें श्रीनगर के 2 वॉर्ड के लिए 21 और पहलगाम के 9 वॉर्ड के लिए 31 प्रत्याशी मैदान में हैं। अनंतनाग जिले के 5 वॉर्ड चुनाव के लिए 10 प्रत्याशियों ने नामांकन किया है। राज्य चुनाव आयोग ने पहले चरण की वोटिंग के लिए 2644 पोलिंग बूथ बनाए हैं। यहां 7 लाख 3 हजार 620 वोटर्स वोट करेंगे।

वोटिंग से जुड़ी अहम जानकारी

  • पोलिंग बूथ पर बैलट से वोटिंग होगी।
  • कोरोना मरीज, आइसोलेट किए गए, बुजुर्ग और शारीरिक रूप से बीमार लोग पोस्टल बैलट से वोट करेंगे।
  • सुरक्षा के लिहाज से पुलिस और पैरा मिलिट्री फोर्स की 165 कंपनियों को तैनात किया गया है।
  • कोविड-19 के प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुए पहले के मुकाबले ज्यादा मतदान केंद्र बनाए गए हैं।
  • कश्मीर के कुपवाड़ा में LOC से सटे कई इलाकों में मतदाता कम हैं। यहां हेलीकाप्टर से चुनावी सामग्री और स्टाफ भेजे गए हैं।

पहली बार प्रदेश की 6 पार्टियां मिलकर मैदान में
जम्मू कश्मीर के इतिहास में यह पहली बार है, जब राज्य की 6 प्रमुख पार्टियां एकसाथ मिलकर चुनावी मैदान में हैं। आर्टिकल 370 हटने के बाद इन पार्टियों ने मिलकर गुपकार अलायंस बनाया है। इनमें डॉ. फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की अगुआई वाली पीडीपी के अलावा सज्जाद गनी लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और माकपा की स्थानीय इकाई शामिल है। इनके सामने भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी मैदान में हैं। मौजूदा राजनीतिक समीकरण के अनुसार गुपकार अलायंस कश्मीर में मजबूत है, जबकि भाजपा की स्थिति जम्मू में काफी मजबूत है।

कैंडिडेट का आरोप- जानवरों जैसा सलूक किया जा रहा
पुलवामा के लितर इलाके में 10 दिसंबर को वोटिंग होनी है। यहां से चुनाव लड़ रहे जावेद निरोला को भी EDI कॉम्प्लेक्स में रखा गया है। जावेद ने कहा, ‘मुझे यहां जबरन रखा गया है। अपने इलाके के लोगों से मिलने से रोका जा रहा है। गुरुवार से यहां बंधकों की तरह रह रहे हैं। मैंने कहा था कि मैं अपने परिवार से अलग नहीं रहना चाहता, मुझे सुरक्षा की कोई दिक्कत नहीं है। मेरे विपक्षी प्रचार कर रहे हैं और लोगों से मिल रहे हैं, लेकिन मुझे इजाजत नहीं दी जा रही। हमसे जानवरों जैसे सलूक किया जा रहा है।’

भाजपा कैंडिडेट का दावा- पूरी आजादी है
दूसरी तरफ भाजपा के कैंडिडेट ऐसी कोई शिकायत नहीं कर रहे। इमाम साहेब इलाके से भाजपा के टिकट पर लड़ रहे अवतार कृष्ण पंडित का कहना है कि प्रत्याशियों को प्रचार के लिए जाने की पूरी आजादी है। धारा 370 हटना इस चुनाव में प्रमुख मुद्दा नहीं, बल्कि विकास और बेरोजगारी खत्म करना प्रमुख मुद्दे हैं।

निर्दलीय प्रत्याशी का आरोप- प्रचार की परमिशन नहीं दी जा रही
दूसरी तरफ लितर से बतौर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे मोहम्मद मीर का कहना है कि उन्होंने अपने इलाके में जाकर प्रचार करने के लिए पुलिस से परमिशन मांगी थी, लेकिन नहीं दी गई। मीर का कहना है कि सुरक्षा का हवाला देकर उन्हें रोक दिया गया, जबकि भाजपा प्रत्याशी को प्रचार की छूट दे दी गई। इससे लगता है कि पाबंदियां सिर्फ कुछ लोगों के लिए ही हैं। मुझे होटल में रखा गया था, लेकिन अब EDI कॉम्प्लेक्स में जाने के लिए कहा जा रहा, जबकि मैं वहां नहीं जाना चाहता।

पहली बार प्रदेश की 6 पार्टियां एक साथ
जम्मू कश्मीर के इतिहास में यह पहली बार है, जब राज्य की 6 प्रमुख पार्टियां एकसाथ मिलकर चुनावी मैदान में हैं। आर्टिकल 370 हटने के बाद इन पार्टियों ने मिलकर गुपकार अलायंस बनाया है। इनमें डॉ. फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की अगुआई वाली PDP के अलावा सज्जाद गनी लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और माकपा की स्थानीय इकाई शामिल है। इनके सामने भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी मैदान में हैं। मौजूदा राजनीतिक समीकरण के अनुसार गुपकार अलायंस कश्मीर में मजबूत है, जबकि भाजपा की स्थिति जम्मू में काफी मजबूत है।

8 फेज में जानिए कब-कब पड़ेंगे वोट?
पहला फेज : 28 नवंबर
दूसरा फेज : 1 दिसंबर
तीसरा फेज : 4 दिसंबर
चौथ फेज : 7 दिसंबर
पांचवां फेज : 10 दिसंबर
छठा फेज : 13 दिसंबर
सातवां फेज : 16 दिसंबर
आठवां फेज : 19 दिसंबर

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