मोदी का वैक्सीन टूर LIVE:PM अहमदाबाद पहुंचे; पुणे और हैदराबाद भी जाएंगे, तीन प्लांट में वैक्सीन की तैयारियां देखेंगे

यहां जायडस बायोटेक अपनी वैक्सीन जायकोव-डी डेवलप कर रही है। इस वैक्सीन के फेज-3 ट्रायल्स शुरू हो चुके हैं। गुजरात बेस्ड जायडस बायोटेक की यह वैक्सीन पूरी तरह स्वदेशी है।

0 1,000,412

प्रधानमंत्री मोदी आज तीन शहरों में कोरोना वैक्सीन के प्रोडक्शन का रिव्यू करेंगे। इसके लिए वे अहमदाबाद पहुंच चुके हैं। यहां वे जायडस बायोटेक पार्क जा रहे हैं। इसके बाद पुणे में सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया और फिर हैदराबाद में भारत बायोटेक के प्लांट जाएंगे।

इस विजिट के बारे में प्राइम मिनिस्टर ऑफिस (PMO)ने शुक्रवार को सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए बताया था। PMO ने कहा था कि भारत कोरोना के खिलाफ लड़ाई के फाइनल फेज में आ गया है। पीएम मोदी की इस विजिट और वैज्ञानिकों के साथ बातचीत से उन्हें भारत में वैक्सीनेशन की तैयारियों, चुनौतियों और इसके रोडमैप के बारे में एक नजरिया बनाने में मदद मिलेगी।

पहला डेस्टिनेशन : अहमदाबाद

वैक्सीन का नाम: जायकोव-डी
फॉर्मूला: जायडस बायोटेक
बनाने वाली कंपनी: जायडस बायोटेक
प्लांट: चांगोदर इंडस्ट्रियल एरिया, गुजरात
स्टेटस: फेज-3 के ट्रायल्स शुरू

यहां जायडस बायोटेक अपनी वैक्सीन जायकोव-डी डेवलप कर रही है। इस वैक्सीन के फेज-3 ट्रायल्स शुरू हो चुके हैं। गुजरात बेस्ड जायडस बायोटेक की यह वैक्सीन पूरी तरह स्वदेशी है।

दूसरा डेस्टिनेशन : पुणे

वैक्सीन का नाम: कोवीशील्ड
फॉर्मूला: ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी/ ब्रिटिश फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका
बनाने वाली कंपनी: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया
प्लांट: पुणे (महाराष्ट्र)
स्टेटस: ट्रायल आखिरी दौर में

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने कोरोना वैक्सीन कोवीशील्ड के प्रोडक्शन के लिए ब्रिटेन की कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के साथ साझेदारी की है। SII दुनिया में सबसे ज्यादा वैक्सीन बनाती है। एक्सपर्ट्स और सरकारी अधिकारियों का मानना है कि भारत में सबसे पहले यही वैक्सीन मिलेगी।

कोवीशील्ड के अंतिम फेज के ट्रायल्स दो तरह से किए गए हैं। पहले में 62% असरदार दिखी, जबकि दूसरे में 90% से ज्यादा। औसत देखें तो इफेक्टिवनेस 70% के आसपास रही है।

SII के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुरेश जाधव ने हाल में दावा किया था कि हमने वैक्सीन बनाना शुरू कर दिया है। जनवरी से हम हर महीने 5-6 करोड़ वैक्सीन बनाने लगेंगे। जनवरी तक हमारे पास 8 से 10 करोड़ डोज का स्टॉक तैयार होगा। सरकार से अनुमति मिलने पर हम सप्लाई शुरू कर देंगे।

तीसरा डेस्टिनेशन : हैदराबाद

वैक्सीन का नाम: कोवैक्सिन
फॉर्मूला: भारत बायोटेक और ICMR
बनाने वाली कंपनी: भारत बायोटेक
प्लांट: हैदराबाद
स्टेटस: ट्रायल तीसरे फेज में, जनवरी तक नतीजे आने की उम्मीद

स्वदेशी वैक्सीन ‘कोवैक्सिन’ के बारे में जानकारी लेने के लिए मोदी हैदराबाद जाएंगे। दोपहर बाद 4 बजे वे हाकिमपेठ एयरफोर्स स्टेशन पर लैंड करेंगे। यहां से वे भारत बायोटेक जाएंगे। एक घंटे तक वैक्सीन बनाने वाले प्लांट पर रुकने के बाद वे 5.10 बजे दिल्ली के लिए रवाना होंगे।

भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के साथ कोवैक्सिन बनाने के लिए हाथ मिलाया है। इसके फेज-III ट्रायल्स शुरू हो चुके हैं।

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज अंबाला कैंट के एक हॉस्पिटल में इस वैक्सीन का डोज लगवा चुके हैं। लार्ज-स्केल ट्रायल्स में अगर वैक्सीन इफेक्टिव साबित हुई तो अगले साल की शुरुआत में कंपनी इसके रेगुलेटरी अप्रूवल के लिए आवेदन करेगी।

Leave A Reply

Your email address will not be published.