बठिंडा में संक्रमित रक्त चढ़ाने के मामले में दोषी अफसरों पर कानूनी कारर्वाई को लेकर सामाजिक संस्थाओं के साथ आप ने खोला मोर्चा

-आप नेताओं ने डीसी बठिंडा को मांग पत्र देकर लगाए अफसरों पर लापरवाही करने के आरोप, मामले को दबाने के लिए छोटे कर्मचारियों को बनाया जा रहा है बली का बकरा, आप सिविल अस्पताल के बाहर करेंगी विरोध प्रदर्शन शुरू।

0 999,097
  • सिविल अस्पताल ब्लड बैंक में आरोपियों को बचाने का आरोप लगा आप व सामाजिक संस्थाओं ने खोला अफसरों के खिलाफ मोर्चा
  • -मामले में 50 दिन बाद भी आरोपियों पर कारर्वाई करने में की जा रही आनाकानी, अशल दोषियोंको बचाने के लगे आरोप

बठिंडा. सिविल अस्पताल बठिंडा में स्थित ब्लड बैंक में चार थेलेसीमिया पीड़ित बच्चों के साथ एक महिला को एचआईवी रक्त चढ़ाने का मामला बढ़ने लगा है। इसमें शहर की प्रमुख सामाजिक संस्थाओं ने थेलेसीमिया पीड़ित परिवारों की एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर सिविल अस्पताल प्रबंधन की तरफ से मामला दर्ज करवाने का जहां विरोध शुरू हो गया है वही अब ब्लड बैंक में लाल खून के काले कोरोबार के पीछे छीपे आरोपियों को कानून की गिरफ्त में लेने की मांग की है। इसी बीच आम आदमी पार्टी करे वर्करों ने डीसी बठिंडा को मांग पत्र देकर मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने व आरोपी अफसरों पर कारर्वाई की मांग रखी वही पीड़ित परिवारों को इंसाफ दिलाने के लिए प्रदर्शन करने की घोषणा की है।

दूसरी तरफ ब्लड बैंक में पिछले 50 दिनों में लगातार पांच लोगों को एचआईवी पोजटिव रक्त चढ़ाने के मामले में अधिकारियों की लापरवाही व मामले को दबाने की नीति अभी भी जारी है। इसमें अधिकारियों की तरफ से हर मामले में शिकायत आने का इंतजार किया जा रहा है। हालांकि दो मामलों में परिजनों की तरफ से लिखित में शिकायत भी दे दी वही दो केस ऐसे हैं जिसमें शिकायत आने का इंतजार किया जा रहा है जिसके चलते जांच आगे नहीं बढ़ाई जा रही है। इसी बीच बच्चों को एचआईवी रक्त चढ़ाने का विरोध कर रही थेलेसीमिया पीड़ित एसोसिएशन के दो पदाधिकारियों के खिलाफ सिविल अस्पताल प्रबंधन ने मारपीट व अभद्र व्यवहार करने का मामला दर्ज करवा दिया जिसमें सामाजिक संस्थाओं के साथ एसोसिएशन का आरोप है कि सिविल अस्पताल के अधिकारी अपनी लापरवाही को छिपाने व मामले को ठंडे बस्ते में डालने के लिए इस तरह की कारगुजारी कर रही है।

उन्होंने पुलिस की तरफ से एसोसिएशन के पदाधिकारियों पर दर्ज करवाए केस को झूठा करार देते मामले में कानूनी लड़ाई लड़ने की घोषणा की है। यहां बताते चले कि बठिंडा सिविल अस्पताल स्थित ब्लड बैंक में चार थेलेसीमिया पीड़ित बच्चों को एचआईवी पोजटिव रक्त चढ़ाया गया है जिसमें दो मामले में शिकायत के बाद ड्रग कंट्रोलर एंड लाइसेंसिग आथारिटी ने दो बार जांच की है वही पंजाब सरकार की टीम भी मामले की जांच कर रही है। इसमें एक महिला को संक्रमित रक्त चढ़ाने के मामले को अभी तक दबाकर रखा गया है व  महिला की सेहत से लापरवाही करने वालों के खिलाफ आज तक न तो जांच शुरू की है और न ही उनके खिलाफ किसी तरह की कारर्वाई की गई है। जांच में खुलासा हो रहा है कि पहले केस में ब्लड टेस्ट ही नहीं किया गयाव सीधे तौर पर बच्चे व महिला को संक्रमित रक्त चढ़ा दिया गया।

वही दूसरे मामले में ब्लड डोनर की तरफ से दिए रक्त का मैक एलाइजा टेस्ट की नहीं किया गया व आगे बच्चे को संक्रमिक रक्त चढ़ा दिया। यह लापरवाही अभी बंद नहीं हुई है बल्कि सिविल अस्पताल में करीब 40 थेलेसीमिया पीड़ित बच्चों का उपचार चल रहा है व इसमें अभी केवल 20 बच्चों के रक्तकी जांच की गई है जबकि रहते 20 बच्चों की स्थिति क्या है व कही उन्हें गलत रक्त तो नहीं चढ़ाया गया इसे लेकर आज तक जांच नहीं की गई। वही दूसरी तरफ सिविल अस्पताल ब्लड बैंक की तरफ से बच्चों को एचआईवी रक्त चढ़ाने के मामले में आम आदमी पार्टी बठिंडा की तरफ से डिप्टी कमिश्नर बठिंडा को मांग पत्र दिया गया। सिविल अस्पताल बठिंडा के ब्लड बैंक अधिकारियों की लापरवाही पर उच्चस्तरीय जांच करवाने व जिम्मेवार अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कारर्वाई करने की मांग की है।

इस मौके आप के बठिंडा देहाती के जिला प्रधान गुरजंट सिंह सिविया और मौजूदा लीडरशिप ने कहा कि यह मसला बहुत गंभीर है डाक्टरों की गलती के कारण पता नहीं कितने परिवारों के बच्चे एचआईवी पोजटिव से पीडित हुए हैं, वह लगभग गरीब परिवार हैं। उन्होंने पीडित परिवारों को इलाज के लिए दस लाख रुपए का मुआवज़ा और परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग भी रखी। नेताओं ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने और दोषियों को सख्त से सख्त सजा देने के लिए कहा ताकि दोषियोंव लापरवाही करने वालों को सबक मिल सके।  उन्होंने आरोप लगाया कि अस्पताल के उच्च -आधिकारियों की तरफ से अपना पल्ला झाड़ने के लिए सही जांच नहीं करवाकर छोटे मुलाजिमों पर आरोप मढ़ने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने इस बाबत बैठक कर अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन करने व परिवारों को इंसाफ मिलने तक प्रदर्शन जारी रखने की घोषणा भी की है। उन्होंने  इस मामले में जल्द इंसाफ दिलवाने के लिए कोर्ट का सहारा लेने की घोषणा भी की। इस मौके पर आप के जिला जनरल सचिव राकेश पुरी बठिंडा शहरी के चारों ब्लाक प्रधान प्रदीप कालिया, प्रदीप मितल, बलजीत बल्ली गोबिन्दर सिंह सीनियर आप नेता, बलदेव सिंह, मनजीत सिंह मोड़, विक्रम लवली, रामफल, रामचंद्र, अनिल कुमार, बलजीत मान, प्रगट सिंह, हरजीत सिंह मौजूद थे।

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.