नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने किसानों को दिल्ली में रैली करने की आज्ञा दे दी है। इस बात की पुष्टि भारतीय किसान यूनियन राजेवाल के सूबा प्रधान बलवील सिंह राजेवाल ने की है। रामलीला ग्राउंड की जगह यह जगह बुराड़ी मैदान में दी गई है। केंद्र सरकार के साथ बातचीत के लिए बनी समिति में राजेवाल नुमायंदो के तौर पर शामिल हैं। उन्हों ने जानकारी दी गई है कि उन्हें गृह मंत्रालय की तरफ से मिले संदेश में दिल्ली में रैली की आज्ञा दे दी गई है। किसानों की संख्या और ज्यादा होने के कारण कारण रामलीला ग्राउंड रैली के लिए छोटा होना है। इसलिए दिल्ली के बुराड़ी मैदान में रैली करने की आज्ञा दी गई है। उन कहा कि इसकी आज्ञा मिलने से पुलिस रास्तो में रोक नहीं रही।.
केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान दिल्ली कूच कर रहे हैं। दिल्ली-हरियाणा सीमा पर किसान और पुलिस के बीच तनाव बना हुआ है। हरियाणा से लगे दिल्ली के हिस्सों में किसानों के एकत्र होने का सिलसिला जारी है। दिल्ली सरकार ने कई स्टेडियमों में अस्थायी जेल बनाने का फैसला लिया है। दिल्ली में मेट्रो सेवा भी इस आंदोलन से प्रभावित है। वही दिल्ली सरकार के गृह विभाग ने दिल्ली पुलिस की तरफ से कुछ स्थानों को अस्थायी जेल बनाने की अप्लीकेशन को रद्द कर दिया है। इसमें कहा गया है कि दिल्ली सरकार का मानना है कि किसानों का आंदोलन पूरी तरह से अहिंसक है व इस स्थिति मेें मांगों को लेकर प्रदर्शन करना हर भारतीय नागरिक का अधिकार है वही किसानों की मांगे भी जायज है इसलिए सरकार किसानों को जेल में डालने की पक्षधर नहीं है व दिल्ली पुलिस की अर्जी को खारिज करती हैै।
वही किसानों और पुलिस के बीच टकराव के चलते हरियाणा में बने तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कैप्टन ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह किसानों से जल्द से जल्द से बातचीत करे और उनकी समस्याओं का समाधान निकालें।
As for endangering lives during #COVID19, have you forgotten that it was @BJP4India led central govt that pushed through those #FarmLaws amid the pandemic, uncaring about the impact they'd have on our farmers? Why didn't you speak out then @mlkhattar ji
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 26, 2020
इससे पहले हरियाणा के पानीपत टोल प्लाजा से आगे बढ़े किसानों का शुक्रवार सुबह पुलिस से टकराव हुआ। जैसे ही किसान आगे बढ़ने लगे, बॉर्डर पर तैनात जवानों ने उन्हें रोका। किसानों ने बैरिकेड तोड़ने की कोशिश की तो पुलिस ने उस पर पानी की बौछारें की। आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए। अब किसान सोनीपत में कुंडली बॉर्डर पर पहुंच चुके हैं और दिल्ली में घुसने की कोशिश कर रहे हैं।
सिंघु बॉर्डर पर भी किसान पहुंचे और दिल्ली की तरफ कूच किया। लेकिन बॉर्डर पर तैनात जवानों ने उन्हें रोका तो किसान बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ गए। पुलिस ने उन्हें रोकने के पानी की बौछारें की और आंसू गैस के गोले छोड़े। बता दें कि किसानों को रोकने के लिए सिंघु बॉर्डर पर कंटीले तार लगाकर बैरिकेडिंग की गई है।
Punjab: Members of Kisan Mazdoor Sangarsh Committee prepare in Amritsar for their tractor rally towards Delhi by stocking up essentials in trolleys.
"We have loaded food material for a month & cooking utensils in our trolleys. We're all headed towards Delhi now," says a farmer. pic.twitter.com/INJX58AoJB
— ANI (@ANI) November 27, 2020
वहीं किसानों का कहना है कि हम शांतिपूर्वक विरोध कर रहे हैं। दिल्ली में भी हम शांतिपूर्वक घुसेंगे। भारत देश में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने आंदोलन खत्म करने की अपील करते हुए कहा था कि 3 दिसंबर को उनसे बात की जाएगी, लेकिन निमंत्रण ठुकरा दिया गया है।
हरियाणा: कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसान सोनीपत से अपने ट्रैक्टरों और गाड़ियों से दिल्ली की तरफ बढ़ रहे हैं। #FarmersProtest pic.twitter.com/FlYHtju6he
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 27, 2020
किसान दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल सरकार से नौ स्टेडियमों को जेल में तब्दील करने की इजाजत मांगी है। क्योंकि जिस तरह से पुलिस का सामना करते हुए किसान आगे बढ़ रहे हैं, दिल्ली पुलिस हर स्थिति से निपटने को खुद को तैयार कर रही है।
दिल्ली सरकार ने किसान आंदोलन को सही ठहराते हुए 9 स्टेडियमों को अस्थायी जेल बनाने के दिल्ली पुलिस के अनुरोध को नामंज़ूर किया। #FarmersProtest https://t.co/k3dvSROnIq pic.twitter.com/1GXJPkZuRK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 27, 2020
दिल्ली में टिकरी बॉर्डर पर भी पुलिस और किसानों में टकराव हुआ। दिल्ली बहादुरगढ़ हाईवे किसानों को रोकने के लिए पुलिस टीम ने अपने ट्रक और बैरिकेड लगा रखे थे, लेकिन किसानों ने ट्रकों को हटाने की कोशिश की। इस दौरान पुलिस जवानों ने उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े।
#WATCH कृषि क़ानूनों के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली की ओर कूच रहे किसानों को तितर-बितर करने के लिए शंभू बॉर्डर पर सुरक्षा बल वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं। #FarmersProtest pic.twitter.com/6AygnhpaPP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 27, 2020
किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए पानीपत में पुलिस टीम अब सड़कों पर उतर आई है। पत्थर और ट्रक लगाकर रास्ता ब्लॉक कर दिया गया है। जो किसान आगे बढ़ गए, वे बढ़ गए। अब और किसानों को आगे जाने नहीं दिया जाएगा। क्योंकि किसान काफी तादाद हैं और भड़के हुए हैं।
दिल्ली- अमृतसर हाईवे पर हंगामे बाद अब दिल्ली-बठिंडा हाईवे पर बवाल हो रहा है। पहले टिकरी बॉर्डर पर किसान पुलिस से टकराए। अब सिरसा में टकराव हो रहा है। किसान बैरिकेड तोड़कर दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। वहीं पुलिस भी अपनी तरफ से उन्हें रोकने की पुरजोर कोशिश कर रही है।