नई दिल्ली. कृषि कानूनों के खिलाफ देशभर के किसान अपने आंदोलन के क्रम में दिल्ली की सीमाओं तक आ पहुंचे हैं. किसानों के दिल्ली-मार्च को देखते हुए दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने सरकार (Delhi Government) को एक पत्र लिखा है. दिल्ली पुलिस ने सरकार से मांग की है कि आंदोलन को देखते हुए उन्हें दिल्ली के 9 स्टेडियम को अस्थाई जेल बनाने की सुविधा दी जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर गिरफ्तार किए गए किसानों को वहां रखा जा सके. गौरतलब रहे कि दिल्ली से सटे कई बॉर्डर पर किसान पहुंच गए हैं. कृषि कानूनों (Farm Laws) का विरोध करते हुए पंजाब और हरियाणा से हजारों की संख्या में किसान ‘दिल्ली मार्च’ (Delhi March) पर आगे बढ़ रहे हैं.
सिंघू बॉर्डर पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे
सुरक्षाबलों ने तमाम तरह के उपायों को अपनाकर किसानों को सिंघू बार्डर पर कुछ पीछे धकेल दिया है, लेकिन हजारों की संख्या में पहुंचे किसान लगातार राजधानी में आने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. वहीं पुलिस और सुरक्षाबल के जवान किसानों को किसी भी कीमत में दिल्ली में नहीं घुसने देना चाहते हैं.
Heavy security deployment, tear gas used as farmers headed for Delhi protest at Singhu border (Haryana-Delhi border). https://t.co/PovJdCgsRE pic.twitter.com/fwKYd6rMRn
— ANI (@ANI) November 27, 2020
इससे पहले आज सुबह किसानों का जत्था हरियाणा के पानीपत से आगे बढ़ा. इन्हें रोकने के लिए सोनीपत के आसपास बड़ी संख्या में सुरक्षाबल के जवानों को तैनात किया गया है. लेकिन किसानों को रोकने में सुरक्षाबल नाकाम दिखाई दे रहे हैं. सभी किसान अपने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ लगातार दिल्ली की ओर बढ़ते रहे. आंदोलनकारी किसान किसी भी कीमत पर दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं.
प्रदर्शनकारियों को ऐसे कंट्रोल कर रही दिल्ली पुलिस
दिल्ली बॉर्डर पर ही किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने कंटीले तारों के बंडल मंगवाए हैं, जिन्हें बेरिकेड्स के आगे बांधा गया है. इसके अलावा पुलिस ने वॉटर कैनन मंगवाए हैं, साथ ही सड़कों पर बड़े-बड़े पत्थर रखकर रास्ता भी जाम कर दिया है. पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों के किसान केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं.