भारत में अगस्त तक 7.4 करोड़ लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके चुके थे: ICMR सर्वे

Corona Virus Update: रिपोर्ट के अनुसार, 'अगस्त 2020 तक दस साल या उससे अधिक आयु के लगभग 15 लोगों में से एक व्यक्ति SARS-CoV-2 के संक्रमण की चपेट में था. मई और अगस्त 2020 के बीच संक्रमण के प्रसार में 10 गुना तक इजाफा हुआ.'

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नई दिल्ली. भारत में कोरोना वायरस (Corona Virus) संक्रमितों का आंकड़ा एक करोड़ पहुंचने के करीब है. ऐसे में इंडियन मेडिकल रिसर्च काउंसिल (ICMR) के दूसरे राष्ट्रीय सीरो-सर्वे (Sero Survey) में मिले आंकड़े चौंकाने वाले हैं. ICMR के इस सर्वे में कहा गया है कि भारत में अगस्त तक 10 साल या उससे अधिक आयु के लगभग 7.43 करोड़ लोग कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ चुके थे. इनमें सबसे अधिक लोग शहरी झुग्गी-झोपड़ी वाले इलाकों में थे. इसके बाद गैर झुग्गी-झोपड़ी वाले और ग्रामीण इलाकों में मिले.

‘लैंसेट ग्लोबल हेल्थ’ (Lancet Global Health) में प्रकाशित सर्वे परिणामों के अनुसार, भारत में 10 साल से कम आयु के लोगों पर किए गए सीरो सर्वे से पता चला है कि आबादी का एक बड़ा हिस्सा नोवेल कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आने के मामले में अतिसंवेदनशील है. रिपोर्ट में कहा गया है, ‘भारत के अधिकतर राज्यों में संक्रमण का प्रसार तब तक जारी रहने की आशंका है, जब तक सामूहिक रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लक्ष्य को हासिल नहीं कर लिया जाता. अब यह काम संक्रमण से हो या टीकाकरण से.’

रिपोर्ट के अनुसार, ‘अगस्त 2020 तक दस साल या उससे अधिक आयु के लगभग 15 लोगों में से एक व्यक्ति SARS-CoV-2 के संक्रमण की चपेट में था. मई और अगस्त 2020 के बीच संक्रमण के प्रसार में 10 गुना तक वृद्धि हुई.’ वर्ल्डोमीटर से मिले आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस मामलों की संख्या 93 लाख 09 हजार 871 है. वहीं, अब तक 1 लाख 35 हजार 752 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके साथ ही 87 लाख 17 हजार 709 लोग स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं.

मंगलवार को ICMR की वैज्ञानिक डॉक्टर निवेदिता गुप्ता इलाहबाद हाईकोर्ट के सामने उपस्थित हुईं थीं. यहां उन्होंने अदालत को कोविड-19 वैक्सीन के स्टेटस को लेकर जानकारी दी. डॉक्टर गुप्ता ने कोर्ट को बताया कि उन्हें इस बात पर भूरा विश्वास है कि संक्रमण के खिलाफ वैक्सीन भविष्य में जल्द ही उपलब्ध होगी. डॉक्टर गुप्ता ICMR के एपेडेमियोलॉजी एंड कम्युनिकेबल डिसीज संभाग में वैज्ञानिक हैं. हालांकि, सीरम इंस्टीट्यूट ने मंगलवार को कहा कि एस्ट्राजैनेका और ऑक्सफोर्ड तैयार की जा रही कोरोना वायरस वैक्सीन सुरक्षित और असरदार है.

वहीं, सरकार ने सभी के लिए वायरस टेस्टिंग आसान बनाने के लिए ICMR में मोबाइल कोविड-19 RT-PCR लैब लॉन्च की है. सरकार ने कहा कि वह इस तरह की और लैब तैयार करने के बारे में सोच रही है, ताकि देश में कोविड-19 टेस्टिंग की क्षमता को बढ़ाया जा सके. इस लैब को नेशनल एक्रेडिशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन (NABL) की तरफ से मान्यता मिली है. (भाषा इनपुट के साथ)

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