- लुधियाना महानगर के हंबड़ा रोड स्थित मयूर विहार इलाके में मंगलवार सुबह दिया गया वारदात को अंजाम
- मृतकों मेंं प्रॉपर्टी डीलर आशीष सुंदा, मां सुनीता सुंदा, पत्नी गरिमा सुंदा और 13 साल के बेटे साकेत शामिल
लुधियाना। लुधियाना में मंगलवार को एक ही परिवार के चार लोगों की हत्या का मामला सामने आया है। पेशे से प्रॉपर्टी डीलर ने अपनी पत्नी, बहू, बेटे और पोते की हत्या कर दी और मौके से फरार हो गया। हालांकि, हड़बड़ी में आरोपी की कार का टायर फटा और दीवार से टकराने के बाद उसमें आग लग गई, लेकिन आरोपी का कोई सुराग नहीं है। दूसरी ओर पुलिस की प्राथमिक जांच में मौके से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि बेटे के ससुराल वाले लाखों रुपए, वापस करने की बजाय और मांग रहे थे। नहीं देने पर बहू दहेज के केस में फंसाने की धमकी दे रही थी, इसी बात से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया है।।
मृतकों की पहचान प्रापर्टी डीलर आशीष सुंदा, उसकी पत्नी गरिमा सुंदा, मां सुनीता सुंदा तथा 13 साल के बेटे साकेत के रूप में हुई। पड़ोसी ने बताया कि मंगलवार सुबह कोई उनके घर आया था। उसने काफी देर तक उनका दरवाजा खटखटाया व डोर बेल बजाई। जब अंदर से किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो इसकी सूचना पुलिस काे दी गई। सूचना मिलने के बाद वहां पहुंची थाना पीएयू पुलिस ने जब दरवाजा तोड़ कर अंदर देखा तो वहां सभी के शव पड़े मिले। मृतकों के शरीर पर तेजधार हथियारों के गहरे घाव हैं।
एसीपी वेस्ट गुरप्रीत सिंह ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने पर पता चला कि उक्त हत्या परिवार के मुखिया राजव सुंदा ने ही की है। सुबह सात बजे इस हत्याकांड को अंजाम देने के बाद से वो फरार है। पुलिस की टीमें उसकी तलाश में रेड कर रही हैं।
घटना शहर के हंबड़ा रोड स्थित मयूर विहार इलाके की है। मृतकों की पहचान प्रॉपर्टी डीलर आशीष सुंदा, उसकी पत्नी गरिमा सुंदा, मां सुनीता सुंदा और 13 साल के बेटे साकेत के रूप में हुई है। छानबीन में ये पता चला है कि गरिमा के पिता ने सुबह प्रॉपर्टी डीलर के घर फोन किया, लेकिन फोन किसी ने रिसीव नहीं किया। इसके बाद उन्होंने सभी के मोबाइल नंबर पर कई बार फोन मिलाए, लेकिन किसी ने फोन रिसीव नहीं किया। वहीं पड़ोसी ने बताया कि मंगलवार सुबह कोई उनके घर आया था। उसने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया और घंटी भी बजाई। जब अंदर से किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
सूचना मिलने के बाद वहां पहुंची थाना पीएयू पुलिस ने जब दरवाजा तोड़कर अंदर अलग-अलग कमरों में सभी के शव लहूलुहान हालत में पड़े मिले। मृतकों के शरीर पर तेजधार हथियारों के गहरे घाव हैं। इसके अलावा आशीष का पिता राजीव मौके से लापता था। फिलहाल पुलिस इसे हत्या का मामला समझ रही है। फिलहाल एडीसी समीर वर्मा और अन्य पुलिस अधिकारी फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट, डाग स्कवायड और फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर मौजूद हैं और जांच में जुटी हैं। पुलिस प्रापर्टी डीलर राजीव सूद के मोबाइल को ट्रेस करने में जुटी है, जिससे पता लगाता जा सके कि घटना कैसे घटी।
घटना शहर के हंबड़ा रोड स्थित मयूर विहार इलाके की है। मृतकों की पहचान प्रॉपर्टी डीलर के बेटे आशीष सुंदा, उसकी पत्नी गरिमा सुंदा, मां सुनीता सुंदा और 13 साल के बेटे साकेत के रूप में हुई है। पड़ोसी ने बताया कि मंगलवार सुबह फरार आरोपी राजीव सुंदा के घर पर कोई आया था। उसने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया और घंटी भी बजाई। जब अंदर से किसी ने दरवाजा नहीं खोला तो इसकी सूचना पुलिस को दी गई।
रोकने की कोशिश की तो नहीं रुका आरोपी
मौके पर मौजूद आशीष के साले अशोक ने बताया कि मंगलवार सुबह करीब सवा 6 बजे उसके भानजे साकेत का फोन आया था। उसने बताया कि उनके परिवार के बीच झगड़ा हो रहा है और दादा जी सबको मार रहे हैं। अचानक फोन कॉल कट गई और इसके तुरंत बाद अशोक जब प्रॉपर्टी डीलर के घर पहुंचा तो राजीव अपनी स्विफ्ट कार में सवार हो घर से बाहर जा रहा था। उसने राजीव को रोकने की कोशिश की, लेकिन वह वहां से निकल गया। पुलिस ने पाया कि बाद में हड़बड़ी में उसकी कार दीवार से टकरा गई और उसमें आग लग गई। हालांकि राजीव का कोई अता-पता नहीं है। उसके खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है।
अलग-अलग कमरों में पड़े थे शव
सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा तोड़ कर घर के अंदर पहुंची। अंदर अलग-अलग कमरों में चारों शव लहूलुहान हालत में पड़े मिले। मृतकों के शरीर पर तेजधार हथियारों के गहरे घाव मिले हैं। फिलहाल ADC समीर वर्मा और अन्य पुलिस अधिकारी फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट, डाग स्क्वायड और फोरेंसिक टीम के साथ मौके पर मौजूद हैं और मामले की जांच में जुटी है। पुलिस प्रॉपर्टी डीलर राजीव सुंदा के मोबाइल को ट्रेस करने में जुटी है।
सुसाइड नोट में मिला यह खुलासा
पुलिस जांच में अभी कई खुलासे होना बाकी हैं, लेकिन इससे पहले घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर राकेश अग्रवाल ने बताया कि पुलिस को कोठी के अंदर से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें परिवार की हत्या करने वाले राजीव सुंदा ने लिखा है कि उसे अपने समधी व उसके बेटे से पैसे लेने हैं। दो साल पहले 4 लाख रुपए लिए थे। इसके बाद अभी कुछ ही दिन पहले 3 लाख और लिए। एक ओर वो पैसे देने में आनाकानी कर रहे हैं, वहीं बच्चे को बाहर पढ़ाने के नाम पर 10 लाख रुपए और मांगे जा रहे थे। पैसे नहीं देने पर बहू गरिमा दहेज प्रताड़ना का केस दर्ज कराने की धमकी देती थी। उनके परिवार को बदनाम किया जा रहा है, इसलिए वह अपने पूरे परिवार को खत्म करके खुद आत्महत्या कर रहा है।
सुसाइड नोट को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा
पुलिस ने उसे नोट को कब्जे में लेकर जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेज दिया है। मगर अब तक राजीव सुंदा का पता नहीं लगा सकी है। उसकी जली हुई कार को हंबड़ा रोड पर कनाल रोड बाईपास से बरामद कर लिया गया है। पुलिस उसका सुराग लगाने के लिए सभी थ्योरियों पर काम कर रही है। पुलिस का कहना है कि बदनामी के डर से ही राजीव सुंदा ने परिवार की हत्या करने के बाद खुदकुशी का कदम उठाया।