बठिंडा. बठिंडा शहर के बीचो बीच कमला नेहरू कालोनी मकान नंबर 387 में दिल दहला देने वाला एक ऐसा मामला सामने आया जिसमें परिवार के तीन लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी जिसे लेकर पूरे शहर में चर्चा बनी रही लेकिन पुलिस ने कुछ ही घंटों में इस मामले को सुलझा लिया। पुलिस अनुसार मामला प्रेमी प्रेमिका के बीच अनबन का है गुस्साऐ प्रेमी ने ऐसा खौफ नाक कदम उठाया जिसकी किसी को भी उम्मीद नहीं थी तीन हत्याओं के बाद खुद भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
- मृतक परिवार में चरणजीत सिंह खोखर उम्र 57 साल बीबी वाला कोआपरेटिव सोसायटी में सचिव के पद पर तैनात था। उसके साथ उसकी पत्नी जसविंदर कौर उम्र 53 साल, बेटी सिमरन कौर उम्र 20 साल का शव भी मिला।
- पंजाब पुलिस के महानिर्देशक दिनकर गुप्ता बठिंडा में दौरे पर आए थे और यह घटना हुई तो पुरी पुलिस भी सकते में आई, पुलिस ने इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए भरपूर प्रयास किया और सफलता भी उनके हाथ लगी। कुछ ही घंटों में पुलिस ने इस हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया।
- घटना की जानकारी देते हुए एस.एस.पी. भूपिन्द्रजीत सिंह विर्क ने बताया कि मानसा खुर्द निवासी कर्म सिंह उम्र 27 के साथ सिमरन कौर से प्रेम संबंध थे। पिछले दो वर्ष से दोनो रिलेशन में रह रहे थे यहां तक कि वह लड़की को घुमाने होटलों आदि में भी चला जाता था और कई कई दिन घर से गायब रहते थे।
- लड़की के परिजनों को उनके प्रेम संबंधों की जानकारी थी इसीलिए दोनो का आना जाना मिलना जुलना लगातार जारी था। रविवार को सायं 9 बजे की घटना है लड़का कर्म सिंह घर में आया तो लड़की परिवार से मामूली तकरार होने के बाद उसने गोलियां चलाकर तीनो को मौत की नींद सुला दिया और गांव वापिस चला गया। घर जाकर उसने अपने मोबाइल पर घटना की वीडियो बनाई और गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
क्या है वीडियो में
मोबाइल में बनाई वीडियो में कर्म सिंह का कहना है कि लड़की सिमरन कौर दो साल से उसके रिलेशन में थी। पिछले कुछ दिनों से वह उसे ब्लैकमेल करने लगी। लड़की कह रही थी कि वह उससे शादी करवा ले नहीं तो वह उस पर दुष्कर्म का मामला दर्ज करवा देगी। मृतक हत्यारे का कहना है कि लड़की के अन्य कई लोगों के साथ भी प्रेम संबंध थे इसकी जानकारी उसे लगी। इग्लैंड में भी एक लड़के के साथ उसके प्रेम संबंध थे यहां तक कि आस पास में भी उसने कई लड़कों से संबंध बना रखे थे। उसका कहना है कि उसके पास इसके सबूत भी थे जिस कारण वह शादी से इंकार कर रहा था। ब्लैकमेल से दुखी होकर उसे यह कदम उठाना पड़ा। उसने वीडियो में कहा कि वह लड़की को कई फ्लैटों व इटावा के मॉडर्न होटल में ले जाता था। होटल में लड़की ने कई फोटो खींची व वीडियो भी बनाई जब उसने इस पर इतराज किया तो लड़की ने कहा कि अधेड़ अवस्था में आने के बाद इन फोटो को देखा करेंगे असल में उसने ब्लैकमेल करने के लिए यह फोटो खींची व वीडियो बनाई थी। पुलिस ने मोबाइल के साथ पिस्तौल भी बरामद कर ली जिससे इन हत्याओं को अंजाम दिया था।
सहकारी सभा में सचिव रहते चार साल पहले लगा था 14 लाख से ऊपर का घपला करने का आरोप
गौरतलब है कि चार साल पहले सहकारी सभाओं में घपले में चरणजीत सिंह खोखर का नाम आया था। नथाना पुलिस ने नवंबर साल 2016 में सहायक रजिस्ट्रार की शिकायत पर बीबी वाला गांव सहकारी सभा के सचिव चरणजीत सिंह पर 14 लाख 11 हजार रुपए का घपला करने का मामला दर्ज किया था। वहीं सहकारिता सभा के सहायक रजिस्ट्रार ने कहा था कि सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया था। वही कहा जा रहा था कि बीबी वाला में हुए इस घपले की बारीकी से जांच की जाए तो इसमें विभाग के कई इंस्पेक्टरों और अन्य अधिकारियों के शामिल होने का पता चल सकता है। गांव बीबी वाला सहकारिता सभा में सचिव चरणजीत सिंह पर आरोप लगा था कि यह घपला काफी समय से किया जा रहा था। इसी तरह जिले में सबसे बड़ा घपला करने वाले पूहली गांव का सचिव अवतार सिंह 22 दिसंबर 2015 को अचानक लापता हो गया था। उक्त सभी मामले साल 2015 से 2017 के बीच के है। वर्तमान में चरणजीत सिंह की हत्या या फिर आत्महत्या के पीछे के कारण क्या रहे हैं इसे लेकर पुलिस तथ्य जुटाने में लगे हैं जिसमें उनके नजदीकी दोस्तों व परिजनों को बुलाकर बयान दर्ज करने शुरू कर दिए है।
मामले में उठ रहे कई सवाल
चरणजीत सिंह खोखर ने परिवार को गोली मारकर स्वयं आत्महत्या करने की आशंका को लेकर विराम इस बात से लग रहा है कि उसके पास कोई भी लाइसेंसी हथियार नहीं थी व न ही परिवार के पास इस बाबत कोई लाइसेंस था। घर में जांच के दौरान किसी तरह का हथियार भी मौके पर नहीं मिला हैै। इस स्थिति में मामला पूरी तरह से सामूहिक हत्या का प्रतित होता है। इसमें अब हत्या किसने की इसको लेकर जांच चल रही है लेकिन पूरे मामले मे पैसों के लेनदेन को लेकर किसी की तरफ सेे सुपारी देने या फिर गैंगस्टर के माध्यम से हत्या करवाने की संभावना को लेकर भी पुलिस जांच में जुटी है। अभी हाल में भगता भाईका में एक डेरा प्रेमी की हत्या का मामला सुलझा नहीं है व इसमें हत्या की सुपारी लेने का गैंगस्टरों ने कबूलनामा किया है व पुलिस आरोपियों तक पहुंचने में नाकाम रही है वही अब दो दिन बाद ही एक ही परिवार के तीन सदस्यों की कथित हत्या ने पुलिस के लिए नई पहेली खड़ी कर दी है। कानून व्यवस्था को लेकर पहले ही सरकार व प्रशासन विपक्षी नेताओं के निशाने पर आ रही है वही एक के बाद एक आपराधिक घटनाएं लोगों में दहश्त का माहौल पैदा कर रही है।
इंग्लैंड में रहता है बेटा
मामला महानगर की कमला नेहरू कॉलोनी से सामने आया है। मृतकों की पहचान कोठी नंबर 387 में रह रहे को-ऑपरेटिव सोसायटी के सेक्रेटरी चरणजीत सिंह, पत्नी जसविंदर कौर और बेटी सिमरन के रूप में हुई है। चरणजीत सिंह का बेटा मनप्रीत इंग्लैंड में रहता है। मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 8 बजे जब दूध वाला दूध देने आया तो काफी देर तक घर से कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद उसने आस-पड़ोस के लोगों को इकट्ठा कर लिया। साथ ही सूचना पाकर थाना कैंट की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई।