बठिंडा। जिले के गांव भगता भाई का में डेरा प्रेमी मनोहर लाल की हत्या करने की जिम्मेवारी गैंगस्टर सुखा लम्मा ग्रुप ने ली है। ग्रुप ने सोशल मीडिया पर दावा किया है कि उसने श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी करने के रोष में डेरा प्रेमी की हत्या की है। वर्ष 2016 में श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी करने के आरोपित भगता भाईका के रहने वाले डेरा प्रेमी जतिंदरबीर सिंह उर्फ जिम्मी के पिता मनोहर लाल की शुक्रवार शाम पांच बजे मोटरसाइकिल सवार दो युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
बता दें कि जतिंदरबीर सिंह के पिता मनोहरला भगता भाईका स्थित अपनी मनीएक्सचेंजर की दुकान पर बैठे हुए थे। इसी दौरान दो युवकों ने उनको गोलियां दाग दीं। गोली लगने के कारण गंभीर रूप से घायल हुए मनोहर लाल को इलाज के लिए आदेश अस्पताल में भर्ती करवाया गया। वहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। पहले हत्या करने के सही कारणों का पता नहीं चल सका था और न ही आरोपितों की पहचान हो सकी थी। हालांकि आरोपित पगड़ी बांधे हुए थे और मुंह पर मास्क लगाए हुए थे। दोनों गोली मारते हुए सीसीटीवी में कैद हो गए हैं।
एसएसपी भूपिंदरजीत सिंह विर्क का कहना है कि पुलिस ने जिले में नाकाबंदी कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है। आरोपितों की पहचान के लिए घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को भी खंगाला गया है।
2016 में बेअबदबी से जुड़ा है मृतक के बेटे का नाम
मालूम हो कि बठिंडा के भगता भाईका में 2016 में बेअबदबी का मामला घटित हुआ था। मृतक मनोहर लाल का बेटा जतिंदरबीर सिंह उर्फ जिम्मी को मामले में आरोपित ठहराया गया था। जिम्मी मलेशिया में रहता था। उसे साल 2019 में मलेशिया से वापस आते हुए दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। इस समय वह जमानत पर बाहर आया हुआ था।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी मामले के आरोपी जतिंदर जिम्मी के पिता डेरा प्रेमी मनोहर लाल अरोड़ा की शुक्रवार दोपहर गोलियां मारकर हत्या कर दी गई। 2015 में बेअदबी मामले के मुख्य आरोपियों में शामिल जतिंदरबीर जिम्मी के पिता व डेरा सच्चा सौदा सिरसा की 25 मेंबरी कमेटी के सदस्य डेरा प्रेमी मनोहर लाल अरोड़ा की भगता भाई का इलाके में मनी एक्सचेंज की दुकान है। दोपहर 3.36 बजे दोनों हमलावर मुंह ढंके हुए दुकान पर पहुंचे।
बैग से कुछ सामान निकालने के बहाने मात्र 36 सेकंड में 3 पिस्टल से 3 फायर कर हत्या कर दी। मनोहर लाल के एक गोली उनकी सिर पर व दूसरा फायर छाती में लगा, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डेढ़ घंटे बाद उनकी मौत हो गई। मनोहर लाल का पोस्टमार्टम शनिवार को किया जाएगा।
2015 में बेअदबी मामले में आरोपी जतिंदरबीर सिंह उर्फ जिम्मी पर बेअदबी के 3 अलग-अलग मामलों में 4 केस दर्ज हैं। जिम्मी जुलाई 2019 में जमानत पर बाहर आया था। वहीं, खुफिया एजेंसियों का मानना है कि हत्या के पीछे रेडिकल्स ग्रुप का भी हाथ हो सकता है। हालांकि, पुलिस रंजिश भी मान रही है।
ग्राहक बनकर आए, एक ने बातें की, दूसरे ने फायरिंग
शुक्रवार को बस स्टैंड के नजदीक जतिंदर मनी एक्चेंजर की दुकान पर उसके पिता मनोहर लाल अरोड़ा व भाई के अलावा दो कारिंदे बैठे थे। दोपहर 3.36 मिनट पर एक काले रंग की बाइक पर सवार दो पगड़ीधारी युवक दुकान में आए और पैसे एक्सचेंज की बात की। इसी दौरान दोनों में से एक युवक ने बैग से दो पिस्टल निकाली और दोनों हाथों में लेकर फायरिंग शुरू कर दी।
36 सेकंड में दोनों हमलावरों ने 3 पिस्तौलों से 3 फायर किए, जिसमें मनोहर को दो गोली लगी। दरवाजे के पास खड़े दूसरे हमलावर ने जेब से तीसरी पिस्टल निकाली व फायर कर फरार हो गए। मनोहर लाल को अस्पताल ले जाया गया, जहां करीब डेढ़ घंटे के बाद उनकी मौत हो गई।
2015 में हुई बेअदबी के एंगल से भी जांच कर रही है पुलिस
गांव गुरुसर जलाल में 20 अक्टूबर 2015 को बेअदबी हुई थी। डीआईजी रणवीर सिंह खटड़ा की एसआईटी जांच में खुलासा हुआ था कि डेरा प्रेमी जतिंदरबीर उर्फ जिम्मी, बलजीत, कुलदीप, राजवीर, सुखमंदर व दीपक ने अंजाम दिया था, जिसमें जिम्मी मुख्य आरोपी था। जिम्मी को मलेशिया से वापस आते समय दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया था जो जुलाई 2019 से जमानत पर है और दुकान आता जाता है। इसलिए पुलिस ने बेअदबी मामलों समेत कई एंगल से जांच शुरू कर दी है।
11 साल में 3 डेरा प्रेमियों की टारगेट किलिंग
26 फरवरी 2017 : खन्ना में डेरा सच्चा सौदा के नामचर्चा घर में डेरा प्रेमी पिता-पुत्र की हत्या। हत्या पाक से केएलएफ चीफ ने कराई थी।
13 जून 2016 : कोटकपूरा में गुरुद्वारा साहिब के सामने रहने वाले डेरा प्रेमी गुरदेव सिंह की हत्या कर दी थी। हत्या बीकेआई आतंकी ने कराई थी।
28 जुलाई 2009: मानसा में डेरा प्रेमी लीली की गोलियां हत्या कर दी गई थी। इसमें खालिस्तानी आतंकियों ने अंजाम दिया था।