बिहार के शिक्षा मंत्री का इस्तीफा:नीतीश कैबिनेट के तीसरे चौधरी मेवालाल ने पद छोड़ा, ढाई घंटे पहले ही शिक्षा विभाग का चार्ज लिया था
बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने गुरुवार को ही पद संभाला था। करीब ढाई घंटे बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया। चौधरी ने नीतीश कुमार के साथ 16 नवंबर को कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली थी।
मेवालाल चौधरी को कैबिनेट में शामिल करने का फैसला नीतीश सरकार के लिए किरकिरी माना जा रहा था। दरअसल, नई सरकार में दो चौधरी तो तय थे- विजय कुमार चौधरी और अशोक चौधरी। मेवालाल चौधरी का नाम चौंकाने वाला था। 2010 में जब वे बिहार एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के कुलपति थे, तब उन पर भर्ती घोटाले का आरोप लगा था। इसके चलते उन्हें अपनी कुर्सी तक गंवानी पड़ी थी।
संभालने पर संशय था
पौने एक बजे मेवालाल ने शिक्षा विभाग में पहुंचकर पदभार संभाला और करीब ढाई घंटे के अंदर ही उन्होंने राज्यपाल को इस्तीफा भी दे दिया। एजुकेशन का पोर्टफोलियो दिए जाने के बाद से चर्चा थी कि मेवालाल शिक्षा मंत्री का पद संभालेंगे यानी नहीं। उन्होंने जदयू के प्रदेशाध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात भी की थी। इस्तीफे के बाद कहा जा रहा है कि नीतीश करप्शन पर समझौता नहीं कर सकते।
मानहानि का नोटिस दूंगा
पदभार संभालते हुए मेवालाल बोले कि मुझ पर कोई चार्जशीट नहीं है। जिन लोगों ने बदनाम करने की साजिश रची है, उन्हें 50 करोड़ रुपए की मानहानि का नोटिस भेजेंगे।
पक्षपात की बात कबूली थी
कहा जाता है कि पटना हाईकोर्ट के पूर्व जज एसएमएम आलम की जांच कमेटी के सामने मेवालाल ने कबूल किया था कि उन्होंने नियुक्तियों में पक्षपात किया है और उन्होंने उम्मीदवारों के लिए रिमार्क्स, वायवा और एग्रीगेट कॉलम खुद भरा था। यह घोटाला तब सामने आया था, जब राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) में फेल हुए 30 से ज्यादा उम्मीदवारों का चयन किया गया था।
मेवालाल की पत्नी की मौत पर रिटायर्ड IPS ने सवाल उठाए
मेवालाल की पत्नी की 27 मई 2019 को मौत हो गई थी। VRS ले चुके IPS अमिताभ कुमार दास ने DGP एसके सिंघल को खत लिखकर मांग की थी कि मेवालाल की पत्नी की झुलसकर हुई मौत के मामले में SIT से जांच कराई जाए।
बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने इस्तीफा दे दिया। दो दिन पहले उनकी पत्नी की मौत के मामले से जुड़ा एक खत मिला था। यह खत VRS ले चुके IPS अमिताभ कुमार दास ने बिहार के DGP एसके सिंघल को लिखा था। इसमें मांग की गई थी कि मेवालाल की पत्नी की मौत के मामले में SIT जांच कराई जाए।
IPS ने खत में साजिश का दावा किया
मंत्री मेवालाल चौधरी जब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के कुलपति थे, तो उन पर भर्ती घोटाले का आरोप लगा था। DGP को लिखे खत में अमिताभ दास ने नीता की मौत के मामले में मेवालाल पर सवाल उठाया है। उन्होंने लिखा कि नीता की मौत के पीछे बड़ी राजनीतिक साजिश है। हो सकता है कि इस मौत का कनेक्शन एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी में हुए भर्ती घोटाले से हो। अमिताभ ने मांग की है कि सुशांत के मामले की तरह इस मामले में भी फुर्ती दिखाई जाए और SIT का गठन कर जांच हो। मंत्री मेवालाल से भी पूछताछ की जाए।