पंजाब में भाजपा अपने दम पर चुनाव लड़ने को तैयार, नवनियुक्त प्रभारी दुष्यंत गौतम बोले- हमारा संगठन मजबूत

दीपावली की पूर्व संध्या पर पंजाब का प्रभारी बनाए गए दुष्यंत कुमार गौतम बतौर एससी मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते पंजाब से जुड़े रहे हैं। अहम बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने आने वाले विधानसभा चुनाव में दलितों की अहम भूमिका को ध्यान में रखते हुए दलित नेता को ही पंजाब का प्रभारी बनाया है।

चंडीगढ़। अकाली दल से अलग होने के बाद पंजाब में भाजपा अपने दम पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। पार्टी के नए प्रदेश प्रभारी व राज्यसभा सदस्य दुष्यंत कुमार गौतम का कहना है कि राज्य में भाजपा का संगठन मजबूत है। कृषि सुधार बिलों को लेकर किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध को लेकर उनका कहना है, जो तस्वीर दिखाई जा रही है असल में वह है नहीं। छोटा किसान खुश है। परेशान तो आढ़ती व बिचौलिये हैं, जो कि छोटे किसानों के दम पर एक लाख का मोबाइल फोन लेकर कलफ किए हुए कपड़े पहनता है।

दीपावली की पूर्व संध्या पर पंजाब का प्रभारी बनाए गए दुष्यंत कुमार गौतम बतौर एससी मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष होने के नाते पंजाब से जुड़े रहे हैं। अहम बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी ने आने वाले विधानसभा चुनाव में दलितों की अहम भूमिका को ध्यान में रखते हुए दलित नेता को ही पंजाब का प्रभारी बनाया है।

नए भाजपा प्रभारी कहते हैं कि चुनाव की दृष्टि से पंजाब में संगठन तैयार है। अकाली दल ने अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा के तहत भाजपा से नाता तोड़ा है। पहले अकाली दल बिल का समर्थन करती रही। बाद में वह विरोध पर उतर आई। भाजपा अब अपने दम पर चुनाव लड़ने को तैयार है।

किसानों की नाराजगी को देखते हुए क्या यह संभव है, के संबंध में गौतम कहते हैं, पूरे देश का किसान कृषि बिलों को लेकर खुश है। बिहार और बाकी राज्यों में हुए विधानसभा उपचुनाव के परिणाम इसका सुबूत हैं। वास्तव में जो तस्वीर दिखाई जा रही है हकीकत उससे उलट है। छोटा व गरीब किसान खुश है। क्योंकि अभी तक वह एक ही आढ़ती को अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर था।

उनका कहना है कि वास्तव में किसान को उस बंधुआ काल से मुक्ति मिली है, जो लोग छोटे किसानों की मेहनत और खून पसीने की कमाई पर एक-एक लाख रुपये का मोबाइल फोन और कलफ किए हुए कपड़े पहनते थे, परेशान तो वह लोग हैं। पंजाब में इस बार भी एमएसपी पर ही खरीद हुई है। आगे भी होती रहेगी। किसानों के सामने सही तस्वीर आ गई है।

फिर किसान धरना क्यों दे रहा है, के संबंध में भाजपा प्रभारी का कहना है कि इसके पीछे कांग्रेस है। कांग्रेस हमेशा ही व्यक्ति विशेष की राजनीति करती है, जबकि भाजपा व्यक्तित्व विकास की। चाहे एमएसपी हो या जीएसटी या फिर सीएए। कांग्रेस ने इसका विरोध किया। वह विरोधी पार्टी है। उसने विरोध करना है, लेकिन हकीकत यह है कि कांग्रेस यह सारी चीजें करना चाहती थी। जब भाजपा ने कर दिया तो वह इसका विरोध कर रहे है। कांग्रेस हमेशा ही गड़बड़ी और दुविधा में डालने की राजनीति करती रही है। पंजाब में भाजपा के पास सिख चेहरा नहीं होने के संबंध में पूछे जाने पर गौतम कहते हैं, अभी मुझे चार्ज मिला है। संगठन के नेताओं के साथ बैठकर इन सभी विषयों पर विचार किया जाएगा, क्योंकि अब भाजपा को अपने दम पर चुनाव लड़ना है।

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