Bihar Election News : RJD नेता मनोज झा ने कसा तंज, कहा- जनादेश नहीं होता तो नीतीश कुमार 40 सीट पर नहीं जाते

Bihar Assembly Election Result 2020:राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रवक्ता मनोज झा (Manoj Jha) ने नीतीश कुमार पर तंज कसा है. मनोज झा का कहना है कि आगे-आगे देखिए बिहार में होता क्या है,

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पटना. बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों (Bihar Assembly Election Result 2020) के बाद अब सूबे के नेताओं और पार्टियों के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. इसी कड़ी में राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के प्रवक्ता मनोज झा (Manoj Jha) ने नीतीश कुमार पर तंज कसा है. मनोज झा का कहना है कि आगे-आगे देखिए बिहार में होता क्या है, जनादेश और शासनादेश में लोगों ने फर्क देख लिया है. अगर ये बदलाव का जनादेश नहीं होता तो नीतीश कुमार 40 सीट पर नहीं जाते.

मनोज झा ने पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी की वरिष्ठ नेता उमा भारती के बयान पर भी पलटवार. मनोज झा ने कहा कि मैं उमा भारती से आग्रह करूंगा कि आप बिहार की राजनीति को समझिए, बिहारी को समझिए, लालू जी को, तेजस्वी जी की राजनीति को समझिए. ये अवांछित टिप्पणी है. बिहार के लोगों ने जो वोट दिया, ये बदलाव का जनादेश है.

उमा भारती ने दिया था बड़ा बयान
दरअसल, चुनाव नतीजों में एनडीए गठबंधन को जीत मिलने के बाद बुधवार को ही उमा भारती ने कहा था कि बिहार बाल-बाल बच गया. तेजस्वी बहुत अच्छा लड़का है, लेकिन वो सरकार चला ही नहीं सकते थे. सरकार चलाने का काम लालू को करना था. जैसे मध्य प्रदेश में दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ का बंटाधार कर दिया वैसे ही स्थिति बिहार में लालू के द्वारा होनी थी. उन्होंने कहा कि तेजस्वी नेतृत्व कर सकते हैं, लेकिन थोड़े बड़े होने के बाद.
एनडीए को मिली थी जीत

बता दें कि मंगलवार देर रात आए विधानसभा चुनाव नतीजे में एनडीए गठबंधन ने 125 सीटों पर विजय हासिल की है जबकि महागठबंधन को केवल 110 सीटें मिलीं. एनडीए में बीजेपी 74 सीटें जीतकर बिहार में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है जबकि जेडीयू महज 43 सीटें हासिल कर तीसरे नंबर की पार्टी रह गई है. वहीं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी को चार-चार सीटें मिली हैं. वहीं आरजेडी 75 सीटों पर कब्जा जमाकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है.

बिहार परिषद चुनाव : नीतीश कुमार के जदयू, भाजपा को 2-2 सीटें, जबकि कांग्रेस को मिली एक

पटना. चुनाव आयोग ने आज कहा कि बिहार विधान परिषद का एक निर्वाचन क्षेत्र जदयू ने निर्दलीय उम्मीदवार से हार कर गंवा दिया और दो अन्य पर उसने कब्जा कर लिया. आयोग ने कहा कि पिछले महीने हुए चुनावों में भाजपा, सीपीआई और कांग्रेस ने अपनी जीती हुई सीट बरकरार रखी.

पटना, कोशी, दरभंगा और तिरहुत के स्नातक निर्वाचन क्षेत्रों और पटना, दरभंगा, तिरहुत और सारण के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतों की गिनती शुक्रवार देर रात पूरी हुई. यह काउंटिंग गुरुवार को शुरू हुई. आयोग ने कहा कि मई में खाली हुई सीटों के लिए मतदान कोविड-19 महामारी के कारण कुछ महीनों के लिए टाल दिया गया था. बाद में यह 22 अक्टूबर को हुआ था.

चुनाव आयोग ने कहा कि निर्दलीय उम्मीदवार सर्वेश कुमार से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ जदयू को दरभंगा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में हार मिली. आयोग ने बताया कि सर्वेश कुमार ने 22549 वोटों में से 15595 मत पाए. उन्होंने जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मंत्री अशोक चौधरी के करीबी दिलीप कुमार चौधरी से सीट छीन ली. जदयू के उम्मीदवार नीरज कुमार और देवेश चंद्र ठाकुर ने पटना स्नातक और तिरहुत स्नातक सीटों को बरकरार रखा. नीरज कुमार सूचना जनसंपर्क विभाग के मंत्री थे. अशोक चौधरी के पास भवन निर्माण विभाग था. कुमार और चौधरी को हाल ही में विधायिका की सदस्यता समाप्त होने के छह महीने की अवधि के बाद उनके मंत्रिमंडल के पद से हटा दिया गया था. चौधरी को राज्यपाल के कोटे से समायोजित किए जाने की उम्मीद है.

भाजपा उम्मीदवार एनके यादव और नवल किशोर यादव ने क्रमशः कोशी स्नातक और पटना शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों को बनाए रखा. सीपीआई के उम्मीदवार संजय कुमार सिंह और केदार नाथ पांडे ने भी तिरहुत और सारण के अपने संबंधित शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों को बनाए रखा. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने दरभंगा शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र को बरकरार रखा.

अखिलेश ने बिहार चुनाव नतीजों पर उठाए सवाल, कहा- NDA ने लोकतंत्र से किया धोखा

इटावा. पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के नतीजों पर सवाल उठाया है. शनिवार को इटावा में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अखिलेश ने कहा कि महागठबंधन (Mahagathbandhan) को जनता ने समर्थन दिया था, पूरा समर्थन जनता का उनके साथ था. सीटें भी लगभग जीत गए थे. इतना बड़ा धोखा लोकतंत्र में किसी के साथ नहीं हुआ होगा जितना बड़ा धोखा बीजेपी ने वहां के लोगों के साथ किया है और महागठबंधन को बेईमानी से हराया है.

एसपी अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में चुनाव बीजेपी ने मशीनरी का दुरुपयोग कर के जीता है और जीतेंगे भी क्यों नहीं, प्रशासनिक अधिकारी खुद (उनके लिए) वोट मांग रहे थे.

स्पष्ट रूप से अखिलेश यादव ने एनडीए की जीत पर सवाल उठाया है. उनकी मानें तो परिणामों में हेरफेर कर एनडीए ने जीत हासिल की है.

बता दें कि मंगलवार देर रात आए विधानसभा चुनाव नतीजे में एनडीए गठबंधन ने 125 सीटों पर विजय हासिल की है जबकि महागठबंधन को केवल 110 सीटें मिलीं. एनडीए में बीजेपी 74 सीटें जीतकर बिहार में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है जबकि जेडीयू महज 43 सीटें हासिल कर तीसरे नंबर की पार्टी रह गई है. वहीं हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा और विकासशील इंसान पार्टी को चार-चार सीटें मिली हैं.

वहीं आरजेडी 75 सीटों पर कब्जा जमाकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है. जबकि कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़कर मात्र 19 सीटें ही हासिल कर सकी.

चिराग पासवान को NDA से बाहर करना चाहती है JDU, कार्रवाई के लिए BJP पर बढ़ाया दबाव

पटना. कभी बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी का दर्जा हासिल कने वाली मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) इस बार 43 सीटों के साथ तीन नंबर की पार्टी बन गई है. कहा जा रहा है कि ऐसा लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) द्वारा जदयू उम्मीदवारों के सामने अपने प्रत्याशियों को खड़ा करने के कारण हुआ है.अब जबकि बिहार में फिर से सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही एनडीए की सरकार बनने जा रही है तो चिराग के भविष्य की राह आसान नहीं लग रही है. जो जानकारी सामने आ रही है इसके अनुसार नाराज जदयू, लोजपा को राजग यानी NDA से बाहर करने पर अड़ा हुआ है. इस बात की तस्दीक जदयू के कद्दावर नेता विजय कुमार चौधरी (Vijay Kumar Chaudhary) ने न्यूज 18 से बातचीत करते हुए भी कर दी है.

जदयू नेता विजय कुमार चौधरी  (Vijay Kumar Chaudhary) ने लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान  (Chirag Paswan) पर बीजेपी से कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि नतीजे हमारे अपेक्षा के अनुरूप नहीं आये हैं. इस चुनाव में हमारे उमीदवारों को लोजपा के द्वारा हराया गया है. इसलिए बीजेपी को चिराग पासवान पर कार्रवाई करनी चाहिए. विजय चौधरी ने कहा कि जदयू के लिए बड़ी सांत्वना है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में चौथी बार सरकार बनाने के लिए जनता ने जनता ने विश्वास व्यक्त है.

अब सवाल यह है कि चिराग ने अपना घर जलाकर जदयू को भाजपा की बी टीम तो बना दिया, मगर क्या चिराग के कारण बड़ा भाई बनने के बाद भी अब भाजपा उन्हें उपकृत करने की स्थिति में है? इस बीच खबर यह है कि भाजपा फिलहाल नाराज चल रहे सीएम नीतीश को और नाराज करने की स्थिति में नहीं है. ऐसे में लोजपा की केंद्रीय मंत्रिमंडल में भागीदारी के साथ दिवंगत रामविलास पासवान की राज्यसभा सीट पर ग्रहण लगना तय माना जा रहा है. हालांकि नजरें भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के कदमों पर टिकी हुई हैं.

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