अहोई अष्टमी आज, संतान की प्राप्ति, सुख व समृद्धि के लिए महिलाएं रखेंगी व्रत
आज अहोई अष्टमी है। अहोई माता की पूजा श्रद्धालु आज शाम 5:00 बजे से लेकर 8:00 बजे तक कर सकते हैं। शहर के श्री काली देवी मंदिर के मुख्य पुजारी पंडित गिरीश के साथ श्री हनुमान मंदिर के पुजारी पंडित विनय शर्मा बताते हैं कि अहोई माता का व्रत माता पार्वती का प्रतीक है और संतान प्राप्ति के साथ-साथ पहले की संतान सुख व समृद्धि के लिए रखा जाता है। इसलिए मां या नवविवाहित महिला अपने परिवार में सब कुछ सलामत रहे और नवविवाहित महिलाएं बच्चों की प्राप्ति के लिए व्रत रखेगी।
शहर की महिला सुषमा रानी ने बताया कि वो लंबे समय से व्रत रखती आ रही है। पंडित गिरीश बताते हैं कि अष्टमी के व्रत के दिन महिलाएं खास तौर पर इस बात का ध्यान रखें कि वे न तो सब्जी काटे और न ही सुई धागा का इस्तेमाल न करें। किसी भी कपड़े को न सिले।
ऐसा करना व्रत धारी महिलाओं के लिए वर्जित है, इसके पीछे यह कारण बताया कि अहोई अष्टमी को चाकू या सुई धागा या किसी नुकीली चीज का इस्तेमाल करने से जीव जंतुओं को परेशानी हो सकती है। जिसके बाद इसका असर व्रतधारी महिलाओं को भी सहना पड़ सकता है। पंडित विनय शर्मा ने बताया कि महिलाएं पूजा करने के दौरान मंदिर में माथा टेके और माता पार्वती जी कि खासतौर पर पूजा करें। इस दिन घर में अहोई माता के दर्शन लाकर सिंघाड़े का भोग लगा सकते हैं क्योंकि माता पार्वती को सिंघाड़े काफी प्रिय है।