चंडीगढ़। पंजाब में आबोहवा लगातार प्रदूषित हो रही है। शहरों में वायु प्रदूषण में इजाफा होने से लोगों के लिए सांस लेना भी दूभर होता जा रहा है। चंडीगढ़ में भी हवा दूसरे शहरों की तरह ही जहरीली हो रही है। एक दम से पॉल्यूशन का एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर को भी पार कर गया। जालंधर में भी प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है। पटियाला में प्रदूषण की बहुत खराब स्तर पर पहुंच गया है।
चंडीगढ़ में वायु गुणवत्ता सूचकांक ( एक्यूआइ) 203 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर पर पहुंच गया है। यह खराब स्थित को दर्शाता है। कोरोना महामारी के बीच शहरवासियों के लिए यह अच्छे संकेत नहीं है। एक्यूआइ की यह दर इस साल में सबसे अधिक है। सर्दी बढऩे के साथ ही प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। अगले एक दो दिनों में 250 क्रॉस करने की उम्मीद जताई जा रही है।
चंडीगढ़ से एक घंटे तक की दूरी पर स्थित शहरों की हालत तो बद से बदतर हो गई है। अंबाला देश का सबसे प्रदूषण शहर बन गया है। अंबाला का एक्यूआइ पूरे देश में सबसे अधिक 452 दर्ज किया गया। प्रदूषण के मामले में नई दिल्ली एनसीआर के शहरों से आगे निकल गया अंबाला। पंचकूला का एक्यूआइ 241 दर्ज किया गया। पटियाला का एक्यूआई 311 तक पहुंच गया।
हेल्थ डिपार्टमेंट जारी कर चुका है एडवाइजरी
हेल्थ डिपार्टमेंट पॉल्यूशन बढऩे को लेकर पहले ही एडवाइजरी जारी कर चुका है। डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज डा. अमनदीप कंग ने कहा कि हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ा तो इससे सांस लेने में तकलीफ बढ़ेगी। खासकर हॉस्पिटल में उपचाराधीन कोरोना पीडि़त और क्वारंटाइन मरीजों को सबसे अधिक खतरा है। इतना ही नहीं जो ठीक हो चुके हैं उन्हें भी दिक्कत आ सकती है। ऐसे में पटाखे जलना तो और भी खतरनाक होगा। पटाखे जले तो यह आपदा को खुद निमंत्रण देने जैसा होगा। अच्छा होगा घरों में रहें पटाखे न जलाएं।
” तापमान में गिरावट की वजह से प्रदूषण का स्तर अब बढ़ रहा है। अगले कुछ दिन एक्टिविटी कम की जाएं तो अच्छा होगा। पटाखे जलने से बहुत सी जहरीली गैसें निकलती हैं। कोरोना महामारी में यह मौत रफ्तार बढ़ा सकते हैं। पटाखे नहीं जलाने का फैसला लिया।
– एडी आहलुवालिया, पर्यावरण विशेषज्ञ।
एयर क्वालिटी सूचकांक
0-50 अच्छा
51-100 संतोषजनक
101-200 थोड़ा प्रदूषित
201-300 खराब
301-400 बहुत खराब
401- 500 भीषण – खतरनाक
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प्रमुख शहरों में प्रदूषण का स्तर
चंडीगढ़- 204
पंचकूला- 241
जालंधर- 296
लुधियाना- 276
पटियाला- 311
अंबाला- 452
नई दिल्ली- 343
गाजियाबाद- 389
करनाल- 298