पंजाब-चंडीगढ़ में महंगाई ने बिगाड़ा सब्जियों का स्वाद, प्‍याज के संग टमाटर भी दिखा रहा रंग

पंजाब और चंडीगढ़ में सब्जियों के आसमान छूते दाम ने त्‍योहारी सीजन में लोगों का हाल बुरा कर दिया है। खासकर प्‍याज की कीमत ने लोगों के आंसू निकाल दिए हैं। प्‍याज 60 से 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।

चंडीगढ़। पंजाब और चंडीगढ़ में भी त्‍योहारी सीजन में सब्जियों के आसमान छूते दाम ने लोगों का हाल बुरा कर रखा है। अब प्‍याज के संग टमाटर ने भी रंग दिखाना शुरू कर दिया है। प्‍याज की कीमत 60 से 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गया है तो टमाटर के दाम 70 से 80 रुपये तक है। अन्‍य सब्जियों के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं और ये आम लोगों की पहुंच से बाहर होते जा रहे हैं। थोक विक्रेताओं का क‍हना है कि फिलहाल राहत की उम्‍मीद नहीं है।

कोरोना काल में लॉकडाउन के समय से ही सब्जियों की कीमत बढ़ रही है। लॉकडाउन के समय सप्‍लाई न होने की बात कही गई, लेकिन लॉकडाउन समाप्‍त हुआ और हालत सामान्‍य हुए तो लगा कि अब सब्जियों की कीमत में राहत मिलेगी। लेकिन, त्‍योहारी सीजन में हुआ उल्‍टा और स‍ब्जियों के दाम आसमान छूने लगे। इससे आम लोगों का हाल बुरा है।

दरअसल पिछले चार माह से सब्जियों के कीमतें लगातार बढ़ती जा रही है। अभी भी दिसंबर माह तक कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। चंडीगढ़ में आलू की कीमत भी 45 रुपये प्रति किलो है तो प्याज 70 रुपये किलो पहुंच गया है। यहां टमाटर 50 रुपये से 70 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। इन तीनों के बिना रसोई चल ही नहीं सकती। मटर की कीमत 150 रुपये किलो पहुंच गई है। दूसरी ओर, पंजाब में आलू 45 से 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा है तो प्‍याज की कीमत 60 से 80 रुपये के बीच है। पंजाब में टमाटर 70 से रुपये पर पहुंच गया है।

चंडीगढ़ की बात करें तो इस समय  मार्केट कमेटी की ओर से  प्रतिदिन हर सब्जी और फल के रिटेल रेट किए जाते हैं। इस पर विक्रेताओं को बेचने के लिए कहा जाता है, लेकिन कई विक्रेता इसके बावजूद मनमर्जी की कीमत पर सब्जियां बेच रहे हैं। वर्तमान में शहर में एक हजार सब्जी विक्रेता है जिन्हें नगर निगम की ओर से फड़ियां और रेहड़ियों पर सब्जी बेचने के लाइसेंस और पास जारी किए हुए हैं। इस समय फेस्टिवल सीजन है और शादियां भी शुरू हो गई है।ऐसे में शादियों में पकवान बनवाने भी काफी महंगे पड़ रहे हैं।

सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि इस समय पैदावार कम होने  कारण सब्जियों के रेट बढ़ गए हैं। स्माल वेजिटेलब सेलर एसोसिएशन के अध्यक्ष देसराज का कहना है कि एक तो पैदावार कम हो गई है, इसके साथ ही पेट्रोल, डीजल की कीमतों में वृद्धि हुई है। इन सब के कारण सब्जियों के रेट में इजाफा हो रहा है।

 अलवर और नासिक से आ रहा है प्याज

स्माल वेजिटेबल सेलर एसोसिएशन के अध्यक्ष देसराज का कहना है कि इस समय चंडीगढ़ में अलवर, इंदौर और नासिक से आ रहा है। नासिक से जो प्याज आ रहा है कि उसकी क्वालिटी ठीक नहीं है। प्रतिदिन चंडीगढ़ में आठ गाड़ियां प्याज की आ रही है। एक गाड़ी में 12 से 15 टन प्याज होता है।

इस बार प्रशासन ने नहीं खोला काउंटर

पिछले साल जब प्याज के रेट 50 रुपये किलो पहुंचे थे तो प्रशासन ने शहर में जगह जगह खुद के काउंटर लगए थे ताकि लोगों को सस्ता प्याज मिल सके लेकिन इस समय कोई काउंटर शुरू नहीं किए गए हैं। इन काउंटर पर प्रशासन ‘नो प्रोफिट नो लॉस’ पर लोगों को प्याज बेचता था।क्राफ्ड के वाइस चेयरमैन सुरेंद्र शर्मा का कहना है कि फेस्टिवल सीजन शुरू हो गया है।इस समय प्याज सहित सभी सब्जियां महंगी है। दूसरी तरफ दालों के रेट भी लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में लोगों को यह समझ नहीं आ रहा है क्या खाएं और क्या छोड़े, महंगाई ने लोगों का ेपरेशान कर रखा है।

सब्जियों के रेट

सब्जियां                        रेट (प्रति किलो)

प्याज                            60 से 80 रुपये

टमाटर                           50 से 70 रुपये

मटर                            150 रुपये

कदू                              25  रुपये

मिर्च                            30 रुपये

अरबी                           40 रुपये

शिमला मिर्च                 60 रुपये

अदरक                        100 रुपये

खीरा                           35 रुपये

करेला                          45 रुपये

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