चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने रेल मंत्रालय द्वारा राज्य में मालगाड़ियों का परिचालन बंद करने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने इस संबंध में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को खुला पत्र लिखा है। कहा कि किसानों ने मालगाड़ियों के परिचालन में बाधा न डालने का वादा किया है। इसके बावजूद यहां मालगाड़ियां नहीं आ रही। कैप्टन ने नड्डा से सामूहिक इच्छा शक्ति का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने नड्डा को मालगाडिय़ां न चलाए जाने के मसले को सामूहिक इच्छा व सूझ-बूझ के साथ सुलझाने का न्योता दिया है। उन्होंने कहा कि यदि इस मसले को न सुलझाया गया तो न केवल पंजाब बल्कि लद्दाख व कश्मीर में तैनात सशस्त्र बलों सहित पूरे देश के लिए इसके खतरनाक निष्कर्ष निकल सकते हैं।
In open letter to @BJP4India chief @JPNadda, @capt_amarinder expresses pain on recent statements of party's national & Punjab leaders over goods trains' suspension by Railways even after easing of blockade by #Farmers. Calls for statesmanship as blockade affecting entire nation. pic.twitter.com/VPKSPrMcsL
— Raveen Thukral (@RT_MediaAdvPbCM) November 1, 2020
किसानों के प्रदर्शनों के कारण मालगाडिय़ों का परिचालन निलंबित करने पर भाजपा के राष्ट्रीय और राज्यस्तरीय नेताओं के बयानों व टिप्पणियों पर दुख जाहिर करते हुए कैप्टन ने जोर देकर कहा कि यह समय न तो राजनैतिक टकराव में पडऩे का है और न ही आरोप-प्रत्यारोप करने का है। यह समय राजनीति से ऊपर उठकर मौजूदा स्थिति के प्रति समझदारी और बुद्धिमता के साथ निपटने का है। क्योंकि अगर तुरंत कदम न उठाने पर निश्चित तौर पर हालात काबू से बाहर होने का खतरा बना हुआ है।
कैप्टन ने मालगाडिय़ों की सेवाएं निलंबित रहने से राष्ट्रीय सुरक्षा पर पडऩे वाले प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा कि पंजाब के साथ ही जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व लद्दाख को कई परेशानियां खड़ी हो जाएंगी। कैप्टन ने चेतावनी दी कि ठंड शुरू होने से सशस्त्र सेनाओं पर इसका प्रतिकूल प्रभाव पडऩे की संभावना है, क्योंकि लद्दाख और वादी की ओर जाते मार्गों पर बर्फबारी होने से सप्लाई बाधित होने से अन्य वस्तुओं की कमी पैदा हो सकती है।
कैप्टन ने कहा कि मालगाडिय़ों के न चलने से पंजाब को घाटा हो रहा है। राज्य में बिजली (कोयला), यूरिया और डीएपी के स्टाक की कमी से उद्योग व कृषि क्षेत्र के साथ साथ राज्य की आर्थिक स्थिति को नुकसान हो रहा है। आइएसआइ समर्थित आतंकवादी संगठन हमेशा ही पंजाब में गड़बड़ी करने की फिराक में रहते हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग व पंजाब भाजपा के प्रधान अश्वनी शर्मा की ओर से पंजाब सरकार के ‘नक्सलवादी ताकतों’ के साथ मिलीभगत होने के झूठे और बेबुनियाद आरोप दुर्भाग्यपूर्ण हैैं। इन नेताओं के ऐसे बयान से उनकी परिपक्वता और मौजूदा स्थिति को समझने के लिए समझ की कमी का पता चलता है।
कैप्टन ने पंजाब सरकार के नैतिक अधिकार पर सवाल उठाने के लिए भाजपा नेताओं की ओर से पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट की कुछ टिप्पणियों के प्रयोग का गंभीर नोटिस लिया। कैप्टन ने कहा कि अदालत ने सिर्फ एक रिपोर्ट मांगी थी। राज्य सरकार की ओर से किसानों की नाकाबंदी के मामले को सुलझाने के लिए कदम उठाए के लिए कहा था। यहां तक कि हाई कोर्ट ने भी कहा है कि यह केंद्र सरकार की सामूहिक जिम्मेदारी बनती है कि वह किसानों के साथ व्यापक विचार-विमर्श के जरिये किसी नतीजे पर पहुंचे, जो कि समय की जरूरत है।