व्यापारियों को राहत, पंजाब में वैट के लिए आएगी OTS पॉलिसी, बाजार बंद करनेे की घोषणा वापस

पंजाब में व्यापारियों को सरकार राहत देने जा रही है। कुछ दिनों में वैट के लिए ओटीएस पालिसी लाने की तैयारी है। यह जानकारी मंत्रियों के साथ बैठक के बाद पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के महासचिव सुनील मेहरा ने दी।

लुधियाना। वैट नोटिसों (VAT notices) के खिलाफ कड़ा रूख अपनाने वाले लुधियाना के व्यापारियों ने कैबिनेेेट मंत्री भारत भूषण आशु और मंत्री ओम प्रकाश सोनी द्वारा मिले आश्वासन के बाद बाजार बंद करने की घोषणा को वापस ले लिया है। व्यापारियों को सरकार की ओर से विश्वास दिलाया गया है कि कुछ ही दिनों में डीमट असैसमेंट करवाने के साथ साथ वन टाइम सेटलमेंट (One time settlement OTS) पालिसी लाकर व्यापारियों को राहत प्रदान की जाएगी।

यह घोषणा पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के महासचिव सुनील मेहरा ने ग्रीन पार्क स्थित होटल अन्नपूर्णा में व्यापारियों की बैठक को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान विभिन्न बाजारों के दो सौ से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए और व्यापार में आ रही अड़चनों को लेकर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। ज्ञात हो कि यह बैठक हाल ही में पंजाबभर के व्यापारियों को 70 हजार से अधिक वैट नोटिस भेजे जाने को लेकर रखी गई थी।

बात लुधियाना की करें तो केवल लुधियाना में ही 23 हजार दुकानदारों को वैट नोटिस जारी किए गए हैं। अब सरकार की ओर से राहत का आश्वासन देने से बाजार बंद और धरने प्रदर्शन के सिलसिला को स्थगित किया गया है। सुनील मेहरा ने कहा कि सरकार ने राहत देने के लिए बात कही है, हम इसका सम्मान करते हैं, लेकिन धरने प्रदर्शन और बंद को तब तक खत्म नहीं किया जाएगा, जब मांगोंं को माना नहीं जाता। इसको अभी स्थगित किया जा रहा, न कि इसे बंद किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमें राहत देती है, तो हम सरकार का इसके लिए धन्यवाद भी करेंगे। इस दौरान आनलाइन व्यापार से रिटेल कारोबार को हो रहे नुक्सान पर भी चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि लगातार रिटेल में नुक्सान सहना पड़ रहा है। ई-बाजार से न तो प्रदेश सरकार को कोई जीएसटी मिल रहा है और न ही रिटेल बाजारों का पहिया चलने से सरकार के रेवन्यू में बढ़ोतरी हो रही है। इस दोहरी मार से बचने के लिए प्रदेश सरकार को तत्काल कोई पर्याप्त कदम उठाने चाहिए।

इस दौरान किसानों की ओर से किए जा रहे आंदोलन से सारे व्यापार के ठप होने के मुद्दे पर भी चर्चा हुई। व्यापारियों ने कहा कि इस समय फेस्टीवल सीजन में कुछ मांग बढ़ी है, लेकिन न तो आंदोलन के चलते व्यापारी आ पा रहे हैं और न ही मैटीरियल की डिलिवरी हो पा रही है। यहां तक कि थर्मल प्लांट बंद होने के कगार पर है। व्यापारियों ने अपील की कि प्रदर्शन से सरकार को चेताया जाए, न कि देश की अर्थव्यवस्था को पटरी से उतारा जाए, क्योंकि किसानों के साथ साथ इससे कई लोग बेरोजगार हो जाएंगे, जो देश हित में नहीं है, इसलिए ट्रेेनों का संचालन और आवाजाही बेहतर की जाए।बैठक में गुरदीप गोशा, अश्वनी महाजन, पवन लहरी, प्रवीण गोयल, जसवंत सिंह बिरदी, हरभजन सिंह राणा, संजीव पंडित, प्रवीण बजाज, जसवंत सिंह चौपड़ा, सुमन वर्मा, केवल गुप्ता, विपिन शर्मा आदि मौजूद थे।

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