पंजाब में पराली जलाने का आंकड़ा साढ़े 18 हजार के पार, एफआइआर सिर्फ 200 लोगों पर

पंजाब में खेतों में पराली जलाने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। राज्‍य में पराली जलाने के मामले साढ़े 18 हजार से‍ अधिक हाे चुकी है लेकिन कार्रवाई बहुत कम मामलों में हो रही है। अब तक सिर्फ 200 किसानों पर एफआइआर दर्ज किया गया है।

चंडीगढ़। पंजाब में किसान खेतों में पराली जलाने से बाज नहीं आ रहे और इस कारण राज्‍य में वायु प्रदूषण से हालत लगातार खराब हो रही है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पराली जलाने की घटनाएं रोकने और सख्त कार्रवाई के दावे कर रहा है, लेकिन हकीकत इससे काफी अलग है। राज्य में पराली जलाने की घटनाओं का आंकड़ा साढ़े 18 हजार से ऊपर चला गया है, लेकिन एफआइआर मुश्किल से 200 किसानों के खिलाफ ही हुई हैं। कुछ मामलों में तो सिर्फ जुर्माना ही किया गया है। केस दर्ज करने में काफी ढील बरती जा रही है। इससे किसान बेखौफ होकर पराली जला रहे हैं।

तरनतारन और अमृतसर में सबसे ज्यादा पांच हजार घटनाएं, सिर्फ दस पर ही कार्रवाई

सबसे ज्यादा पराली जलाने वाले अमृतसर और तरनतारन में अब तक पांच-पांच केस ही दर्ज हुए हैं, जबकि लुधियाना स्थित रिमोट सेंसिंग सेंटर ने इन दोनों जिलों में पांच हजार से ज्यादा पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की हैं। संगरूर में 83, नवांशहर में 61, रूपनगर में 18, मोहाली में 16 केस दर्ज किए गए हैं।

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