कंगना vs उद्धव:एक्ट्रेस ने कहा- शर्म करो, मैं आपके बेटे की उम्र की; आप नेपोटिज्म के सबसे खराब प्रोडक्ट
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एक्ट्रेस कंगना रनोट के बीच जुबानी जंग जारी है। उद्धव ने रविवार को दशहरा रैली के संबोधन में कंगना का नाम लिए बिना कहा था कि आप यहां रोजगार के लिए आते हैं और मुंबई को बदनाम करते हैं। जिन लोगों को अपने राज्य में ठीक से खाना नहीं मिलता है, वे यहां आते हैं। इस पर कंगना ने सोमवार को पलटवार करते हुए एक के बाद एक 8 ट्वीट किए।
Raut called me Haramkhor now Uddhav called me namak haram, he is claiming I won’t get food in my state if Mumbai does not give me shelter, shame on you I am your son’s age this is how you speak to a self made single woman, Chief Minister you are the worse product of nepotism. https://t.co/uV5RCf3R0W
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) October 26, 2020
कंगना ने कहा, “राउत ने मुझे हरामखोर कहा, उद्धव मुझे नमक हराम कह रहे हैं। वे दावा कर रहे हैं कि मुंबई में मुझे शरण नहीं मिलती तो अपने राज्य में मुझे खाना भी नहीं मिलता। शर्म करो, मैं आपके बेटे की उम्र की हूं। आपकी बातों से पता चलता है कि एक सेल्फ मेड सिंगल वूमन से आप कैसे बोलते हैं, मुख्यमंत्री आप नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) के सबसे खराब प्रोडक्ट हैं।
Just how beauty of Himalayas belongs to every Indian, opportunities that Mumbai offers too belongs to each one of us, both are my homes, Uddhav Thackeray don’t you dare to snatch our democratic rights and divide us, your filthy speeches are a vulgar display of your incompetence..
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) October 26, 2020
‘आपका गंदा भाषण आपकी अयोग्यता का भद्दा प्रदर्शन है’
कंगना ने लिखा कि जैसे हिमालय की खूबसूरती का ताल्लुक हर भारतीय से है, वैसे ही मुंबई में मिलने वाले मौके हम सभी के लिए हैं। दोनों ही मेरे घर हैं, उद्धव ठाकरे आप हमारे लोकतांत्रिक अधिकारों की छीनने की हिम्मत नहीं कर सकते और हमें बांट नहीं सकते। आपका गंदा भाषण आपकी अयोग्यता का भद्दा प्रदर्शन है।
Message for Maharashtra government… pic.twitter.com/WfxI9EII38
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) October 26, 2020
मुख्यमंत्री देश को बांट रहे’
कंगना ने एक दूसरे ट्वीट में कहा कि एक मुख्यमंत्री की हिम्मत देखिए, कि जिस देश ने उसे महाराष्ट्र का ठेकेदार बनाया, वह उसी देश को बांट रहे हैं। वे सिर्फ जनता के सेवक हैं, उनके पहले कोई और था, और वे जाएंगे तो कोई और आएगा। फिर वे ऐसा व्यवहार क्यों कर रहे हैं, जैसे महाराष्ट्र सिर्फ उन्हीं का है।