ग्रीन सिटी ट्रेडर्स दविंदर गर्ग का सुसाइड नोट आया सामने, कहा संजय जिंदल बाबी को कभी माफ मत करना
राजू केहनूर, अमन कहनूर व उसके भाई ने उसे मरने के लिए किया मजबूर, पैसे लेकर भी मुकरे व दूसरे लोगों को करते रहे गुमराह। सुसााइड नोट में कई लोगों को बताया मददगार, कांग्रेसी लीडर राज नंबरदार को कहा सबसे बड़ा हितैशी, पत्र में पहले की तरह परिवार का ख्याल रखने की अपील की।
बठिंडा. ग्रीन सिटी बठिंडा में दो बच्चों व पत्नी की गोली मारकर हत्या करने व बाद में खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले व्यापारी व ट्रैडर दविंदर गर्ग के मामले में कैंट पुलिस ने नौ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दूसरे आरोपियों की गिरफ्तारी अभी तक नहीं हो सकी है। पुलिस का दावा है कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जा रहा है व जल्द ही मामले में अगली कारर्वाई सामने आएगी। दूसरी तरफ मृतक की तरफ से अंग्रेजी व पंजाबी भाषा में लिखा गया सुसाइड नोट सामने आया है। इसमें मृतक ने अपने साथ घटित हुई हर घटा का विस्तार से जिक्र किया है वही अपनी मौत के लिए जिम्मेवार लोगों को किसी भी हालत में नहीं छोड़ने की अपील की है। मृतक ने जैतों के कुछ लोगों का नाम भी लिखा है जिन्हें कहा है कि वह उनके ससुर का मकान वापिस कर दे क्योंकि वह उन्हें प्रिंसीपल अमाउंट व ब्याज दे चुका है। वही उसने अपने नजदीकी कुछ लोगों की प्रापर्टी भी आरोपी लोगों से वापिस करने के लिए कहा है। इसमें जहां नौ से ज्यादा लोगों को उसने अपनी मौत का जिम्मेवार माना है वही कुछ लोगों को अपना हितैशी भी कहा है जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ लीडर राज नंबरदार का नाम शामिल है। इनके बारे में कहा गया है कि उन्होंने सुख दुख में उसके परिवार का साथ दिया व सहायती की मैं उनका कभी भी ऋण नहीं चुका सकूंगा। वही उन्होंने माफी मांगते राज नंबरदार से अपील की है कि वह मेरे जाने के बाद मेरे माता-पिता व भाईयों पर अपना हाथ बनाए रखना।
परिजन बोले-हमेशा की तरह बात साझी करता तो नहीं करने देते खुदकुशी, परिजनों से मिले वित्तमंत्री
ग्रीन सिटी फैमिली सुसाइड केस में पुलिस ने अभी तक चार आरोपियों की धरपकड़ की है तथा बाकियों की तलाश जारी है तथा वह कब तक पकड़े जाएंगे, इस पर पुलिस कोई खुलासा नहीं कर रही है। मामले में सत्ताधारी दल के निचले स्तर के कुछ नेताओं के नाम उठने के मध्य रविवार को पंजाब के वित्तमंत्री मनप्रीत बादल दविंदर के माता-पिता से दुख साझा करने उनके घर पहुंचे तथा उन्हें ढांढस बंधाते हुए मामले की निष्पक्ष जांच की बात कही।
वहीं दविंदर गर्ग के केस में उनके नजदीकी लोगों के अनुसार दविंदर उनसे दिल की हर बात साझा करता था तथा उसके मन में काम को लेकर एक साफगोई भी थी, लेकिन वह इतना खतरनाक कदम उठाने की सोच रहा है, यह बात उसने अंत तक किसी से भी साझा नहीं की तथा ना ही बातों से उसने ऐसा जाहिर होने दिया।
वीरवार को घटना से पहले दविंदर व उनकी पत्नी के अपने माता-पिता से मिलकर आने पर भी किसी को इस बात का अहसास तक नहीं हुआ। करीबियों के अनुसार दविंदर से काफी अधिक ब्याज वसूला गया।
मनप्रीत बादल ने परिवार को दिया न्याय का भरोसा
पीड़ित माता-पिता से रविवार को वित्तमंत्री मनप्रीत बादल दुख व्यक्त करने पहुंचे। उन्होंने पीड़ित माता व पिता को ढांढस बंधाया तथा कहा कि पुलिस आरोपियों की धरपकड़ कर रही है तथा परिवार को न्याय जरूर मिलेगा। मनप्रीत बादल ने प्रेस के समक्ष भी इस घटना को लेकर दुख जाहिर किया था।
दविंदर के करीबियों में शामिल दोस्तों के अनुसार उसने कभी भी पैसों कीं तंगी का रोना नहीं रोया वक्त पर उनकी पेमेंट मिलती रही, लेकिन पिछले कुछ समय से देनदारियां बढ़ने के चलते दविंदर बोझ तले दबता चला गया तथा कई केसों में मूल से अधिक ब्याज भी उसने चुकाया। करीबियों के अनुसार अगर एक बार भी वह दिल के बोझ को उनसे साझा कर देता तो वह ऐसी नौबत नहीं आने देते।
राजू कोहनूर, उसके भाई और पत्नी को बताया ठगी का मास्टरमाइड, बाबी देता था गालियां तो मन्नी मोटा ब्य़ाज लेकर भी करता था ब्लैकमेल
-बीटकान में लगे पैसे का प्रोफिट निकालकर लाकडाउन में हुए घाटे को मृतक पर डाल देनदारियां देने का डाल रहे थे दबाब
ग्रीन सिटी बठिंडा में दो बच्चों व पत्नी की गोली मारकर हत्या करने व बाद में खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले व्यापारी व ट्रैडर दविंदर गर्ग के हाथों से लिखा सुसाइड नोट सामने आया है। इसमें करीब छह पेजों के सुसाइड नोट पर नौ आरोपियों की तरफ से की गई ब्लैकमेलिंग का अलग-अलग तरह से विवरण दिया गया है। इसमें कहा गया है कि आरोपी लोगों ने करोड़ों रुपए की राशि उससे वसूल की, उससे सुसराल वालों की जमीन अपने कब्जे में ली तो फाइनेंसिंग का काम करने वालों ने उनके सहयोगी लोगों की जमीनों व मकानों पर कब्जा कर लिया। करोड़ों रुपए उससे वसूल कर घाटा भी उसके सिर में डाल दिया। उसकी पत्नी के नाम पर लाखों रुपए के चैक लिए व उसे वापिस नहीं किया गया। इसमें कोहिनूर सहित दूसरे लोग उसके घर में पहुंचकर उसे व उसकी पत्नी को गालियां देते थे। इन्हीं बातों से परेशान होकर उसने फैसला लिया है कि वह परिवार सहित सुसाइड करेगा। वही दूसरी तरफ सुसाइड नोट में कांग्रेसी नेता राज नंबरदार को अपना सबसे बड़ा हितैशी बताया है व कहा कि उसकी मौत के बाद राज नंबरदार उनके परिजनों का भी ध्यान रखे।
पूरे मामले में पुलिस की तरफ से गिरफ्तार संजय जिंदल बाबी पर गंभीर आरोप लगाए गए है। मृतक ने सुसाइड नोट में बताया कि संजय जिंदल बाबी फाइनेंसिंग का काम करता है व लोगों से खाली चैंक व प्रमोट हासिल कर मनमानी राशी इसमें भरकर अवैध तौर पर वसूली कर ब्लैकमेल करता है। संजय जिंदल ने जितनी राशि उसे ब्याज पर दी उससे 500 गुणा राशि वसूल करने के बावजूद उस पर कानूनी कारर्वाई करने की धमकी देने के साथ राजनीतिक दल का नेता होने की बात कर धमकिया देता था। वही राजू कोहनूर अपने भाई व पत्नी के साथ मिलकर उसके घर में आकर धमकियां देता था व पूरे परिवार व मुहल्ले के सामने ऊंची आवाज में बात कर धमकाता था व बेइज्जत करता था। उन्होंने जैतों के कुछ लोगों के नाम भी लिखे जिसमें कहा गया कि उन्होंने उनके सुसराल वालों की प्रापर्टी एटैच कर रखी है वह मेरे मरने के बाद उनकी प्रापर्टी वापिस कर दे क्योंकि उन्होंने पहले ही उनसे ली गई राशि का काफी प्रिंसीपल अमाउंट व ब्याज की राशि वापिस कर दी है। इसमें अभिषेक जोहरी को बीटकावाइन का माहिर बताया जिसने उसके क्रेडिट कार्ड को पैसों के ट्रांजेक्शन के लिए इस्तेमाल किया वही वट्सएप ग्रुप मेरे नंबर से जोड़कर लोगों से चैट कर उन्हें बेवकूफ बनाकर करोड़ों रुपए ठगे व बाद में उक्त देनदारी भी उसके खाते में डाल दी गई। यही नहीं इसमें करोड़ों रुपए की देनदारी मृतक दविंदर गर्ग के सिर पर डाल दी गई। यही नहीं सुसाइड नोट में आरोप लगाया गया है कि आरोपी लोग उन्हें सत्तापक्ष के साथ जुड़ा होने की बात कर मानसिक तौर पर परेशान करते थे व पैसे नहीं देने पर पुलिस कारर्वाई करवाने व जान से मारने तक की धमकियां देते थे। इन्हीं सबी बातों से दविंदर गर्ग पिछले छह माह में पूरी तरह से टूट चुका था व इस बाबत उसने सारा मामला इपने पिता व भाई के साथ भी सांझा किया था। परिजन उसे हौसला देते थे लेकिन वह पैसे लेने के लिए डाले जा रहे जबाव व कारर्वाई की धमकियों से इस कदर परेशान हो गया कि उसने पहले अपनी पत्नी को गोली मारी व बाद में दोनों बच्चों के सिर पर गोली मारकर खुद को मौत के घाट उतार लिया। बठिंडा में घटी यह घटना किसी बड़े खौफ से कम नहीं है जबकि उस मामले में पुलिस ने आरोपी लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इसमें मृतक दविंदर गर्ग के भाई अश्वनी गर्ग वासी पंचवटी नगर बठिंडा ने बयान दर्ज करवाए कि पूरे मामले में बीटकान करंसी के लेनदेन जुड़ा है. लाकडाउन मार्च में लगा तो बीटकान करंसी के रेट कम हो गए। इस दौरान करोड़ों रुपए इसमें लगे थे। वही कुछ दूसरे पार्टनरों ने भी इसमें पैसा लगाया था। बठिंडा के राजू कोहनूर उसके भाई बब्बू कालड़ा व पत्नी अमन कोहनूर ने करंसी में लगाया पैसा प्रोफिट सहित निकाल कर अपने पास रख लिया व जो पैसा लोगों का देना था वह दविंदर गर्ग पर डाल दिया। यह राशि करोड़ों में थी जिसके चलते कुछ पैसा तो दविंदर ने किसी तरह दे दिया लेकिन इसी दौरान मनजिंदर सिंह हैप्पी, प्रवीण बांसल, संजय जिंदल बाबी, मनी बांसल सबी वासी बठिंडा, अशोक कुमार वासी रामा मंडी, अभिषेक जौहरी ने उस पर पैसा जल्दी देने के लिए दबाब बनाना शुरू कर दिया वही ऐसा नहीं करने पर उसे राजनीतिक रोब डालकर बर्बाद करने व पुलिस के पास केस दर्ज करवाने की धमकियां देना शुरू कर दी। उक्त लोग राजू कोहनूर से मिलकर उसे सत्ता पक्ष में पहचान होने व उसके खिलाफ कानूनी कारर्वाई करने की लगातार धमकियां दे रहे थे। मनजिंदर सिंह धालीवाल, राजू केहनूर, अमन केहनूर, बब्बू कालड़ा, संजय जिंदल, प्रवीण बांसल, अभिषेक जौहरी, अशोक कुमार वासी रामा मंडी के साथ मन्नी बांसल पैसे के लेनदेन को लेकर दविंदर गर्ग को परेशान कर रखा था व उसे बर्बाद करने व उसके खिलाफ मामले दर्ज करवाने की धमकियां देते थे। इसी बात से परेशान दविंदर गर्ग ने गत वीरवार की दोपहर अपने ग्रीन सिटी स्थित किराये की कोठी में पहले पत्नी व बाद में दो बच्चों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया व बाद में स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।