श्रीनगर: महबूबा के बयान पर बवाल, ABVP की हुंकार के बाद तिरंगा फहराने लाल चौक पहुंचे BJP कार्यकर्ता, हिरासत में लिए गए

पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती हाल ही में नज़रबंदी से रिहा की गई हैं. जिसके बाद से घाटी में राजनीतिक हलचल बढ़ी है. महबूबा मुफ्ती ने एक बयान दिया था, जिसपर काफी बवाल हुआ.

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जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा तिरंगे को लेकर दिए गए बयान पर बवाल मचा हुआ है. सोमवार सुबह श्रीनगर में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने श्रीनगर में महबूबा मुफ्ती के खिलाफ प्रदर्शन किया. कुपवाड़ा के बीजेपी कार्यकर्ता श्रीनगर की मशहूर लाल चौक पहुंचे और तिरंगा फहराने की कोशिश की.

लाल चौक के क्लॉक टावर पर कुपवाड़ा के बीजेपी कार्यकर्ता पहुंचे, हालांकि पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. चार बीजेपी कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. बीजेपी की ओर से सोमवार को तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी.

इससे पहले रविवार को भी एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने जम्मू में पीडीपी के कार्यालय के बाहर नारेबाजी की थी. पीडीपी के दफ्तर के बाहर तिरंगा फहराया गया, नारेबाजी की गई. बता दें कि ABVP, बीजेपी से जुड़ा ही एक छात्र संगठन है. गत दिवस PDP चीफ महबूबा मुफ्ती के तिरंगे को लेकर दिए गए बयान पर बीजेपी ने मोर्चा खोल दिया है. रविवार को बीजेपी के छात्र संगठन (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय ध्वज पर विवादित टिप्पणी को लेकर महबूबा मुफ्ती के खिलाफ जम्मू में पीडीपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. ये प्रदर्शन का दूसरा दिन था. इससे पहले जम्मू में पीडीपी के दफ्तर पर कुछ युवाओं ने तिरंगा फहराया था. इस दौरान महबूबा मुफ्ती के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी हुई थी. वहीं, पीडीपी के एक नेता ने कहा था कि जम्मू में उसके दफ्तर पर हमला किया गया है.

पीडीपी नेता फिरदौस तक ने कहा था कि भीड़ हमारे ऑफिस में घुसी, कुछ लोगों को पीटा भी. वह तिरंगे को लगाना चाहते थे. उन्होंने हमें अपशब्द भी कहे. उनकी पहचान नहीं हो सकी है, लेकिन वह दक्षिणपंथी संगठन से ही जुडे़ लोग थे.

दरअसल, पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती हाल ही में नज़रबंदी से रिहा की गई हैं. जिसके बाद से घाटी में राजनीतिक हलचल बढ़ी है. महबूबा मुफ्ती ने हाल ही में एक बयान दिया था, जिसपर काफी बवाल हुआ.

महबूबा मुफ्ती ने कहा था, ‘मैं जम्मू-कश्मीर के अलावा दूसरा कोई झंडा नहीं उठाऊंगी. जिस वक्त हमारा ये झंडा वापस आएगा, हम उस (तिरंगा) झंडे को भी उठा लेंगे. मगर जब तक हमारा अपना झंडा, जिसे डाकुओं ने डाके में ले लिया है, तब तक हम किसी और झंडे को हाथ में नहीं उठाएंगे. वो झंडा हमारे आईन का हिस्सा है, हमारा झंडा तो ये है. उस झंडे से हमारा रिश्ता इस झंडे ने बनाया है.’

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में पीडीपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस समेत कई पार्टियों ने मिलकर एक बार फिर अनुच्छेद 370 को वापस लाने की मांग बुलंद की है. पार्टियों की ओर से एक गठबंधन बनाया गया है, गुपकार समझौता किया गया है. जिसका मकसद दोबारा 370 को वापस लागू करवाना है.

ये था महबूबा मुफ्ती का विवादित बयान

महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को ऐलान किया था कि मैं जम्मू-कश्मीर के अलावा दूसरा कोई झंडा नहीं उठाऊंगी. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जिस वक्त हमारा ये झंडा वापस आएगा, हम उस (तिरंगा) झंडे को भी उठा लेंगे. मगर जब तक हमारा अपना झंडा, जिसे डाकुओं ने डाके में ले लिया है, तब तक हम किसी और झंडे को हाथ में नहीं उठाएंगे. पूर्व सीएम ने कहा कि वो झंडा हमारे आईन का हिस्सा है, हमारा झंडा तो ये है. उस झंडे से हमारा रिश्ता इस झंडे ने बनाया है.

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