महबूबा मुफ्ती के बयान से भड़के युवाओं का PDP दफ्तर पर धावा, तिरंगा फहराने का प्रयास किया

Protesters Try to Hoist National Flag PDP Office: सैकड़ों की संख्‍या में पहुंचे युवाओं ने महबूबा मुफ्ती के खिलाफ नारेबाजी की और वंदे मातरम का जयघोष किया. युवाओं ने जब पीडीपी दफ्तर पर तिरंगा फहराने की कोशिश की तो भारी संख्‍या में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्‍हें रोक दिया. वहां पर काफी देर तक पीडीपी नेताओं और युवाओं के बीच बहस भी होती रही.

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नई दिल्‍ली. पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती (PDP Chief Mehbooba Mufti) के तिरंगा (National Flag) न थामने के बयान पर अब सियासी हमला तेज हो गया है. महबूबा मुफ्ती के खिलाफ जम्‍मू कश्‍मीर (Jammu Kashmir) में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं. मुफ्ती का विरोध करने के लिए रविवार को भी भारी संख्‍या में युवा पीडीपी दफ्तर पहुंच गए और उनके कार्यालय के ऊपर तिरंगा फरहाने की कोशिश की. हालांकि पुलिस ने उन्‍हें रोक दिया. सैकड़ों की संख्‍या में पहुंचे युवाओं ने महबूबा मुफ्ती के खिलाफ नारेबाजी की और वंदे मातरम का जयघोष किया. युवाओं ने जब पीडीपी दफ्तर पर तिरंगा फहराने की कोशिश की तो भारी संख्‍या में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्‍हें रोक दिया. वहां पर काफी देर तक पीडीपी नेताओं और युवाओं के बीच बहस भी होती रही.

पीडीपी विरोधी नारेबाजी के बीच युवाओं का नेतृत्‍व कर रहे एक्टिविस्‍ट अमनदीप सिंह ने कहा कि तिरंगे का अपमान बर्दाश्‍त नहीं करेंगे. अमनदीप सिंह के नेतृत्व में युवा दोपहिया वाहनों पर आए और पीडीपी मुख्यालय पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का प्रयास किया. हालांकि पीडीपी कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्‍हें रोक दिया. पुलिस अधिकारियों ने कानून व्‍यवस्‍था का हवाला देकर शांतिपूर्ण तरीके से युवाओं को तितर-बितर कर उन्‍हें वापस भेज दिया. अमनदीप ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारा किसी दक्षिणपंथी पार्टी से कोई संबंध नहीं है. हम मूल रूप से राष्ट्रवादी हैं और तिरंगे के लिए किसी भी अपमान को बर्दाश्त नहीं करेंगे.

अमनदीप सिंह ने पीडीपी कार्यालय के मुख्‍य द्वार के पास की चारदीवारी पर शनिवार को राष्‍ट्रीय ध्‍वज फहराया था और इस दौरान उनकी पीडीपी के दो वरिष्‍ट नेताओं के साथ बहस भी हुई थी. इस दौरान अमनदीप ने कहा था कि वह रविवार को फिर लौटेंगे और भारी संख्‍या में युवाओं के साथ पीडीपी कार्यालय पर राष्‍ट्रीय ध्‍वज फहराएंगे.

पांच अगस्त का निर्णय वापस लिए बिना चुनाव लड़ने या तिरंगा थामने में दिलचस्पी नहीं: महबूबा
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने शुक्रवार को कहा कि जब तक जम्मू-कश्मीर को लेकर पिछले साल पांच अगस्त को संविधान में किए गए बदलावों को वापस नहीं ले लिया जाता, तब तक उन्हें चुनाव लड़ने अथवा तिरंगा थामने में कोई दिलचस्पी नहीं है. जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को पिछले वर्ष अगस्त में समाप्त किए जाने के बाद से महबूबा हिरासत में थीं. रिहा होने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह तभी तिरंगा उठाएंगी, जब पूर्व राज्य का झंडा और संविधान बहाल किया जाएगा.

उन्होंने कहा, ‘जहां तक मेरी बात है, तो मुझे चुनाव में कोई दिलचस्पी नहीं है. जब तक वह संविधान हमें वापस नहीं मिल जाता जिसके तहत मैं चुनाव लड़ती थी, महबूबा मुफ्ती को चुनाव से कोई लेना देना नहीं है.’ यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी पार्टी और गुपकर एलायंस जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव में हिस्सा लेंगे तो उन्होंने कहा कि एलांयस की शनिवार को होने वाली बैठक में इन सभी मुद्दों पर चर्चा होगी. यह पूछे जाने पर कि चुनाव में हिस्सा नहीं लेने पर भाजपा को खुला रास्ता मिल जाएगा तो उन्होंने कहा कि यह एक काल्पनिक सवाल था.

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी और हाल ही बने ‘पीपुल्स एलायंस फॉर गुपकर डिक्लेयरेशन’ साथ मिल कर यह निर्णय करेंगे कि केन्द्र शासित क्षेत्र में चुनाव लड़ना है अथवा नहीं. जम्मू कश्मीर की मुख्यधारा की पार्टियों ने पूर्ववर्ती राज्य का विशेष दर्जा बहाल कराने और इस मुद्दे पर सभी पक्षकारों से बातचीत के लिए 15 अक्टूबर को गुपकर एलायंस का गठन किया है. महबूबा ने आरोप लगाया कि तिरंगा झंडा संविधान का भाग था और भाजपा ने संविधान और झंडे को अपवित्र किया है.

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