Bihar Opinion Polls 2020: नीतीश कुमार का पलड़ा भारी, तेजस्‍वी भी पा सकते हैं 98 सीटें

Bihar Assembly Elections 2020: एबीपी-सीवोटर ओपिनियन पोल (Bihar Opinion Polls) सामने आए हैं. इनके मुताबिक बिहार चुनाव में इस बार एनडीए की सरकार सत्‍ता में आ सकती है. वहीं तेजस्‍वी यादव दूसरे स्‍थान पर रह सकते हैं.

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नई दिल्‍ली. बिहार चुनाव (Bihar Elections 2020) की रणभूमि में सभी दल पूरे जोर-शोर से जीत पाने के लिए पूरी कोशिश में जुट गए हैं. एनडीए से लेकर आरजेडी और जेडीयू, सभी दल इस समय तेजी से अपने प्रचार अभियान में जुटे हैं. बड़ी संख्‍या में रैलियों के अलावा नेता घर-घर जाकर भी लोगों से वोट की अपील कर रहे हैं. इस बार बिहार में किसकी सरकार बन रही है? यह सवाल सभी पूछ रहे हैं. इस बीच एबीपी-सीवोटर ओपिनियन पोल (Bihar Opinion Polls 2020) सामने आए हैं. इनके मुताबिक बिहार चुनाव में इस बार एनडीए की सरकार सत्‍ता में आ सकती है. वहीं तेजस्‍वी यादव दूसरे स्‍थान पर रह सकते हैं.

एबीपी न्‍यूज में प्रकारित रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार चुनाव के एबीपी-सीवोटर ओपिनियन पोल के अनुसार एनडीए को अधिक सीटें मिलेंगी. नीतीश कुमार की अगुवाई वाला एनडीए सबसे आगे दिख रहा है. नीतीश+ को 135-159 सीट, लालू+ को 77-98 सीट और एलजेपी को 1-5 सीट मिल सकती हैं. वहीं अन्य के खाते में 4 से 8 सीटें जा सकती हैं. मतलब अगर बिहार की कुल 243 सीटों में वोट प्रतिशत की बात करें तो नीतीश+ को 43% वोट, लालू+ को 35 % वोट, चिराग पासवान की एलजेपी को 4% वोट और 18% वोट अन्य दलों को मिलने की संभावना है.

क्या कहता है बिहार की जनता का ओपिनियन पोल?
क्षेत्रवार आंकड़ों के बाद अब बारी है, पूरे बिहार के ओपिनियन पोल के आंकड़ों को जानने की. एबीपी न्यूज़-सीवोटर ओपियिन पोल के मुताबिक बिहार की कुल 243 सीटों में वोट प्रतिशत की बात करें तो नीतीश+ के खाते में 43% वोट, लालू+ को 35 % वोट, चिराग पासवान की एलजेपी को 4% वोट और 18% वोट अन्य के खाते में जा सकता है.

 

सीटों की बात करें तो नीतीश की अगुवाई वाला एनडीए सबसे आगे नजर आ रहा है. नीतीश+ के खाते में 135-159 सीट, लालू+ को 77-98 सीट और एलजेपी को 1-5 सीट मिल सकती हैं. वहीं अन्य के खाते में 4 से 8 सीटें जा सकती हैं.

 

बिहार चुनाव से जुड़े अहम मुद्दों पर जनता का क्या कहना है?

 

चिराग की वजह से एनडीए को नुकसान होगा ?
एबीपी न्यूज़ और सी वोटर के ओपिनियन पोल में हमने जनता से बिहार से जुड़े कुछ अहम सवाल पूछे. इसमें कुछ के जवाब चौंकाने वाले हैं. हमने जनता से पूछा- चिराग की वजह से एनडीए को नुकसान होगा ? इसके जवाब में 60% लोगों ने कहा कि हां वहीं 40% लोगों का कहना है कि नहीं चिराग पासवान के अलग होने से असर नहीं पड़ेगा.

 

क्या चिराग और बीजेपी मिले हुए हैं ?
इस सवाल के जवाब में 61% लोगों का कहना है कि हां बिहार एनडीए में जो कुछ भी हो रहा है, वो बीजेपी और चिराग पासवान की मिलीभगत है. वहीं 39% लोगों का इसके उलट मानना है. इन लोगों को लगता है कि नहीं, इस एनडीए में आई दरार के पीछे चिराग और बीजेपी की कोई मिली भगत नहीं है.

 

लालू के जेल में होने का आरजेडी को नुकसान होगा ?
बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर हुए ओपिनियन पोल में 45% जनता का मानना है कि हां, लालू प्रसाद यादव के जेल में होने का असर तेजस्वी के रिजल्ट में भी दिखेगा. वहीं 55% जनता का मानना है कि नहीं ऐसा नहीं है, लालू यादव के जेल में होने का असर आरजेडी के आंकड़ों पर नहीं दिखेगा.

 

चुनाव बाद तेजस्वी-चिराग एक हो सकते हैं ?
बिहार चुनाव से जुड़े एक बेहद रोचक सवाल कि क्या चुनाव के बाद तेजस्वी-चिराग एक हो सकते हैं ? इसके जवाब में 53% जनता का मानना है कि हां, ऐसा हो सकता है कि नतीजों को देखते हुए चिराग पासवान और तेजस्वी यादव हाथ मिला लें. वहीं 46% जनता को ऐसा लगता है कि नहीं चिराग-तेजस्वी ऐसा नहीं करेंगे.

 

किसके 15 साल बेहतर मानते हैं?
बिहार में चुनाव प्रचार के दौरान 15 साल बनाम 15 साल का मुद्दा पीरे जोर शोर से हावी है. नीतीश लालू यादव के 15 साल की विरासत को दोष दे रहे हैं. वहीं तेजस्वी और बाकी विपक्ष नीतीश-बीजेपी के 15 साल का हिसाब मांग रहा है. जनता की बात करें तो यहां मामला नीतीश कुमार के पक्ष में जाता नजर आ रहा है. 62% जनता का मानना है कि नीतीश कुमार के 15 लालू यादव के 15 साल पर भारी हैं. वहीं 38% जनता का मानना है कि लालू-राबड़ी के 15 साल बेहतर थे.

 

बीजेपी को ज्यादा सीट मिली तो सीएम पर नीतीश से झगड़ा होगा ?
एक और महत्वपूर्ण सवाल- बीजेपी को ज्यादा सीट मिली तो सीएम पर नीतीश से झगड़ा होगा ? इस सवाल के जवाब में 61% लोगों का कहना है कि हां, ऐसा हो सकता है. बीजेपी ज्यादा सीटें आने पर अपना मुख्यमंत्री बनाने की शर्त रख दे. वहीं 39% लोगों का ऐसा नहीं सोचते, इनके मुताबिक बीजेपी की ज्यादा सीटें आएं या कम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बनेंगे.

सबसे बड़ा मुद्दा क्या है?
बिहार में इस बार चुनाव मुद्दों पर आ गया है, इसलिए मुद्दे से जुड़ा सवाल भी जनता से पूछा गया कि सबसे बड़ा मुद्दा क्या है? इस पर 52% लोगों का मानना है कि बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. वहीं  भ्रष्टाचार 11% के लिए, सड़क-बिजली 10% के लिए और शिक्षा 8% के लिए सबसे बड़ा मुद्दा है.

नीतीश के काम को कैसा मानते हैं ?
15 साल से बिहार की सत्ता पर काबिज नीतीश कुमार के कामकाज को लेकर ओपिनियन पोल में जनता से सवाल पूछा गया. इस 25% लोगों ने नीतीश के ‘सुशासन’ को अच्छा बताया. वहीं 28% लोगों ने नीतीश के काम को औसत माना. वहीं 46% लोगों ने नीतीश के काम काज को सिरे से खारिज कर दिया.

सीएम की पसंद कौन ?
मुद्दे के साथ बिहार में चेहरों की भी लड़ाई है, इसलिए ओपिनियन पोल में मुख्यमंत्री की पसंद को लेकर भी सवाल पूछा गया, नीतीश कुमार पर 30 %, तेजस्वी यादव पर 20 %, चिराग पासवान पर 14% तो मौजूदा डिप्टी सीएम सुशील मोदी पर सिर्फ 10% लोगों ने भरोसा जताया. यानी चेहरों की लड़ाई में नीतीश कुमार अपने बाकी सभी प्रतिद्वंदियों से कई कदम आगे खड़े हैं.

क्या नीतीश से नाराज हैं ?
ओपिनियन पोल में मुख्यमंत्री से लोंगों की नाराजगी को लेकर भी सवाल पूछा गया. इस सवाल के जवाब में जो आंकड़े आए हैं वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की टेंशन बढ़ा सकते हैं. 60 % लोगों ने कहा कि नीतीश कुमार से नाराज हैं और मुख्यमंत्री बदलना चाहते हैं. वहीं 26% लोगों ने कहा कि हम नाराज तो हैं लेकिन बदलना नहीं चाहते, एक बार फिर नीतीश पर ही भरोसा जताना चाहते हैं. वहीं सिर्फ 14% लोग ऐसे हैं जो न नाराज हैं और न ही नीतीश को बदलना चाहते हैं.

ओपिनियन पोल से जुड़ी जरूरी जानकारी- 28 अक्टूबर को बिहार में पहले फेज की वोटिंग है. ABP न्यूज के सी वोटर ने फाइनल ओपिनियन पोल किया है. बिहार की सभी 243 सीटों पर 30 हजार 678 लोगों से बात की गई है. सर्वे 1 अक्टूबर से लेकर 23 अक्टूबर के बीच किया गया है.

सीमांचल का हाल

बिहार के सीमांचल में कुल 24 सीटें हैं. एबीपी न्यूज़- सी वोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक यहां नीतीश कुमार+ को 11-15 सीट, लालू+ के खाते में 8-11 सीट और अन्य के खाते में 1-1 सीट जा सकती है. मत प्रतिशत के हिसाब से देखें तो नीतीश+ को 28 %, लालू + को 46 % वोट, पासवान को 4 % वोट और अन्य को 22% वोट मिल सकते हैं.

मिथिलांचल का हाल
मिथिलांचल में 50 सीटें हैं. एबीपी न्यूज़-सी वोटर ओपिनियन पोल के मुताबिक नीतीश+ को यहां 27-31 सीट, लालू+ को 18-21 सीट, पासवान की पार्टी को 1-3 सीट मिल सकती हैं. वहीं एक सीट अन्य के खाते में जा सकती है. मत प्रतिशत के अनुसार नीतीश+ को यहां 41%, लालू+ को 38 %, पासवान को 4 % और अन्य को 17 % वोट शेयर जाने की संभावना है.

अंग प्रदेश का हाल
बिहार चुनाव में अंग प्रदेश में नीतीश+ को 16-20 सीट, लालू+ को 6-10 सीट मिलने की संभावना है. वहीं पासवान की एलजेपी को शून्‍य से 2 सीट मिलने की ही संभावना दिखी है. एक सीट अन्य के खाते में भी जा सकती है. नीतीश+ को 47% वोट, लालू + को 29% वोट, पासवान को 4% वोट मिल सकते हैं. बाकी का 20% वोट अन्य के खाते में जा सकता है.

मगध का हाल
मगध क्षेत्र में कुल 69 सीट सीटें हैं. एबीपी न्यूज़-सीवोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक नीतीश+ 36-44 सीट, लालू+ 23-30 सीट, अन्य के खाते में 2 से 3 सीटें जा सकती हैं. आंकड़ों के अनुसार नीतीश+ को 44% वोट, लालू+ को 33% वोट, पासवान को 4% और अन्य को 19% वोट मिल सकते हैं. अन्‍य को 2 से 3 सीटें मिल सकती हैं.

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