आईपीएल सट्‌टा :जयपुर के सटोरिए एक लाख को किलो और एक करोड़ को चिकन बोलते थे; दुबई से सोशल मीडिया पर कोड वर्ड से करते थे लेनदेन

जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की स्पेशल टीम की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने की थी कार्रवाई अंतराष्ट्रीय सट्‌टा कारोबार से जुड़े दो सटोरिए गिरफ्तार, 4.19 करोड़ की रकम हुई बरामद सट्‌टा कारोबार से कमाई रकम के बैंकिंग कारोबार के लिए देशभर में 321 ब्रांच खोल रखी थी

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जयपुर. शहर के कोतवाली इलाके में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट सट्‌टा कारोबार पर हुई कार्रवाई में अहम खुलासा हुआ है कि रकम के लेनदेन के लिए ये सटोरिए दुबई से सोशल मीडिया पर कोड वर्ड में बातचीत करते थे। सट्‌टे की रकम जीतने वाले व्यक्ति तक रकम पहुंचाने के लिए एक लाख रुपए के लिए एक किलो पहुंचाने की बात होती थी। वहीं, एक करोड़ रुपए के ट्रांसफर के लिए कोडवर्ड में एक किलो चिकन पहुंचाने की बात कही जाती थी। सटोरियों ने कारोबार के लिए व्हाट्सएप पर 20 से 25 ग्रुप बना रखे थे। जिनके गोविंद देव जी, सालासर हनुमान जी, राधा कृष्ण जी व अन्य देवी देवताओं के नाम रखे हुए थे। ताकि, किसी को सट्‌टा कारोबार चलाने का शक नहीं हो।

कोतवाली इलाके में चल रहे सट्टा कारोबार पर छापे के दौरान मिले 4 करोड़ 19 लाख रुपए की रकम। इन नोटों को पैकेट्स में पैक करके रखा गया था। जिन्हें कोड वर्ड में ट्रांसफर किया जाता था।
कोतवाली इलाके में चल रहे सट्टा कारोबार पर छापे के दौरान मिले 4 करोड़ 19 लाख रुपए की रकम। इन नोटों को पैकेट्स में पैक करके रखा गया था। जिन्हें कोड वर्ड में ट्रांसफर किया जाता था।

प्रारंभिक भी खुलासा हुआ कि गैंग का सरगना राकेश राजकोट और उसके साथियों द्वारा सट्‌टा कारोबार में कमाई गई मोटी रकम को खुर्दबुर्द करने के लिए आरसी एंटरप्राइजेज नाम से एक कंपनी खोल रही थी। इसमें बैंकिंग कारोबार के बहाने सट्‌टे के दाव लगाए जाते थे। सटोरियों ने इस कंपनी की पूरे देशभर में 321 शाखाएं खोल रखी थी। इनमें जयपुर सहित मुंबई, अहमदाबाद, राजकोट, सूरत, बड़ाेदरा, भावनगर, कच्छ, जूनागढ़ जैसे बड़े शहर शामिल थे।

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कमिश्नरेट की स्पेशल टीम की सूचना पर हुई थी कार्रवाई

अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर अजयपाल लांबा ने बताया कि पिछले दिनों प्रताप नगर व श्याम नगर में क्रिकेट मैच पर ऑनलाइन सट्‌टा कारोबार में लिप्त बड़े सटोरियों के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। पूछताछ में सामने आए अहम जानकारियों के बाद कमिश्नरेट पुलिस की स्पेशल क्राइम ब्रांच टीम ने निगरानी रखी। इस बीच सीएसटी के एएसआई द्वारकाप्रसाद, एएसआई राजेश व हेडकांस्टेबल महिपाल सिंह को सूचना मिली कि कोतवाली इलाके में किशनपोल बाजार में दुकान नंबर 66 के अंदर बने कॉम्पलेक्स में सट्‌टा कारोबार हो रहा है।

रकम गिनने के लिए दो मशीन भी सटोरियों के पास मिली है। जिसे कोतवाली थाना पुलिस ने जब्त कर लिया है।
रकम गिनने के लिए दो मशीन भी सटोरियों के पास मिली है। जिसे कोतवाली थाना पुलिस ने जब्त कर लिया है।

तब सीएसटी की सूचना पर कोतवाली एसीपी मेघचंद मीणा, थानाप्रभारी यशवंत सिंह व क्राइम ब्रांच टीम के इंस्पेक्टर लखन खटाना व सुरेंद्र यादव के नेतृत्व में पुलिस टीम ने देर रात सटोरियों के कमरे पर छापा मारा। जहां पैकेट्स में भरे हुए करीब 4 करोड़ 19 लाख रुपए की बड़ी रकम मिली। इसके अलावा नौ मोबाइल फोन व नोट गिनने की दो मशीनें भी मिली। इसके अलावा सट्‌टे की कारोबार का हिसाब मिला।

तब पुलिस ने कार्रवाई कर मूल रुप से गुजरात निवासी आरोपी रणधीर सिंह (45) व मदनगंज किशनगढ़, जिला अजमेर निवासी कृपाल सिंह जोधा (41) को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा वहीं कमरे में मिले दो और व्यक्तियों ईश्वर सिंह व टोडरमल राठौड़ को भी हिरासत में ले लिया।

आईपीएल मैच शुरु होने पर आरोपी ने सट्‌टा कारोबार के लिए किराए पर लिया था कमरा

पुलिस की गिरफ्त में आए रणधीर सिंह ने इस कॉम्पलेक्स में बना कमरा किराए पर ले रखा था। वह आईपीएल मैच की शुरुआत के दौरान ही जयपुर आकर रहने लगा था। यह सट्‌टा कारोबार के सरगना राकेश राजकोट द्वारा संचालित Diamond Exch.com नामक वेबसाइट द्वारा किया जाता था। जयपुर शहर सहित उत्तर भारत में राकेश राजकोट ने सट्‌टा कारोबार में लिप्त विभिन्न क्रिकेट बुकियों से रकम के ट्रांसफर के लिए रणधीर सिंह और उसके साथियों को लगा रखा था। ये फर्जी नामों से ग्रुप चलाते थे। आईडी व पासवर्ड के साथ रकम का लेनदेन कोडवर्ड में होता था। इसके अलावा रणधीर सिंह ने खुद भी Fine exchange के नाम से खुद की लाइन चलाई रखी थी। केस की जांच नाहरगढ़ थानाप्रभारी मुकेश खराडिया को सौंपी गई है।

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