बठिडा थर्मल प्लांट को गिराने के लिए मुबंई की कंपनी ने शुरू किया काम, किसानों व कर्मियों का विरोध तेज

-कर्मचारियों ने कहा कंपनी के कर्मचारियों के साथ इंजीनियरों की टीम थर्मल प्लाट को गिराने के लिए बठिंडा पहुंची, मशीनरों को उखाड़ने का काम किया शुरू

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बठिडा. बठिंडा के श्री गुरु नानक देव थर्मल प्लांट को बंद करने के बाद हर तरफ हो रहे विरोध का अनदेखा कर पंजाब सरकार ने अब थर्मल प्लांट को गिराने का अंतिम फैसला लेते मुंबई की कंपनी को बठिंडा में भेज दिया है। मुंबई की कंपनी ने 164.6 करोड़ में उक्त प्लाट को गिराने का ठेका हासिल किया है व पिछले माह ही इस बाबत टेंडर जारी कर दिया गया था। थर्मल प्लाट की 1350 एकड़ जमीन में मेघा इंडस्ट्री प्लाट लगाया जाना है व इस पार्क के संबंध में केंद्र सरकार को राज्य की कैप्टन सरकार ने प्रस्ताव बनाकर भेज दिया है। इस प्लाट को लगाने से लिए शर्त के अनुसार सरकार ने जमीन को खाली करना है व इसमें प्लाट लगाने के लिए प्राइवेट इंडस्ट्री को एक रुपए में लीज पर जमीन देने का प्रस्ताव भी रखा गया है। फिलहाल इसी योजना के तहत राज्य सरकार ने 20 फीसदी को केंद्र ने 80 फीसदी राशि खर्च करनी है। इस प्रोजेक्ट को लाकर कांग्रेस सरकार जहां लोगों को रोजगार देने की बात कर थर्मल के मुद्दे को खतम करना चाहती है वही थर्मल के साथ रिहायसी कालोनी में अफसरों को शिफ्ट कर सिविल लाइन वाली जमीन खाली कर उसे बेचने का रास्ता तैयार कर रही है।


गौरतलब है कि पावरकॉम की ओर से तीन अलग-अलग टेंडर जारी किए गए। इसके तहत एक में तो मशीनरी को बठिडा के थर्मल से रोपड़ के थर्मल प्लांट में शिफ्ट करने का है। दूसरा बठिडा की थर्मल कॉलोनी की देखरेख करने का टेंडर अब लहरा मोहब्बत थर्मल प्लांट की तरफ से लगाया गया है। इसके अलावा एक टेंडर अब थर्मल प्लांट को डिसमेंटल (गिराने) का भी लगाया गया। थर्मल प्लांट को गिराने के लिए पावरकॉम के अलग-अलग विभागों को जिम्मेवारी दी गई है। उन्होंने अपनी कार्रवाई शुरू करते हुए टेंडर भी लगा दिए। वहीं थर्मल प्लांट को बंद करने के बाद पंजाब सरकार की ओर से दावा किया गया है कि यहां पर इंडस्ट्रियल पार्क लगाया जाएगा।

हालांकि बठिडा के थर्मल प्लांट की चिमनियों को न गिराने पर सीएम कैप्टन अमरिदर सिंह भी फेसबुक पर लाइव होकर ऐलान कर चुके हैं। मगर अब यह तो बाद में ही पता लगेगा कि उनका वादा पूरा होता है या नहीं। फिलहाल इसको गिराने की तैयारी शुरू हो गई है। दूसरी तरफ वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल का दावा है कि बठिडा के थर्मल प्लांट का लोड फैक्टर इस समय 7:23 है, जो 92 फीसद बंद रहता है। ऐसे में थर्मल के मेंटेनेंस का खर्च ही एक साल में 110 करोड़ रुपये है, जिसको सरकार वहन नहीं कर सकती। इसके अलावा बठिडा के थर्मल प्लांट से पावर कोस्ट 7.70 रुपये पड़ रही है, जबकि उनको बाहर से यह 2.30 रुपये व 2.70 रुपये पड़ रही है। इसी प्रकार उन्होंने मिनिस्टरी आफ फोरेस्ट एंड एनवायरमेंटल की गाइडलाइन का तर्क दिया कि अगर उनके अनुसार मशीनरी न चले तो जुर्माना लगता है। इसके तहत बठिडा थर्मल में न तो एसपीएम क्लीन मशीन है, न ही मर्करी क्लीन मशीन। ऐसे में 18 लाख रुपये जुर्माना रोजाना देना पड़ेगा। जो साल में 200 से 250 करोड़ बनेगा।

पहला टेंडर
यह टेंडर गुरु गोबिद सिंह सुपर थर्मल प्लांट रोपड़ के डिप्टी चीफ इंजीनियर की तरफ से लगाया गया है। इसके तहत बठिडा थर्मल प्लांट के दूसरे यूनिट को डिसमेंटल करने के बाद उसको रोपड़ में शिफ्ट करने का है। इसके तहत यूनिट के गियर बॉक्स व जनरल असेसरी को शामिल किया गया है। यह टेंडर 20 जुलाई को खुलेगा। यह भी हिदायत की है कि थर्मल को डिसमेंटल करने से पहले वर्करों की पूरी सेफ्टी होनी चाहिए।
दूसरा टेंडर
यह टेंडर गुरु हरगोबिद थर्मल प्लांट लहरा मोहब्बत की तरफ से लगाया गया है। इसके तहत बठिडा के थर्मल कॉलोनी के ए,बी,सी व डी ब्लॉक से निकलने वाले हर रोज के गार्बेज, किचन वेस्ट को क्लेक्ट करना है। इसके अलावा पौधों को पानी देने व घास काटने को भी इसी टेंडर में शामिल किया गया है। यह साल 2020-21 व 2021-22 के लिए रहेगा। इससे पहले बठिडा की थर्मल कॉलोनी की सारी देखरेख बठिडा के थर्मल प्लांट से ही होती थी।
तीसरा टेंडर
पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड की ओर से थर्मल प्लांट को डिसमेंटल करने का टेंडर लगाया गया है। इसके तहत बठिडा थर्मल प्लांट के 110 व 120 मेगावाट के दो-दो यूनिटों को गिराने के अलावा प्लांट की मशीनरी, सिविल स्ट्रक्चर, पाइप लाइन, केबल सभी को शामिल किया गया है। बिड की वैल्यू 132 करोड़ रुपये रखी गई थी जो मुबंई की कंपनी ने 164.6 करोड़ में हासिल करने में सफलता हासिल कर ली।
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जमीन को ऐसे इस्तेमाल करने की योजना
164 एकड़ में झील- झीलों को वैसे ही रखा जाएगा। इन झीलों को शहर में पानी की सप्लाई के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इस समय अगर नहरी पानी की बंदी होती है तो लोगों के लिए 10-12 दिन का ही स्टॉक रहता है। मगर अब झीलों के साथ तीन महीनों की कमी पूरी हो जाएगी।
280 एकड़ में थर्मल कॉलोनी- बठिडा थर्मल कॉलोनी में इस समय पावरकॉम के मुलाजिम रह रहे हैं। इसके साथ अब सिविल व पुलिस एडमिनिस्ट्रेशन के मुलाजिमों को भी रहने के लिए रास्ता साफ कर दिया है। बठिडा की पुलिस लाइन व सिविल लाइन के एरिया को अब थर्मल कॉलोनी में शिफ्ट कर दिया जाएगा।
1320 एकड़ में बनेगा इंडस्ट्रियल पार्क-
बठिडा थर्मल की 1320 एकड़ जमीन पर इंडस्ट्रियल पार्क बनाने की योजना को तैयार किया गया। इसको लेकर मनप्रीत का कहना है कि चीन से टूट कर आ रही इंडस्ट्री को पंजाब में भी लगाने के लिए जगह दी जाएगी। इसके साथ यहां पर रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। आम आदमी पार्टी(आप) पंजाब ने श्री गुरु नानक देव जी को समर्पित बठिंडा थर्मल प्लांट का असत्तिव मिटाने पर तूली अमरिन्दर सिंह सरकार को ताडऩा की है कि अगर सरकार ने लैंड माफिया के हित पूर्ति के लिए बठिंडा थर्मल प्लांट को गिराने की गुस्ताखी की तो पंजाब के लोग कांग्रेस की सरकार गिरा देंगे।

योजना को लेकर हर तरफ विरोध, आप ने भी खोला मोर्चा 

आप’ के विधायकों प्रिंसीपल बुधराम, प्रो. बलजिंदर कौर, कुलतार सिंह संधवा, मीत हेयर, रुपिंदर कौर रुबी और मास्टर बलदेव सिंह ने कहा, ‘‘1969 में श्री गुरु नानक देव जी के 550वें वार्षिक प्रकाश पुरब के अवसर पर बठिंडा थर्मल प्लांट स्थापित किया गया था, परंतु बादल सरकार की सार्वजनिक(पबलिक) सैक्टर विरोधी नीतियों को अधिक तेजी से लागू करने में जुटी अमरिन्दर सिंह सरकार ने अपने चुनावी वायदे से मुकर कर अब बठिंडा थर्मल प्लांट को गिराने की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जबकि सरकार की अपनी ऊर्जा विकास एजैंसी (पेडा), थर्मल के बोर्ड आ$फ डायरैक्टर्ज और बिजली बोर्ड के माहिर इंजीनियरों पर आधारित जत्थेबंदियों ने तजवीका की थी कि 2031 तक चल सकते बठिंडा थर्मल प्लांट के कोयला आधारित यूनिटों को बंद ही करना है तो यह पराली पर चलाए जा सकते हैं। सैंकड़ों इसी तरह राख फैंकने के लिए खाली पड़ी सैंकड़ों एकड़ कामीन पर सोलर पावर प्लांट लगाया जा सकता है, परंतु अमरिन्दर सिंह सरकार ने इन लाभदायक तजवीज को रद्दी की टोकरी में फैंक कर मुम्बई की एक कंपनी को 164 करोड़ रुपए में बठिंडा थर्मल प्लांट गिराने का ठेका दे दिया है।’’ ‘आप’ विधायकों ने सरकार की इस प्रक्रिया के विरुध लोक लहर खड़ी करने का आहवान करते हुए पंजाब के लोगों को अपील की बाबा नानक को समर्पित बठिंडा की इस अनमोल विरासत को बचाने के लिए सभी एकजुट हो और सरकार को फैसला वापस लेने के लिए मजबूर करे। फोटो सहित-बीटीडी-19-बठिंडा का गुरु नानक देव थर्मल प्लाट जिसे गिराने के लिए मुंबई की टीम बठिंडा पहुंची को कर्मचारी व किसान संगठनों ने विरोध शुरु कर दिया।

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