'ਆਪ' ਵਿਧਾਇਕਾਂ ਨੇ ਪੰਜਾਬ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਦੇ ਬਾਹਰ ਮੋਦੀ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਕਿਸਾਨ ਵਿਰੋਧੀ ਬਿੱਲਾਂ ਨੂੰ ਸਾੜਿਆ pic.twitter.com/I03taD1qOb
— AAP Punjab (@AAPPunjab) October 19, 2020
दरअसल केंद्र के नए कृषि कानून के प्रभाव से निपटने के लिए पंजाब सरकार जहां तक संभव हो राज्य के कानूनों का इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है. वहीं आप के विधायकों की मांग थी कि सरकार कृषि कानून के खिलाफ मंगलवार को पेश होने वाले प्रस्तावित बिल की प्रतियां उन्हें दे.
'ਆਪ' ਪੰਜਾਬ ਦੀ ਮੁੱਖ ਵਿਰੋਧੀ ਧਿਰ ਹੋਣ ਦੇ ਬਾਵਜੂਦ ਪ੍ਰਸਤਾਵਿਤ ਬਿੱਲ ਦੀ ਕਾਪੀ ਨਾ ਮਿਲਣ ਕਰਕੇ 'ਆਪ' ਵਿਧਾਇਕਾਂ ਨੇ ਵਿਧਾਨ ਸਭਾ ਦੇ ਅੰਦਰ ਹੀ ਲਾਇਆ ਪੱਕਾ ਧਰਨਾ। pic.twitter.com/MTEBImRmKS
— AAP Punjab (@AAPPunjab) October 19, 2020
आप (Aam Aadmi Party) के वरिष्ठ विधायक और सदन में नेता विपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा, ‘आम आदमी पार्टी कृषि कानून के खिलाफ पेश कानून का समर्थन करेगी, लेकिन सरकार की ओर से हमें विधेयक की प्रतियां उपलब्ध नहीं कराई गई हैं. हमें अन्य विधेयकों की प्रतियां भी नहीं दी गई है. ऐसे में हमारे विधायक कैसे अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे और उस पर बहस करेंगे?’
Met the speaker @RanakpINC and submitted demand of minimum seven day Vidhansabha session and live telecast of session. Thorough discussion and transparency is the need of time. pic.twitter.com/jLVxZQhOoU
— Adv Harpal Singh Cheema (@HarpalCheemaMLA) October 18, 2020
इससे पहले, विधानसभा का दो दिवसीय विशेष सत्र शोक प्रस्ताव पेश करने के साथ शुरू हुआ और कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देने में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सदन की अगुवाई की.
कांग्रेस के विधायक नवजोत सिंह सिद्धू ने पिछले साल कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद पहली बार विधानसभा के सत्र में हिस्सा लिया. वहीं शिअद विधायक कृषि कानूनों के विरोध में ट्रैक्टरों पर चढ़कर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने केंद्र सरकार के कानून की प्रतियों को फाड़ दिया. आम आदमी पार्टी (आप) के विधायकों ने काली टोपियां पहन कर विधानसभा परिसर के बाहर प्रदर्शन किया. उन्होंने कृषि कानूनों की प्रतियों को फाड़ा और जलाया.
पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा, ‘आज से शुरू हो रहे महत्वपूर्ण विशेष सत्र के लिए मैं विधानसभा पहुंच गया हूं. हम केंद्र के किसान विरोधी कानूनों से पंजाब की खेती को बचाने और हितों की रक्षा के लिए चर्चा व बहस करने के लिए मिल रहे हैं.’
पंजाब विधानसभा सत्र के दौरान चंडीगढ़ में शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ता पंजाब सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. शिरोमणि अकाली दल के कार्यकर्ता विधानसभा के बाहर यह विरोध जता रहे हैं. पार्टी के नेता विक्रम मजीठिया ने कहा कि पंजाब सरकार ने कृषि कानून के खिलाफ केंद्र सरकार को कोई प्रस्ताव नहीं भेजा. वो केंद्र से मिलकर फिक्स मैच खेल रही है.
वहीं चंडीगढ़ में विधानसभा के बाहर आम आदमी पार्टी के नेता भी एकत्र होकर पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. आप विधायक हरपाल सिंह चीमा का कहना है कि पंजाब सरकार इन काले कानूनों के पक्ष में है. आम आदमी पार्टी इसका पर्दाफाश करेगी कि कैसे वो केंद्र से मिली है.