वहीं सूबे के अन्य एंट्री पाइंट्स पर बाहरी राज्यों केे 55 से ज्यादा ट्रकों व ट्रालियों में लदा धान पकड़ा भी जा चुका है। बठिंडा-डबवाली राष्ट्रीय मार्ग पर पड़ते डूंमवाली स्टेट बाॅर्डर के जरिये अब तक भारतीय किसान यूनियन एकता सिद्धूपुर के नेतृत्व में किसानों ने ही दो दिन में 31 वाहनों को धान समेत पकड़ा है। फाजिल्का में 15, जबकि बठिंडा में अभी तक 7 वाहन पकड़े जा चुके हैं। मूनक में पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर किसानों ने ट्रकों का घेराव कर प्रदर्शन किया।
रोका गया धान धूरी के एक निजी शेलर का था। वहीं, मोगा जिले में भी यूपी के धान से भरे ट्रक को पकड़ा गया। जिसे मल्लांवाला (फिरोजपुर) ले जाया जा रहा था। बठिंडा, फतेहगढ़, फाजिल्का समेत कई जिलों में अवैध धान के मामले में 20 एफआईआर दर्ज की गई हैं। पुलिस ने बठिंडा व फतेहगढ़ जिले में ही अब तक दूसरे राज्यों से लाया गया 370 टन से ज्यादा धान जब्त किया है। बठिंडा में 232 टन धान जब्त किया जा चुका है। फतेहगढ़ पुलिस ने करीब 125 टन धान जब्त किया है। मोगा में भाकियू ने अवैध धान की एंट्री रोकने के लिए प्रदर्शन किया।
खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री आशु बोले- सूबे में बोगस बिलिंग नहीं होने देंगे
खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु ने कहा- अब तक छापेमारी में 69 ट्रक पकड़े गए हैं। सूबे में किसी को भी बोगस बिलिंग नहीं करने दी जाएगी। 12 मिलों पर छापेमारी की गई थी। पटियाला के शंभू बॉर्डर और रामनगर से 43 ट्रक, बलबेड़ा से 1 ट्रक पकड़ा गया, जिनमें 24 ट्रक वालों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई है।
बठिंडा में 10, माछीवाड़ा में 5, संगत मंडी में 4 पर केस
बठिंडा में दूसरे राज्यों से 116.412 टन सस्ता धान खरीदने वाले 10 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं। कुलदीप सिंह वासी भगवानपुरा, आरोपी कुलदीप सिंह को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया। संगत पुलिस ने शिवरत्न वासी हनुमानगढ़ राजस्थान, रजिंदर सिंह, गुरभेज सिंह वासी ऐलनाबाद, संजू वासी डबवाली सिरसा, माछीवाड़ा अनाज मंडी में 5 आढ़तियों, शैलर मालिक पर पर्चा दर्ज किया।
ये है मुनाफे की गेम
बाहरी राज्यों से सस्ता धान खरीद कर यहां व्यापारी प्रति क्विंटल 1000 रुपए से ज्यादा मुनाफा कमाते हैं। यदि प्रति एकड़ जीरी का झाड़ 60 मन निकलता है तो सरकारी फाइलों में 90 मन प्रति एकड़ दिखाते हैं। किसानों को प्रति क्विंटल 5 से 10 किलो की काट समेत फसल बेचनी पड़ती है।
ट्रेडर ला रहे बाहरी धान
यूपी, राजस्थान आदि राज्यों के धान का एसोसिएशन विरोध करती है। गुरदासपुर व अमृतसर का धान आ रहा है। दूसरे जिले का धान कहकर ट्रक रोके जा रहे हैं। दूसरे सूबों से ट्रेडर धान ला रहे हैं जो सही नहीं है।
-तरसेम सैनी, प्रधान, राइस मिलर एसो.