बठिंडा. पड़ोसी राज्यों से सस्ती धान की खरीद कर पंजाब की मंडियों में महंगे दामों में बेचने वाले 10 लोगों के खिलाफ जिला पुलिस ने विभिन्न थानों में केस दर्ज किया है। इसमें आरोपी लोगों से करीब 116 टन 412 किलोग्राम धान की बरामदगी की गई है। उक्त लोगों पर आरोप है कि वह बाहरी राज्यों की मंडियों से सस्ता धान खरीदकर जहां महंगे दाम में पंजाब में बेचकर पंजाब के किसानों का नुकसान कर रहे थे वही सरकार को भी मोटी टैक्स की चपत लगाई जा रही थी। फिलहाल पुलिस इस मामले में आरोपी से पूछताछ कर चल रहे गौरखधंधे की जानकारी जुटाने में लगी है।
पुलिस को शक है कि इन लोगों की तरह अन्य कई ग्रुप कंपनियों के साथ मिलकर गौरखधंधा कर रहे हैं जिन्हें जल्द कानून की गिरफ्त में लिया जाएगा। तलवंडी साबों पुलिस की तरफ से दर्ज केस में पुलिस के सहायक थानेदार धर्मवीर सिह, गोबिंद सिंह व सुखजिंदर सिंह ने बताया कि उन्हें इस बाबत गुप्त सूचना मिली ती व इसके आधार पर विभिन्न स्थानों में टीमें बनाकर जांच शुरू की गई।
इसमें कुलदीप सिंह वासी भगवानपुरा, मालिक डीआर इंडस्ट्री ए-14 मंडी धनगंज खुर्जा उत्तरप्रदेश, मालिक बीसीएल इंडस्ट्री हाजीरत्न चौक लिंक रोड बठिंडा के खिलाफ केस दर्ज किया गया व उक्त लोगों की तरफ से बाहरी राज्यों से सस्ते दामों में खरीद कर लाए गए धान को पंजाब के विभिन्न स्थानों में कंपनियों के ब्रांड के नाम पर व शैलरों को मंहगे दाम पर बेचने का धंधा किया जा रहा था। इसमें पंजाब के किसानों से धोखाधड़ी कर उन्हें नुकसान पहुंचाया जा रहा था वही सरकार की टैक्स की भी चोरी हो रही थी। इन फर्मों से करीब 25 टन धान बरामद किया गया है।
ट्रकों को जग्गाराम तीर्थ ते पास पकड़ा गया व आरोपी कुलदीप सिंह को मौके पर गिरफ्तार कर लिया गया। इसी तरह दूसरे मामले में गांव सिंगों के पास एक वाहन के ड्राइवर जो पुषकर ट्रेडिंग कंपनी बिंदगी फतेहपुर उत्तरप्रदेश के वाहन के साथ एबी एग्रो फूड़स मलोट पंजाब में दूसरे ड्राइवर के सहयोग से तीन वाहनों में 25 टन 55 किलोग्राम धान लेकर पंजाब में बेचने के लिए ला रहे थे। इस दौरान पुलिस को देखकर ड्राइवर वाहनों को छोड़कर फरार हो गए जिससे उनकी पहचान नहीं हो सकी है। तीसरे मामले में फतेहगढ़ के पास एक ड्राइवर मिस्टर कैलाश ट्रेडिंग कंपनी 47 कैळास मंडी सिरसा, एसएस इंडस्ट्री जलालाबाद पंजाब ट्राला में लादकर 36 टन 55 किलो धान उत्तरप्रदेश व हरियाणा से सस्ते में खरीद कर पंजाब में शैलरों में बेचने के लिए लाए थे। नाकाबंदी में ट्रालों को काबू कर लिया गया लेकिन ड्राइवर फरार होने में सफल हो गए।
फिलहाल पुलिस ने तीनों मामलों में 80 टन 100 किलोग्राम धान जब्त किया है। वही चौथे मामले में संगत पुलिस के सहायक थानेदार गुरमेज सिंह ने बताया कि उन्होंने सूचना के आधार पर शिवरत्न वासी हनुमानगढ़ राजस्थान, रजिंदर सिंह, गुरभेज सिंह वासी अहिलनाबाद, संजू वासी डबवाली सिरसा के खिलाफ केस दर्ज किया है। उक्त लोग राजस्थान से सोनालिका ट्रैक्टर में 36 टन 312 किलो धान दूसरी स्टेट से खरीद कर पंजाब में विभिन्न फर्म, शैलरों में बेचने के लिए ला रहे थे। इसमें किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
गौरतलब है कि इससे पहले दिसंबर 2018 में पंजाब खाद्य आपूर्ति विभाग की विजिलेंस टीम ने बरनाला में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए पंजाब की मंडियों में बेचने के लिए दूसरे राज्यों से लाए धान व चावल ले जा रहे छह ट्रकों को जब्त करने में सफलता हासिल की थी। इस छापेमारी से राज्य में धान की कुल पांच लाख तीन हजार बोरियां जब्त की गई। इसमें सरकार की तरफ से दो माह के दौरान की गई छापेमारियों में विभाग ने 18865 मीट्रिक टन धान/चावल जब्त किया था। जब्त किया गया धान-चावल अन्य राज्यों से कम कीमत पर खरीद कर पंजाब की मंडियों में बेचा जाना था।
प्राथमिक जांच से यह तथ्य सामने आए हैं कि बठिंडा के साथ जलालाबाद के एक व्यापारी द्वारा अन्य राज्यों से फर्जी फर्मों के नाम पर सस्ते भाव में खरीदा धान/चावल मिल मालिकों, आढ़तियों और राज्य की मंडियों में एमएसपी रेट पर बेचा जा रहा था। राज्य में अन्य राज्यों से ऐसा रिकॉर्ड रहित धान चावल लाने और बेचने के मद्देनजर उक्त फर्जी फर्मों के खिलाफ मकद्दमा दर्ज कर जांच की जा रही है। इन फर्मों द्वारा मार्केट कमेटी फीस भी अदा नहीं की जाती थी, अंतरराज्यीय सीमा पर बिल देना होता है और मार्केट कमेटी की फीस अपने ठिकाने पर पहुंचकर अदा करनी होती है परंतु क्योंकि उक्त फर्में फर्जी थी इसलिए इनके द्वारा कभी भी धान /चावल की खरीद या बिक्री संबंधी रिपोर्ट नहीं दी गई।