पंजाब के फरीदकोट में शनिवार को पति-पत्नी ने दो बच्चों के साथ केरोसिन डालकर आत्मदाह कर लिया। चारों की दर्दनाक मौत हो गई। बच्चों में 15 साल की एक बेटी और 10 साल का एक बेटा था। इस खौफनाक कदम की वजह आर्थिक तंगी को माना जा रहा है। मौके से एक सुसाइड नोट भी मिला है। लेकिन, पुलिस ने उसके बारे में कुछ नहीं बताया है। मृतक दंपति राजस्थान के रहने वाले थे और ईंट-भट्ठे पर काम करते थे।
मृतकों की पहचान मूल रूप से राजस्थान के जिला सीकर के रहने वाले 40 वर्षीय धर्मपाल, 36 साल की पत्नी सीमा, 15 साल की बेटी मोनिका और 10 साल के बेटे हितेश के रूप में हुई है। पिछले करीब 10 साल से यह परिवार पंजाब के फरीदकोट जिले के गांव कलेर में रह रहा था। धर्मपाल एक ईंट भट्ठे पर मुंशीगीरी करता था। शनिवार को इस परिवार ने खुद पर कैरोसिन डालकर आग लगा ली।
पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच-पड़ताल शुरू की। प्राथमिक जांच के मुताबिक, इस सामूहिक आत्महत्या का कारण कोरोना लॉकडाउन के चलते उपजी आर्थिक तंगी को माना जा रहा है।
वहीं गांव के लोगों ने बताया कि जब उन्होंने सुबह उनके घर से धुआं बाहर निकलते देखा और गांव वालों के आवाज लगाने पर उसने कोई उत्तर नहीं दिया तो गांव वालों ने दरवाजा तोड़ दिया। अंदर देखा तो सारा परिवार आग से झुलस चुका था। खबर लिखे जाने तक पुलिस द्वारा पूरे मामले की बारीकी से जांच-पड़ताल की जा रही है।