बठिंडा में कोविड काल में स्कूल नहीं दे रहा था अध्यापकों को वेतन, शिक्षा विभाग ने रद्द की एनओसी

-संगत मंडी स्थित एक प्राइवेट स्कूल के खिलाफ भी पहुंची दर्जनों शिकायतें, अध्यापकों को मार्च से लेकर अब तक नहीं दिया वेतन वही स्कूल से निकालने की दी जा रही है धमकी, शिक्षा विभाग ने एक्शन के लिए मांगी रिपोर्ट। सरकारी हिदायतों का उल्लंघन करने पर शिक्षा मंत्री ने बठिंडा के एक स्कूल की एन.ओ.सी. की रद्द -प्राईवेट स्कूल प्रबंधकों की तरफ से मुलाजिमों का सोशन करने की शिकायतें मिलने के बाद लिया सख़्त एक्शन

बठिंडा. राज्य शिक्षा विभाग ने कर्मचारियों व अध्यापकों को कोविड पीरियड के समय में वेतन नहीं देने वाले बठिंडा के एक स्कूल की एनओसी रद्द कर दी है। इसमें सरकार की तरफ से   कोविड-19 महामारी के दौरान जारी किये गए दिशा -निर्देशों का उल्लंघन करने के मामले को गंभीरता के साथ लेते स्कूल शिक्षा मंत्री पंजाब विजय इंद्र सिंगला ने प्रदेश के अलग-अलग जिलों में स्थित 9 स्कूलों को जारी किये गए एन.ओ.सी. रद्द कर दिए हैं। कैबिनेट मंत्री सिंगला ने बताया कि स्कूलों की तरफ से की जा रही मनमानियों के मामलों में मिलीं शिकायतें को उनकी तरफ से निजी तौर पर पढ़ा जा रहा है और 9 स्कूलों के मामलों की समीक्षा के बाद सरकार की हिदायतें का उल्लंघन करने पर इनके एन.ओ.सीज़. रद्द करने का फैसला किया गया है।

जिक्रयोग्य है कि स्कूल शिक्षा मंत्री ने प्राईवेट स्कूल प्रबंधकों की ज्यादतियों के विरुद्ध ऐसीं शिकायतें देने के लिए अपनी निजी ई -मेल आई.डी. vijayindersingla@gmail.com जारी की हुई है। इसमें जहां अभिभावक स्कूलों की तरफ से की जा रही मनमानियों की शिकायतें दे रहे हैं वही बड़े पैमाने पर स्कूल स्टाफ की तरफ से स्कूल प्रबंधकों की तरफ से उनका शोषण करने, वेतन जारी नहीं करने व जबरन स्कूल बुलाने जैसी शिकायते दी जा रही है।    सिंगला ने बताया कि कोविड -19 महामारी दौरान ज़्यादातर शिकायतें मुलाजिमों को तनख़्वाह न देने या कम तनख़्वाह देने की ही प्राप्त हो रही हैं। शिकायतें मिलने के बाद में स्कूल शिक्षा विभाग ने सम्बन्धित स्कूलों के प्रबंधकों को नोटिस जारी किए और जवाब तसल्लीबख्श न मिलने पर इन स्कूलों के प्रमाणपत्र रद्द कर दिए गए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार किसी भी स्कूल की मैनेजमेंट को मुलाजिमों का शोषण करने या हिदायतों का उल्लंघन नहीं करने देंगी।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि जिन स्कूलों के एन.ओ.सी. रद्द किये गए हैं, उनमें में दो स्कूल अमृतसर और तीन लुधियाना जिले के साथ सम्बन्धित हैं, जबकि एक-एक स्कूल फतेहगढ़ साहिब, होशियारपुर, बठिंडा और जालंधर जिलों के साथ सम्बन्धित है। इनमें अमृतसर के दिल्ली पब्लिक स्कूल और दविन्दरा इंटरनेशनल स्कूल शामिल हैं, जबकि लुधियाना के गुरू नानक पब्लिक स्कूल सराभा नगर,  डी.ए.वी. पब्लिक स्कूल भाई रणधीर सिंह नगर और अमृत इंडो -कैनेडियन अकैडमी शामिल हैं। फतेहगढ़ साहिब के बालक यशू कान्वेंट स्कूल, होशियारपुर का र्यातबाहरा इंटरनेशनल स्कूल, जालंधर का इंडो -सर्विस इंटरनेशनल कान्वेंट स्कूल और बठिंडा का विबग्योर स्कूल रामगढ़ भून्दड़ रोड शामिल है। इसके अलावा बठिंडा में संगत मंडी स्थित एक स्कूल सहित कई दूसरे प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ भी शिक्षा विभाग के पास शिकायते पहुंची है जिन पर आरोप है कि वह अध्यापकों को कोविड काल से वेतन नहीं दे रहे हैं बल्कि स्कूल में आनलाइन क्लासे लगाकर बच्चों से फीसे वसूल करने के बावजूद अद्यापकों का शोषण कर रहे हैं। इसमें संगत मंडी के स्कूल की सर्वाधिक 6 शिकायते मिली है जिसमें विभाग रिव्यू कर स्कूल को नोटिस निकाल रहा है व इसमें भी जल्द कारर्वाई हो सकती है।

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