बठिंडा में कोरोना वायरस से तीन लोगों की मौत वह डेंगू ने भी दिखाना शुरू किया असर, 146 लोगों की पुष्टी

कोरोना मरीजों के साथ अब मौसम में बदलाव के चलते वायरल और डेंगू एक्टिव हो गया है। सिविल अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 550 से अधिक लोग पहुंच रहे हैं। ओपीडी में 40 से 50 वायरल खांसी-जुकाम से पीड़ित हैं। बाकी कोरोना की जांच के लिए टेस्ट करवाने वाले संदिग्ध मरीज शामिल हैं। वर्तमान में जिले में इस बार कोरोना के साथ-साथ डेंगू का डंक भी एक्टिव हो गया है। सेहत विभाग के अनुसार इस सीजन में अस्पताल की लैब में 325 संदिग्ध डेंगू मरीजों के सैंपल लिए गए, जिसमें अब तक 146 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है।

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बठिंडा. जिले में बुधवार को जहां कोरोना का कोई भी मामला सामने नहीं आया है। वही वीरवार को तीन पोजटिव लोगों की मौत हो गई। इसमें जहां दो मृतक 60 साल से ऊपर है वही एक व्यक्ति 34 साल का है। तीनों मरीजों को खासी, जुकाम, सास लेने में दिक्कत व आक्सीजन लेबल कम होने के बाद कोरोना जांच के लिए अस्पताल में लाया गया जहां उनकी रिपोर्ट पोजटिव आने के बाद प्राइवेट अस्पतालों में दाखिल करवाया गया था। इसमें एक मरीज 20 दिन तो दो अन्य 12 दिन अस्पताल में दाखिल रहे व वीरवार की उनकी मौत हो गई। वही वीरवार को जिले में कोरोना के 25 पोजटिव मामले सामने आए है। इसमें 33 केसों में रिपोर्ट नेगटिव भी मिली है। कोरोना के सर्वाधिक 9 केस सैनिक छावनी में मिले वही शगीद उधम सिंह नगर गली नंबर 1 में एक, ओमैक्स सिटी में एक, रामपुरा में एक, पक्का काटन मिल में दो, गुरु नानक पुरा में एक, पटेल नगर में एक, गुरुद्वारा हाजीरत्न साहिब के नजदीक एक, सिविल अस्पताल में एक, माडल टाउन फेस एक में एक, शेरगढ़ में एक, पीआरटीसी में एक, आर्य नगर में एक, नेशनल कालोनी में एक, गुरु तेग बहादुर नगर में एक, वही सुरखपीर रोड में एक कोरोना पोजटिव केस सामने आया है।

जानकारी अनुसार पहली मौत 77 साल के सविंदर सिंह वासी गली नंबर 10 अजीत रोड बठिंडा की हुई है। उन्हें कोरान लक्षण के चलते 4 अक्तूबर को आदेश अस्पताल भुच्चो खुर्द में दाखिल करवाया गया था जहां करीब 11 दिन बाद उनकी मौत हो गई। वही दूसरी मौत दर्शन सिंह उम्र 61 साल वासी शहीद भगत सिंह नगर वार्ड नंबर 17 गिद्धड़बाहा की हुई है। उन्हें 25 सितंबर को गोल्ड मेडी अस्पताल बठिंडा में दाखिल करवाया गया जहां 20 दिनों तक कोरोना से जंग लड़ते वीरवार को मौत हो गई। तीसरी मौत रंजीत सिंह उम्र 34 साल वासी वार्ड नंबर 6 भगत कालोनी सिरसा हरियाणा की हुई है। उन्हें परिजनों ने 3 अक्तूबर को कोरोना पोजटिव आने के बाद बठिंडा के अरुण मेमोरियल अस्पताल में दाखिल करवाया जहां वीरवार सुबह उनकी मौत हो गई। इस तरह से जिले में अब तक कोरोना पोजटिव मृतकों की तादाद 144 हो गई है जबकि प्रशासन के अनुसार यह आकड़ा अभी 133 के करीब है।

वीरवार को मरे दो कोरोना पोजटिवों का अंतिम संस्कार सहारा जन सेवा की टीम ने किया। इसमें टीम के सदस्य मनी शर्मा, जग्गा सिंह, संदीप कुमार व हरबंस सिंह ने पहला शव आदेश अस्पताल से सविंदर सिंह का लेकर आए व बठिंडा में रिति रिवाज व कोरोना को लेकर जारी गाइडलाइन के तहत संस्कार किया। इसमें दूसरे मृतक का संस्कार भी सहारा जन सेवा की तरफ से किया गया है। सहारा के प्रधान विजय गोयल ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते संक्रमित लोगों का अंतिम संस्कार करते समय टीम पीपीई कीट, मास्क व अन्य जरूरी साजों सामान का इस्तेमाल करती है वही इस बाबत मृतकों को उनके गृह क्षेत्र में छोड़कर आते हैं व परिजनों की हाजिरी में अंतिम संस्कार किया जाता है। संस्था की तरफ से साजों सामान से लेकर अंतिम संस्कार व ट्रांसपोर्ट को लेकर किसी तरह का चार्ज व फीस मरीज व उनके परिजनों के साथ प्रशासन से नहीं लिया जाता है।

जिले के निवासियों के लिए गत बुधवार का दिन सुखद रहा है, कोरोना से किसी की जान नहीं गई है। यह कई दिनों बाद पहला मौका है जब एक दिन में जिलेभर में कोरोना से कोई मौत न हुई हो। वहीं 8 अगस्त को जिले में एक्टिव केसों की संख्या 408 थी, करीब 66 दिन बाद शहर में एक्टिव केसों की संख्या में कमी आई है अब 400 से कम 389 हो गई। वही जिले में कोरोना पॉजिटिव के 33 नए केस आए, तो दोगुना से ज्यादा 71 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे। पिछले 8 दिनों से जिले में रोजाना कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में कमी दर्ज की गई है। इन दिनों जिले में कोरोना पॉजिटिव केसों में कमी दर्ज की गई है। (प्रतिदिन दो अंकों में मरीज दर्ज हो रहे है ) 6 अक्टूबर को 102 नए केस दर्ज हुए। उसके बाद से अब तक 50 से कम मरीज आ रहे हैं। जिले में कोरोना से 389 केस एक्टिव हैं।

वही डेंगू ने भी दिखाना शुरू किया अपना असर, 146 मरीजों की पुष्टी

कोरोना मरीजों के साथ अब मौसम में बदलाव के चलते वायरल और डेंगू एक्टिव हो गया है। सिविल अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 550 से अधिक लोग पहुंच रहे हैं। ओपीडी में 40 से 50 वायरल खांसी-जुकाम से पीड़ित हैं। बाकी कोरोना की जांच के लिए टेस्ट करवाने वाले संदिग्ध मरीज शामिल हैं। वर्तमान में जिले में इस बार कोरोना के साथ-साथ डेंगू का डंक भी एक्टिव हो गया है। सेहत विभाग के अनुसार इस सीजन में अस्पताल की लैब में 325 संदिग्ध डेंगू मरीजों के सैंपल लिए गए, जिसमें अब तक 146 डेंगू मरीजों की पुष्टि हुई है। इन दिनों सिविल अस्पताल के फर्स्ट फ्लोर पर स्थित वार्ड नंबर 113 को डेंगू वार्ड बनाया गया है जिसमें डेंगू के 10 मरीज इलाज के लिए दाखिल है। वहीं वार्ड नंबर 121 में वायरल फीवर के 10 मरीज दाखिल है, इन मरीजों में डेंगू की पुष्टि तो नहीं है लेकिन सभी मरीजों के प्लेटलेट्स सेल कम है, इसके अलावा कई लोग शहर के प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं, ऐसे मरीजों को प्लेटलेट्स चढ़ाने के लिए ब्लड की डिमांड भी दोगुना बढ़ गई है। सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक की बात करें तो यहां एसडीपी मशीन उपलब्ध होने के बावजूद ग यहां से प्लेटलेट्स सेल नहीं ले रहे। जबकि रोजाना सिविल अस्पताल और प्राइवेट अस्पतालों में ट्रीटमेंट करवा रहे डेंगू पॉजिटिव और संदिग्ध 10 से 15 लोगों को प्लेटलेट चढ़ रहे हैं।
वहीं शहर के एक प्राइवेट लैब से प्रतिदिन 35 से 40 और शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में बने ब्लड बैंक से 10 से 15 ब्लड युनिट की खपत हो रही है। वहीं सिविल अस्पताल प्रबंधन ब्लड बैंक से डिमांड के अनुसार ब्लड इश्यू न होने व प्लेटलेट्स सेल की कमी के बारे में सही स्थिति की जानकारी प्राप्त करने में भी गंभीरता नहीं दिखा रहा। जिस कारण लोग निजी ब्लड से महंगे रेट में प्लेटलेट्स सेल लेने के लिए मजबूर हो रहे हैं।

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